साइबर तकनीक में ऐसा पारंगत कि बना डाले 7 हजार फर्जी आधार कार्ड, असम से भागा गिरोह का सरगना इंदौर में गिरफ्तार
मप्र पुलिस ने तेलंगाना पुलिस की मदद से एक युवक को गिरफ्तार किया है। साइबर तकनीक में पारंगत इस आरोपी पर 7 हजार फर्जी आधार कार्ड बनाने का आरोप है। इसके गिरोह के 8 सदस्य पिछले साल दिसंबर में ही पकड़े जा चुके हैं।
एसीएन टाइम्स @ इंदौर । मध्य पुलिस की साइबर सेल को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने तेलंगाना राज्य में 7 हजार फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले रैकेट के सरगना को गिरफ्तार किया है। असम और तेलंगाना से भागा आरोपी इंदौर शहर में छिपा बैठा था।
एक जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश पुलिस की साइबर सेल ने पवन कोटिया (29) नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह मप्र के शिवपुर का मूल निवासी है। पवन को तेलंगाना पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे हैदराबाद ले जाने के लिए पुलिस को ट्रांजिट रिमांड जारी हुआ।
रैकेट के 8 सदस्य दिसंबर में ही हो चुके हैं गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार कोटिया पर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा प्रदान किए गए असम के आधार केंद्रों के लॉगिन आईडी और पासवर्ड आपूर्ति करने का आरोप लगा था। आरोपी ने इन्हीं लॉगिन आईडी और फर्जी दस्तावेजों की मदद से तेलंगाना में करीब 7,000 आधार कार्ड बना दिए। इतना ही नहीं उसने कई पुराने आधार कार्ड का विवरण भी बदल दिया। तेलंगाना पुलिस ने पिछले साल दिसंबर में पवन के गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद ही कोटिया असम से भाग गया था। वह कई दिन से इंदौर में छिपा था।
आधार केंद्रों को दे रहा था तकनीकी मदद
चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी पवन साइबर तकनीक का काफी जानकार है। वह असम और मध्यप्रदेश में मान्यता प्राप्त आधार सेवा केंद्रों को तकनीकी मदद भी उपलब्ध करवा रहा था। इसी का फायदा उठाते हुए उसने इतना बड़ा फर्जीवाड़ा किया।