ये नवाचार हैं खास ! महापौर प्रहलाद पटेल के इन 3 नवाचारों ने जीत लिया रतलाम का दिल, जानकर आप भी हो जाएंगे इनके फैन
रतलाम महापौर के तीन नवाचार इन दिनों लोगों को काफी रास आ रहे हैं। लोग न सिर्फ इनकी तारीफ कर रहे हैं, वरन् उनके नवाचारों के तहत शुरू की गई व्यवस्थाओं में सहयोग भी कर रहे हैं।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर को महानगर बनाने के प्रयासों को गति देने के मामले में महापौर प्रहलाद पटेल भी जुटे हुए हैं। शहर को साफ-सुथरा बनाने को लेकर उनके द्वारा किए गए तीन नवाचारों ने रतलामवासियों का दिल जीत लिया है। सार्वजनिक स्थल पर कचरा फेंकने वाले का फोटो भेजने के एवज में 50 रुपए की प्रोत्साहन राशि की योजना जहां जागरूकता का संदेश दे रही है, वहीं प्राथमिक स्कूलों और आसपास की सफाई के अभियान ने बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य देने का मार्ग प्रशस्त किया है। नगर निगम द्वारा संचालित गोशाला के माध्यम से हो रही गोसेवा भी अपने आप में अनूठी है।
शहर को स्वच्छ रखने में एक बड़ी समस्या अभी भी लोगों में जागरूकता की कमी है। अभी भी लोग जहां-तहां कूड़ा-करकट फेंक देते हैं। प्राचीन जलस्रोत, सड़कों के आसपास के गड्ढेनुमा संरचनाएं और सार्वजनिक स्थल ऐसी गंदगी के कारण अशोभनीय नजर आते हैं। इसमें सुधार और लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर इस तरह कचरा डालने वालों को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से गत 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) के मौके पर महापौर प्रहलाद पटेल ने एक अनूठी योजना का ऐलान कर नवाचार किया। इसमें जहां-तहां कचरा फेंकने वालों के फोटो खींचकर नगर निगम को मोबाइल नंबर 7471144937 पर भेजने वालों को 50 रुपए प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है। वहीं कचरा फेंकने वालों पर निगम द्वारा 250 रुपए का फाइन किया जाता है।
लोगों को रास आया नवाचार
महापौर पटेल के इस नवाचार का असर यह हुआ है कि अब तक 40 से ज्यादा लोगों द्वारा कचरा फेंकने वालों के फोटो खींच कर नगर निगम को भेजे गए हैं। इन पर नगर निगम द्वारा 250 रुपए प्रत्येक पर जुर्माना किया गया है और उन्हें कचरा सार्जवनिक स्थानों पर नहीं फेंकते हुए, नगर निगम के कचरा संग्रह वाहन में ही डालने की हिदायत भी दी गई है। बता दें कि, ऐसे फोटो भेजने वालों में से आधों ने ही नगर निगम से 50-50 रुपए प्राप्त किए हैं। बाकी लोगों का कहना है कि वे महापौर के नवाचार से प्रेरित हैं। उनके लिए राशि महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि वे भी चाहते हैं कि शहर साफ-सुथरा रहे।
पहली बार ऐसी व्यवस्था
सरकारी स्कूलों के पास बजट की कमी के साथ ही साफ-सफाई के लिए न तो संसाधन होते हैं और न ही कर्मचारी, खासकर प्राथमिक स्कूलों में। पिछले दिनों शिक्षकों से चर्चा के दौरान के दौरान महापौर पटेल ने उनकी प्रमुख समस्याओं पर भी बात की जिसमें प्राथमिक स्कूलों की सफाई का मुद्दा भी सामने आया है। महापौर ने जरा भी देर किए बगैर नगर निगम के प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी ए. पी. सिंह को कॉल कर दिया। उन्होंने नगर निगम की सीमा में संचालित सभी सरकारी प्राथमिक विद्यालयों व आसपास सफाई अभियान चलाने की ताकीद कर दी। इस पर अमल भी शुरू हो चुका है।
तो जोन प्रभारी और दरोगा पर होगी कार्रवाई
महापौर ने यह भी आगाह किया कि इस कार्य में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने जोन प्रभारियों से कहा है कि जिस भी स्कूल में सफाई नहीं होगी वहां के दरेगा व जोन प्रभारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि, प्राथमिक स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति नहीं रहती है। ऐसे में वहां सफाई आदि भी शिक्षकों को या फिर बच्चों को ही करनी पड़ती है। महापौर के इस निर्णय से ऐसे स्कूलों के शिक्षक भी काफी खुश हैं।
मवेशियों को रखने में न हो दिक्कत इसलिए खोल दी गोशाला
शहर के सागोद रोड पर नगर निगम द्वारा गोशाला का संचालन भी किया जा रहा है। यह रतलाम के इतिहास में पहली बार हुआ है। महापौर प्रहलाद पटेल के इस इस नवाचार ने गोभक्तों को तो प्रसन्न किया ही, शहर में स्वच्छंद भ्रमण करने वाले गोवंश की सुरक्षा भी सुनिश्चित की है। नगर निगम द्वारा पिछले दिनों तकरीबन 300 गोवंश को पकड़ कर गोशालाओं में पहुंचाया गया। नगर निगम की 100 गायों की क्षमता वाली गोशाला में 100 से ज्यादा गायें रखी जा रही हैं और बाकी दूसरी गोशालाओं में। महापौर पटेल के अनुसार निगम की गोशाला की क्षमता बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
लोगों का सकारात्मक रुख खुशी की बात है
शहर को साफ सुथरा बनाने के लिए जो भी आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं, उठाए जा रहे हैं। खुशी की बात है कि लोग इन्हें लेकर सकारात्मक हैं। कचरा फेंकते हुए फोटो खींच कर भेजने का उद्देश्य किसी को अपमानित करना नहीं बल्कि लोगों को उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराना और शहर में हर जगह स्वच्छता प्रहरी खड़े करना भर है। शहर हम सभी का है और इसे साफ रखना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। प्राथमिक स्कूलों में हमारे देश का भविष्य शिक्षित हो रहा है, वह स्वस्थ रहे इसलिए वहां सफाई का अभियान शुरू किया गया है। गोशाला की क्षमता बढ़ने से स्वच्छंद विचरण करने वाली गोमाताओं और गोवंश को सुरक्षित परिसर उपलब्ध होगा।
प्रहलाद पटेल, महापौर- रतलाम