सख्ती का अनूठा तरीका : कोरोना के चहेतों को पकड़ने मैजिक से शहर में घूमे DM और SP, बिना मास्क घूमने वालों को अस्थायी जेल भेजा, 23 दुकानें सील की
कोरोना विस्फोट के बाद भी लोग लापरवाही करने से बाज नही आ रहे हैं। कोरोना के ऐसे चहेतों पर कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर और एसपी मैजिक वाहन में सवार होकर शहर में घूमें। कार्रवाई के दौरान बिना मास्क घूमते मिले लोगों को अस्थायी जेल में भेजा गया और 23 दुकानें भी सील की कर दीं।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कोरोना ब्लास्ट पर ब्लास्ट कर रहा है। जिले में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच चुका है लेकिन लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। कई लोग न तो मास्क लगा रहे हैं और न ही अन्य प्रोटोकॉल का पालन ही कर रहे हैं। ऐसे बेपरवाहों और लापरवाहों को सबक सिखाने के लिए रविवार को कलेक्टर और एसपी ने अनूठा तरीका अपनाया। दोनों सामान्य यात्रियों की तरह मैजिक वाहन में सवार होकर शहर में घूमे और बिना मास्क घूम रहे लोगों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई कर अस्थायी जेल भिजवाया। प्रोटोकॉल के उल्लंघन के आरोप में 23 दुकानें भी 48 घंटे के लिए सील कर दीं।
(मास्क नहीं लगाने वालों की धरपकड़ के मैजिक वाहन में सवार एसपी गौरव तिवारी एवं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम)
रविवार दोपहर तकरीबन 12.55 बजे मैजिक में सवार होकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी गौरव तिवारी सहित अचानक आ धमके। यह पहला मौका है जब दोनों अफसर मैजिक में बैठकर इस तरह शहर भ्रमण पर निकले थे। उन्होंने यह अनूठा तरीका बिना मास्क घूमने वालों और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वालों की धरपकड़ के लिए अपनाया। उनके पीछे एसडीएम और सीएसपी के अलावा रोको-टोको अभियान की टीम के सदस्य भी आ पहुंचे। अफसरों का इशारा मिलते ही टीम ने बिना मास्क लगाए घूम रहे लोगों तथा दुकानदारों को पकड़-पकड़ कर चालानी कार्रवाई शुरू कर दी।
(कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम एवं एसपी गौरव तिवारी लापरवाहों पर कार्रवाई के लिए पैदल भी घूमे)
मैजिक वाहन में कलेक्टर व एसपी के साथ में एसडीएम अभिषेक गेहलोत और सीएसपी हेमंत चौहान भी थे। पीछे मैजिक में तहसीलदार गोपाल सोनी, निगम इंजीनियर एपी सिंह और अन्य अधिकारी सवार थे। पीछे खुली जेल में लोगों को ले जाने के लिए पुलिस का वाहन भी चल रहा था। प्रशासन व पुलिस का अमला कार्रवाई के दौरान न्यूरोड, लोकेंद्र टॉकीज चौराहे, एमसीएच रोड, सैलाना बस स्टैंड चौराहा, पॉवर हाउस रोड, दोबत्ती चौराहा, स्टेशन रोड, दिलबहार चौराहा होते हुए मदीना मस्जिद रोड, फव्वारा चौक, बस स्टैंड तक पहुंचा। दोबत्ती चौराहे से नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया भी आला अधिकारियों के साथ मैजिक में सवार हो गए।
कोई जेबें टटोलने लगा तो कोई यू-टर्न लेकर भगने की कोशिश करने लगा
(तहसीलदार गोपाल सोनी बिना मास्क के घूम रहे लोगों को चालानी कार्रवाई के लिए रोकते हुए।)
पूरे रूट में अचानक ही मैजिक वाहन कहीं भी रुक जाता। रुकते ही अधिकारी धड़ाधड़ उतरते और बिना मास्क लगाए बैठे व्यवसायियों की दुकानें सील करवाना शुरू कर देते। पीछे चल रही टीमें सड़क पर बिना मास्क घूम रहे लोगों को रोक-रोक कर चालान बना रही थीं। कई लोगों को खुली जेल में ले जाने के लिए पुलिस वाहन में बैठा दिया गया। अचानक हुई इस अनूठी कार्रवाई के दौरान लोगों और दुकानदारों में हड़कंप मच गया। इस दौरान कोई मास्क ढूंढने के लिए जेबें टटोलता नजर आया तो कोई वाहन चालक यू-टर्न लेकर भागता दिखा। हालांकि इसमें ज्यादा लोगों को सफलता नहीं मिल सकी। एक टीम साथ में मास्क लेकर भी चल रही थी जो चालानी कार्रवाई के बाद लोगों को मास्क भी लगवा रही थी।
डेढ़ घंटे में 23 दुकानें सील, 200 से अधिक के बनाए चालान
(बिना मास्क घूमने वालों को इस तरह पुलिस वाहन में बैठाकर अस्थायी जेल ले जाया गया।)
पूरी कार्रवाई के दौरान प्रशासनिक अमले ने 23 दुकानें 24 से 48 घंटे तक के लिए सील कर दीं। सील की गई दुकानों में बालाजी रेस्टोरेंट, न्यूरोड स्थित मेडिकल, गुरु नानक बेकरी, आइस्क्रीम पार्लर टॉप एंड टाउन, एमसीएच रोड स्थित 4 गैरेज, 1 मेडिकल स्टोर, न्यू रोड की दुकानें, पावर हाउस रोड की 3, दोबत्ती चौराहे की 2 दुकानों के अलावा स्टेशन रोड, दिलबहार चौराहा-फव्वारा चौक स्थित गैरेज, दुकानें और बस स्टैंड की दुकानें शामिल हैं। दुकान संचालकों पर 2-2 हजार रुपए का जुर्माना कर धारा 188 के तहत कार्रवाई भी की। करीब डेढ़ घंटे चली कार्वराई के दौरान 200 से अधिक चालान बनाए गए।
गरीबों के चालान काटने के बजाय मास्क देकर अनिवार्य रूप से लगाने की हिदायत दी
दिलबहार चौराहे पर ठेले पर फल बेचने वाला बिना मास्क के दिखा तो नगर निगम की टीम उसका भी 1000 रुपए का चालान काटने पहुंची। यह देख सीएसपी हेमंत चौहान ने टीम से कहा कि इसकी इतनी आमदनी नहीं होगी लेकिन सबक सिखाना है इसलिए 100 रुपए का चालान काटना उचित होगा। एसडीएम और सीएसपी ने बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क दिखे गरीबों और मजदूरों के चालान काटने के बजाय मास्क दिलवाए और अनिवार्य रूप से लगाने की सलाह दी।