इन्वेस्टर्स समिट में रतलाम, मंदसौर व नीमच के निवेशकों का हंगामा, आमंत्रित करने के बाद भी प्रवेश नहीं देने पर भड़के उद्योगपति व व्यापारी, देखें वीडियो...
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आमंत्रित किए जाने के बाद भी प्रवेश नहीं मिलने पर रतलाम, मंदसौर और नीमच के उद्योगपतियों व व्यापारियों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने आयोजन में शामिल होने के लिए रुपए लिए जाने का आरोप भी लगाया है।
एसीएन टाइम्स @ इंदौर / रतलाम । मध्य प्रदेश में निवेश लाने के लिए इंदौर में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट बुधवार को सुर्खियों में आ गया। यहां आमंत्रित किए गए रतलाम, मंदसौर और नीमच से पहुंचे उद्योगपतियों और व्यापारियों ने प्रवेश नहीं मिलने पर हंगामा कर दिया। उनका आरोप है कि समिट में शामिल होने के लिए उनसे रुपए लेने और समय देने के बाद भी प्रवेश नहीं दिया गया जो कि सीधे तौर पर धोखाधड़ी है।
इन्वेस्टर्स समिट में इन्वेस्टरों ने किया हंगामा,
— KK Mishra (@KKMishraINC) January 11, 2023
प्रवेश नहीं मिलने पर किया हंगामा।
इन्वेस्टर्स का आरोप, फोन नहीं उठा रहे अधिकारी!
रतलाम के व्यापारी ने आरोप भी लगाया, पैसे लेकर बुलाया इन्वेस्टर्स समिट में @ChouhanShivraj @OfficeOfKNath pic.twitter.com/AnacpXC5hH
मालवा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रयासों के चलते पिछले दिनों फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्टर आर्गेनाइजेशन (फीयो) के प्रतिनिधियों ने रतलाम एक कार्यशाला का आयोजन किया था। इसमें फीयो द्वारा रतलाम, मंदसौर और नीमच के उद्योगपति और व्यापारियों को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 30 देशों के खरीदारों से मुलाकात करवाने का वादा भी किया गया था। इसके चलते बुधवार को तीनों जिलों के करीब 47 उद्योगपति और व्यापारी इंदौर में चल रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने गए थे। यहां मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के वरुण पोरवाल के नेतृत्व में पहुंचे उद्योगपति और व्यापारियों को समिट में प्रवेश नहीं करने दिया गया। इससे पोरवाल भड़क गए और नाराजगी जताई। इसके वीडियो कांग्रेस के केके मिश्रा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम कमलनाथ को ट्वीट किए।
यह भी देखें... ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में रतलाम के उद्योगपति व व्यवसायी भी दिखा सकेंगे अपने उत्पाद, 30 देश के 70 से अधिक खरीदारों से होगी मुलाकात
पोरवाल सहित उद्योगपतियों ने समिट को धोखाधड़ी करने वाला आयोजन बताया। उनका कहना है कि फीयो के प्रतिनिधियों ने विदेशी खरीददारों से मुलाकात करवाने के लिए समय नियत किया गया था। सभी उद्योगपतियों को पांच-पांच लोगों से मुलाकात कराई जाना थी लेकिन यहां प्रवेश ही नहीं दिया जा रहा है। अधिकारियों को कॉल करने पर वे रिसीव तक नहीं कर रहे।
उद्योगपतियों से रुपए लेने का आरोप
उद्योगपति वरुण पोरवाल ने बताया समिट में शामिल होने के लिए उद्योगपतियों और व्यापारियों से रुपए भी लिए गए थे। सभी से 2-2 हजार रुपए लिए गए। कई उद्योगपतियों व व्यापारियों से पांच से छह हजार रुपए तक भी वसूले गए। एक उद्योगपति ने कहा कि उन्हें यहां बुलाया गया और उनका अमूल्य समय बर्बाद कर दिया गया। यह सीधे तौर पर धोखाधड़ी है।