MTFE फ्रॉड अपडेट : अब तक 250 से अधिक लोगों ने जमा कराए क्यूआर कोड, SP बोले- जितने ज्यादा फरियादी होंगे उतनी ही ज्यादा प्रभावी कार्रवाई हो सकेगी, इसलिए पुलिस के पास आने में देर न करें
रतलाम पुलिस के पास MTFE के माध्यम से ठगे गए 250 से अधिक लोगों ने क्यूआर कोड जमा कराए हैं। जितने ज्यादा फरियादी उतनी ज्यादा प्रभावी होगी कार्रवाई।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । हाईटेक ठगी का जरिया बने MTFE एप और कंपनी के पीड़ितों को न्याय दिलाने की रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा की कवायद जारी है। उनकी अपील के चलते अब तक धोखाधड़ी के नेटवर्क में फंसे 250 से अधिक लोगों ने पुलिस पर भरोसा जताया है। एसपी ने पुनः दोहराया है कि यदि ठगे गए रुपए वापस चाहते हैं तो पीड़ित व्यक्ति पुलिस के पास क्यूआर कोड जमा कराने में देरी न करें।
MTFE कंपनी की धोखाधड़ी उजागर होते ही कंपनी ने अपने सिस्टम के साथ ही देश भी बदल लिया। इसके बावजूद रतलाम पुलिस ने इसे ट्रैक कर ही लिया। अब रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा का प्रयास ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को रुपया सुरक्षित करवाने और वापस दिलवाने का है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संचालित धोखाधड़ी के इस नेटवर्क के माध्यम से ठगे गए लोगों के खून-पसीने की कमाई वापस पाने के लिए जरूरी है कि यह साबित किया जा सके कि ठगी बड़े पैमाने पर हुई है। यही वजह है कि एसपी लोढ़ा बार-बार पीड़ितों से आगे आने की अपील कर रहे हैं। एसीएन टाइम्स के माध्यम से उन्होंने पुनः लोगों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द MTFE द्वारा उपलब्ध करवाए गए क्यूआर कोड पुलिस के पास जमा कराएं।
एसपी लोढ़ा के अनुसार अपील का असर यह हुआ है कि अब तक 250 से ज्यादा लोगों ने पुलिस के पास क्यूआर कोड जमा कराए हैं। हालांकि यह आंकड़ा अपेक्षा से कम है। रतलाम से कितना रुपया एमटीएफ में निवेश हुआ, यह ज्यादा से ज्यादा क्यूआर कोड प्राप्त होने और उन्हें ट्रैस करने पर ही ज्ञात हो सकेगा। बता दें कि, एसपी लोढ़ा पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि यदि किसी व्यक्ति ने निवेश करने के बाद औरों से भी निवेश करवाया है तो उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। वे बिना डरे पुलिस के पास क्यूआर कोड जमा करा सकते हैं।
पुलिस इसलिए जल्दी चाह रही क्यूआर कोड
ठगी गई राशि वापस दिलवाने के लिए पुलिस को न्यायालय का आदेश प्रस्तुत करन है। एसपी की मंशा है कि एक बार में ही ज्यादा से ज्यादा लोगों की राशि वापस करवाने को लेकर कोर्ट से आदेश प्राप्त किया जा सके। इसलिए एसपी और पुलिस द्वारा 6-7 दिन की अवधि क्यूआर कोड जमा कराने के लिए दी थी। यह समयावधि पूरी हो चुकी है। इसके बाद भी क्यूआर कोड पुलिस द्वारा लिए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि जितने ज्यादा लोग फरियादी बनेंगे उतनी ही कार्रवाई उतनी ही ज्यादा प्रभावी होगी।