बड़ा खुलासा : मां ने ही टंकी में डुबो कर 4 माह के जुड़वां बच्चों की कर दी थी हत्या, सास और पति द्वारा सहयोग नहीं करने से थी नाराज
रतलाम में चार माह के जुड़वां बच्चों की मौत के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामला हत्या का निकला। हत्या बच्चों की मां ने ही पानी की टंकी में डुबो कर की थी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर की मदीना कॉलोनी में हुई 4 माह के जुड़वां बच्चों की मौत का मामला हत्या का निकला। हत्या बच्चों की मां ने ही पानी की टंकी में डुबो कर की की थी। महिला सास और पति द्वारा बच्चों को संभालने में सहयोग नहीं करने से नाराज थी, इसके चलते उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने आरोपी मां और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है।
यह खुलासा शुक्रवार को एसपी अमित कुमार ने पुलिस कंट्रोल रूम में किया। एसपी ने बताया कि 20.11.2024 को इरशाद कुरैशी ने माणक चौक थाने पर सूचना दी थी। उन्होंने पुलिस को बताय था कि मेरे मकान की ऊपरी मंजिल पर किराए पर रहने वाले आमिर कुरैशी व उसकी पत्नि पम्मी उर्फ मुस्कान के 4 माह के जुड़वा बच्चों हसन व फातिमा पानी की सिनटेक्स टंकी में गिर जाने से मौत हो गई है। बच्चे उनकी मां के हाथ से टंकी में गिरे। इसके बाद पिता आमिर ने बच्चों को पानी की टंकी से निकालकर शेरानीपुरा कब्रस्तान में दफना दिया है। सूचना पर थाना माणकचौक थाने पर मर्ग क्र. 20/24 व 21/24 धारा 174 बी.एन.एस.एस.का पंजीबध्द कर जांच में लिया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना की वास्तविकता के खुलासे हेतु एएसपी राकेश खाखा व सीएसपी सत्येन्द्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में थाना माणकचौक थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र गड़रिया एंव एफ.एस.एल अधिकारी अतुल मित्तल के नेतृत्व में टीम गठित की। टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए साक्षियों एवं आस-पास के निवासियों के कथन, भौतिक एंव वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर जांच की। मृत बच्चों के शवों को निकालने हेतु एस.डी.एम. रतलाम को पत्र भेजा गया। तहसीलदार ऋषभ ठाकुर की उपस्थिति मे पंचानों के समक्ष शेरानीपुरा कब्रसातान से जुड़वा बच्चों हसन व फातिमा के शव निकालकर मेडिकल कॉलेज में पी.एम. करवाया गया। पी.एम. रिपोर्ट में डॉक्टर ने मृत्यु का कारण DEATH DUE TO ASPHYXIA AS RESULT OF DROWINING होना बताया।
सास और पति से थे नाराज़
साक्षियों, बच्चों के माता-पिता एवं परिजन के कथन, भौतिक एवं वैज्ञानिक साक्ष्यों आदि के आधार पर जांच की तो पता चला कि मां मुस्कान बच्चों के संभालने की बात पर अपनी सास व पति से सहयोग नहीं करने से नाराज़ थी। मुस्कान ने पुलिस को बताया कि 19.11.24 को भी मोहल्ले में गमी होने से मुस्कान की सास घर पर ही आई हुई थी। वह जब जब जाने लगी तो मुस्कान ने पति आमिर से कहा कि कोई तो यहां रुक जाओ। मैं इन बच्चों को अकेली संभाल नहीं पाऊंगी। इसके बावजूद सास और अन्य चले गए।
पति से कई बार कह चुकी थी सहयोग के लिए
मुस्कान ने बताया कि पहले भी कई बार उसने पति से कहा था कि बच्चे संभालने में मुझे दिक्कत होती है, तुम मेरा सहयोग नहीं करते हो। इस बार भी पति ने बात नहीं। इससे मुस्कान बहुत चिढ़ गई और सोचा कि दोनों बच्चों को खत्म कर देती हूं जिससे समस्या खत्म हो जाएगी। उसने बताया कि एक बच्चा जमीन पर खेल रहा था और दूसरा झूले में था। पहले उसने एक बच्चे को पानी की भरी टंकी में डाला और उसके बाद दूसरे बच्चे को भी डाल दिया।
पति और दोस्त ने शव दफनाए
इसके बाद पुलिस को कॉल कर फोन कर बताया कि दोनों भाई-बहन घर में नहीं हैं। पति आमिर तथा उनके दोस्त बिलाल आदि घर आए। उन्होंने बच्चों को ढूंढां, लेकिन मुस्कान ने नहीं बताया कि बच्चे कहां हैं। इस पर उन्होंने पानी की टंकी में देखा तो बच्चों को निकाला ओर कमरे में रखा। औंधा कर पीठ दबाई जिससे पानी उनके मुंह से निकाला लेकिन वे मर चुके थे। इसके बाद आमिर ने ऑटो बुला कर दोनों बच्चों को लेकर मेरी ससुराल शेरानीपुरा लेकर चले गए और वहीं शेरानियों के कब्रिस्तान के पिछे स्थित कब्रस्तान में दफना दिए।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
एसपी ने बताया कि आरोपीगण मुस्कान उर्फ पम्मी पति आमिर कुरैशी (25) व आमिर पिता हुसैन कुरैशी (30) दोनों निवासी मदीना मजिस्द के पीछे वेद व्यास कॉलोनी, रतलाम बच्चों की हत्या और साक्ष्य छिपाने के आरोप में प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के विरुद्ध धारा 103 (1), 238, 3 (5) बी.एन.एस. का प्रकरण दर्ज किया गया।
इनकी भूमिका सराहनीय रही
मामले को सुलझाने में एफ.एस.एलं अधिकारी अतुल मित्तल, माणक चौक थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह गड़रिया, महिला थाना प्रभारी पार्वती गौड़ व उप निरीक्षर दीपक डामोर, प्रवीण वास्कले, सहायक उप निरीक्षक शिवनाथ सिंह राठौर, प्रधान आरक्षक मीना राठौर, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक अमित त्यागी, अमीरचन्द, कैलाश परमार, हेमलता पुरोहित, मेघा राणा, रसना, वर्षा कैथवास, संदीप शर्मा, मुकेश गणावा, हरिओम आकोदिया, चन्द्रर मार्को, वीरेन्द्र बारोठ, मुकेश कुमावत की सराहनीय भूमिका रही।