Tag: Dr. Prakash Upadhyay

पुस्तक समीक्षा
समीक्षा : आशीष दशोत्तर का ग़ज़ल संग्रह ‘सम से विषम हुए’ सख्त राहों पर शब्दों का बिंदास सफरनामा- डॉ. प्रकाश उपाध्याय

समीक्षा : आशीष दशोत्तर का ग़ज़ल संग्रह ‘सम से विषम हुए’...

अपने वरिष्ठजनों का स्नेह और आशीर्वाद मिलता है तो हौंसला भी मिलता है और यह सुखद भी...

रतलाम
महर्षि नारद जी की तरह संवेदनशील और बिना किसी से प्रभावित हुए संवाद व लोक कल्याण के विचारों को संप्रेषित करने वाला हो हर पत्रकार- डॉ. मेहरा

महर्षि नारद जी की तरह संवेदनशील और बिना किसी से प्रभावित...

महर्षि नारद जयंती पर रतलाम में विश्व संवाद केंद्र मालवा प्रांत के बैनर तले पत्रकारों...