CDS रावत सहित सभी दिवंगतों की पार्थिव देह दिल्ली पहुंचीं, PM नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और NSA डोभाल ने पालम एयरबेस पर दी श्रद्धांजलि

कुन्नूर चॉपर हादसे में जान गंवाने वाले सीडीएस बिपिन रावत सभी दिवंगतों के शव गुरुवार देर शाम दिल्ली के पालन एयरबेस पहुंचे। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजीत डोभाल और दिवंगतों के परिजन ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

CDS रावत सहित सभी दिवंगतों की पार्थिव देह दिल्ली पहुंचीं, PM नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और NSA डोभाल ने पालम एयरबेस पर दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुन्नूर चॉपर हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए।

एसीएन टाइम्स @ नई दिल्ली । तमिलनाडु में कनुन्नूर के पास क्रैश हुए हेलिकॉप्टर में जान गंवाने वाले देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत सहित सभी 13 लोगों के पार्थिव शरीर गुरुवार देर शाम दिल्ली पहुंचे। सभी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने श्रद्धांजलि अर्पित की। नागरिक शुक्रवार को दर्शन कर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। दिवंगतों का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ होगा। जिनकी पहचान अभी नहीं हो पाई है उनके शव डीएनए जांच के बाद परिजन को सौंपे जाएंगे।

देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 12 अन्य सैन्य कर्मियों को वेलिंगटन ले जा रहा वायु सेना का हेलिकॉप्टर बुधवार दोपहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में रावत दंपत्ति सहित 13 लोग हताहत हुए। सभी के पार्थिव शरीर गुरुवार शाम करीब 7.30 बजे वायुसेना के एक विमान तमिलनाडु के सुलूर से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे। यहां सबसे पहले शहीदों के परिजन ने श्रद्धांजिल अर्पित की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत हादसे में जान गंवाने वाले सभी सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी सभी दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि देने से पहले वे पालम एयरबेस पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित जान गंवाने वाले सभी सैन्यकर्मियों के परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने सभी को ढांढस बंधाया। उन्होंने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में हादसे को लेकर जानकारी भी दी थी।

दिवंगतों की पार्थिव देह के पहुंचने से पहले ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी पालम एयरबेस पहुंचे। एनएसएस और बिपिन रावत के बीच काफी नजदीकी थी। डोभाल ने परिजन से भेंट की और रावत दंपती सहित सभी दिवंगतों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। 

अभी 4 शवों की हुई पहचान, बाकी का होगा डीएनए

कुन्नूर हादसे का शिकार हुए 13 सैन्यकर्मियों में से अभी तक सिर्फ सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा ब्रिगेडियर एल. एस. लिड्डर और लांस नायक विवेक कुमार के शव की ही पहचान हो सकी है। अतः बाकी के शवों की पहचान के लिए उनका डीएनए परिवार से मैच किया जाएगा। इसके बाद शव परिजन को सौंपे जाएंगे। इधर बताया जा रहा है कि सीडीएस बिपिन और उनकी पत्नी मधुलिका की पार्थिव देह को उनके घर सुबह 11.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक लोगों के दर्शनार्थ रखा जाएगा।

कुन्नूर में हुए चॉपर हादसे में इन्होंने गंवाई जान

तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए चॉपर हादसे में 13 लोगों की मौत हुई। इनमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक गुरसेवक सिंह, लांस नायक बीएस तेजा, नायक जितेंद्र कुमार, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, हवालदार सतपाल राज, विंग ग्रुप कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, जूनियर वारंट ऑफिसर राणा प्रताप दास और प्रदीप ए. शामिल हैं।

ग्रुप कमांडर वरुण सिंह की हालत स्थिर, बेंगलुरू शिफ्ट किया

पूरे देश को गमजदा कर देने वाली खबर के बीच राहत की एक खबर यह है कि हादसे में बचे एकमात्र सैन्य अधिकारी ग्रुप कमांडर वरुण सिंह की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है। उन्हें गुरुवार देर शाम सेना के अस्पताल से बेंगलुरु के अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। गौरतलब है कि हादसे के बाद वरुण सिंह को गंभीर हालत में सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें यहां लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था। उन्हें बचाने के लिए डॉक्टरों ने काफी मशक्कत की।

अमेरिका, नेपाल सहित विभिन्न देशों के प्रमुखों ने जताया दुख

चॉपर हादसे को लेकर विश्व के कई देशों के प्रमुखों द्वारा दुख जताया गया है। उन्होंने सीडीएस रावत सहित सभी दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि सीडीएस रावत का विभिन्न देशों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण संबंध रहा। भारतीय फिल्म उद्योग ने भी रावत के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना से जुड़ी फिल्मों के निर्माण में भी रावत का मार्गदर्शन निर्माता-निर्देशकों को मिला। बीते कुछ समय में बनी ऐसी फिल्मों ने काफी सफलता भी अर्जित की जिससे विश्व के अन्य देशों में भारतीय सेना का दबदबा भी नजर आया।