हनुमान प्रतिमा पर मिला था जला कपड़ा, तीन दिन में भी नहीं हुई गिरफ्तारी, पुलिस चौकी के सामने प्रदर्शन कर लगाए नारे, देखें वीडियो...

धराड़ के पास मंदिर में जला कपड़ा मिलने और मूर्ति से छेड़छाड़ के मामले में ग्रामीणों व हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने गांव बंद का आह्वान कर प्रदर्शन किया। उन्होंने पुलिस चौकी के सामने धरना देकर नारे लगाए। पुलिस आरपी की तलाश की बात कह रही है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के धराड़ के समीप पिछले दिनों हनुमान प्रतिमा पर जला कपड़ा फेंकने की घटना से नाराज हिंदू संगठनों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान सुराना में आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान वंदे मातरम् गीत नहीं बजाने देने को लेकर भी नाराजगी जाहिर की। कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए धराड़ बंद का आह्वान कर पुलिस चौकी के सामने धरना दिया। उन्होंने देश से गद्दारी करने वालों के खिलाफ नारे लगाए और जय श्री राम का उद्घोष भी किया।

शरारती तत्व द्वारा मूर्ति पर इस तरह जला कपड़ा फेंक दिया गया था जिससे ग्रामीणों और हिंदीवादी संगठनों में आक्रोश है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।

जानकारी के अनुसार शनिवार को धराड़ के पास परमानंद वर्मा के खेत पर स्थित मंदिर में विराजित श्री हनुमान जी की प्रतिमा पर किसी शरारती तत्व द्वारा जला हुआ कपड़ा रख दिया गया था। यह पता चलने पर ग्रामीणों ने धराड़ पुलिस चौकी पर सूचना देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। पुलिस ने आरोपी की तलाश कर दो दिन के भीतर गिरफ्तार करने की बात कही थी लेकिन तीन दिन में भी किसी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई। इससे ग्रामीण और हिंदूवादी संगठनों ने मंगलवार को धराड़ बंद का ऐलान कर दिया।

आक्रोशित जन ने बंद के दौरान पुलिस चौकी के सामने प्रदर्शन किया। पुलिस अधिकारी उन्हें समझाने आए लेकिन वे नहीं माने। यही नहीं हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता पुलिस चौकी के सामने ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने ताली बजाते हुए देश के गद्दारों के खिलाफ नारेबाजी की। आक्रोशित जन ने जय श्री राम का उद्घोष भी किया।

वंदे मातरम् बजाने से रोकने की बात पर यहां नहीं बोलेंगे तो क्या पाकिस्तान में बोलें

सुराना गांव में 15 अगस्त को रैली निकलने के दौरान गहमा-गहमी की स्थिति निर्मित हो गई थी।

आक्रोशित लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए सुराना की घटना को भी नजरअंदाज करने की बात कही। उनका कहना था का सोमवार को आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान सुराना गांव में जुलूस निकाला जा रहा था। तब मुस्लिम समुदाय के लोगों ने वंदे मातरम् गीत बजाने से रोका था। उसी समय इस पर आपत्ति दर्ज कराई गई थी लेकिन पुलिस ने 24 घंटे बीतने के बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। यह मुद्दा उठाए जाने पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह यहां का मुद्दा नहीं है। इस पर लोगों का तर्क था कि यदि वंदे मातरम् बजाने से रोके जाने को लेकर यहां बात नहीं करें तो क्या पाकिस्तान में करें।

आरोपी अज्ञात है, तलाश की जा रही है

मंदिर में किसी सरारती तत्व द्वारा घटना की गई। आरोपी अज्ञात है, जिसकी तलाश के लिए हमारी टीम लगी है। सुराना गांव में दो रैलियां निकल रहीं थी। इसके लिए रूट तय किए गए थे। एक रैली का रूट बदलने के कारण गहमा-गहमी की स्थिति बनी थी जो समझाइश देने के बाद सामान्य हो गई थी।

सुनील पाटीदार, एडिशनल एसपी, रतलाम