सावधान ! मतदान केंद्र पर घूंघट और बुर्का उठाकर की जाएगी फर्जी मतदाता की पहचान, पकड़े जाने पर होगी एक साल की जेल
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश बाथम ने फर्जी मतदान रोकने की महती योजना बनाई है। उन्होंने प्रत्येक मतदान केंद्र पर महिला कर्मचारी की तैनाती की जो बुर्का और घूंघट की आड़ में फर्जी मतदान करने वालों की पहचान करेंगी।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अगर आप घूंघट या बुर्के की आड़ में फर्जी मतदान करने की फिराक़ में हैं तो सावधान हो जाइए। आपकी दाल नहीं गलने वाली क्योंकि रतलाम कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश कुमार बाथम ने इसे रोकने के लिए बड़ी तैयारी की है। उनकी पहल पर हर मतदान केंद्र पर घूंघट और बुर्का उठाकर फर्जी मतदान करने वालों की पहचान की जाएगी। पकड़े जाने पर एक साल के लि एजेल जाना पड़ सकता है।
चौथे चरण के तहत 13 मई को रतलाम जिले में भी मतदान होना है। इसके लिए सभी तैयारियों के साथ ही फर्जी मतदान रोकने के लिए भी बड़ी रणनीति बनाई गई है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश बाथम ने आगाह किया है कि जो भी व्यक्ति किसी और के नाम से वोट डालने का प्रयास करेगा उसे भारतीय दंड संहिता की धारा 171घ के तहत 1 साल के लिए जेल भेज दिया जाएगा।
संज्ञेय अपराध है प्रतिरूपण
कलेक्टर बाथम के अनुसार मतदाताओं की पहचान के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ये महिला कर्मचारी घूँघट वाली या बुर्के वाली महिलाओं के घूँघट और बुर्का उठाकर महिला मतदाता की पहचान करेंगी। वे पीठासीन अधिकारी को मतदाता की पहचान करने में सहयोग करेंगी। जो भी किसी भी अन्य महिला के नाम से वोट देने का प्रयास करता पाया जाएगा उसे मौके पर ही पुलिस के सुपुर्द कर दिया जाएगा। बता दें कि, प्रतिरुपण का अपराध संज्ञेय है और अपराधी को पुलिस के द्वारा तुरंत जेल भेजा जा सकता है।