सोने की दुकान में काला धन ! आयकर विभाग को इस ज्वैलर्स के यहां मिले इतने नोट कि 14 घंटे तक चली गिनती, 90 करोड़ की संपत्ति भी मिली

आयकर विभाग ने एक सराफा ज्वैलर्स के यहां छापा मारकर 26 करोड़ रुपए नकद और करीब 90 करोड़ रुपए की संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। विभाग ज्वैलर्स से जुड़े लोगों और संस्थानों की जांच भी कर रहा है।

सोने की दुकान में काला धन ! आयकर विभाग को इस ज्वैलर्स के यहां मिले इतने नोट कि 14 घंटे तक चली गिनती, 90 करोड़ की संपत्ति भी मिली
आयकर विभाग द्वारा नासिक के सुराना ज्वैलर्स के यहां छापे के दौरान बारमद हुई बेनामी मुद्रा।

एसीएन टाइम्स @ नासिक । आयकर विभाग ने नासिक में सुराना ज्वैलर्स पर बड़ी कार्रवाई की है। अघोषित लेन-देन और बेनामी संपत्ति होने की आशंका में मारे गए छापे में विभाग को यहां 116 करोड़ रुपए नकद और भारी संपत्ति मिली है। विभाग संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों और बिल सहित अन्य दस्तावेजों की जांच कर रहा है।

जानकारी के अनुसार आयकर विभाग को सूत्रों से पता चला था कि नासिक के सुराना ज्वैलर्स पर बड़ी मात्रा में अघोषित लेन-देन होता है और काफी बेनामी संपत्ति भी बना ली गई है। इसके चलते विभाग ने योजनाबद्ध तरीके से सुराना ज्वैलर्स पर छापा मारा। इस छापामारी में 55 अफसरों की टीम लगी। छापे की कार्रवाई करीब 30 घंटे तक चली। इस दौरान मौके पर 26 करोड़ रुपए नकद मिले जबकि 90 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति के दस्तावेज भी मिले। आयकर विभाग ने रुपए और दस्तावेज जब्त कर लिए हैं।

गुटखे के थैलों में भरे थे नोट

आयकर विभाग की टीम ने सुरना ज्वैलर्स और महालक्ष्मी बिल्डर्स के ठिकानों पर छापा मारा। इसमें आलीशान बंगला, शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित कार्यालय, निजी लॉकर और बैंकों के लॉकर भी शामिल हैं। बंगले और कार्यालयों में 500 रुपए की गड्डियां मिली। ये गड्डियां गुटखा परिवहन करने वाले कबड़े को थैलों में भरे मिले। विभाग को रुपए गिनने में तकरीबन 14 घंटे लग गए।

नेटवर्क से जुड़े लोगों पर भी हो सकती कार्रवाई

केंद्र सरकार लगातार कालाधन संग्रहित करने वालों पर नजर रख रही है। इसी के चलते आयकर विभाग भी अलर्ट मोड पर है और जहां भी ऐसा कालाधन होने की सूचना मिलती है, छापा मारता है। सुराना ज्वैलर्स और महालक्ष्मी बिल्डर्स से मिले दस्तावेजों की जांच से और भी महत्वपूर्ण जनकारियां सामने आने का अनुमान है। विभाग का प्रयास इससे जुड़े लोगों और संस्थानों की जानकारी निकाल कर उन्हें भी इस अपराध में शामिल किए जाने की संभावना जताई जा रही है। यानी जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी और जानकारियां सामने आएंगी, वैसे-वैसे संभावित कर चोरी के नेटवर्क में शामिल लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।