बोन मैरो प्रत्यारोपण कार्यशाला 25 मार्च को रतलाम में, थैलेसीमिया व सिकल सेल के 55 बच्चों व 120 परिजन की निःशुल्क एचएलए जांच होगी
थैलेसीमिया एक गंभीर बीमारी है। इसका स्थायी उपचार बोन मैरो प्रत्यर्पण से संभव है। इसी उद्देश्य से रतलाम में पहली बार बोन मैरो प्रत्यर्पण के लिए कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इस दौरान बच्चों के मनोरंजन के लिए गतिविधियों का आयोजन भी होगा।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा इंदौर के एम वाय मेडिकल कॉलेज एवं रतलाम मेडिकल कॉलेज के सहयोग से बोन मैरो प्रत्यारोपण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला 25 मार्च को रतलाम मेडिकल कॉलेज में होगी। इस दौरान थैलेसीमिया और सिकल सेल के 55 बच्चों व 120 परिजन के सैंपल लिए जाएंगे।
समाजसेवी एवं काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के गोविंद काकानी ने बताया रतलाम में पहली बार बोन मैरो प्रत्यर्पण कार्यशाला आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। कार्यशाला 25 मार्च को सुबह 10 बजे शुरू होगी। इसके लिए विदेश से आए डॉ. प्रकाश सतवानी, तथा एमवायएच मेडिकल कॉलेज इंदौर के बोन मैरो विभाग की टीम द्वारा अब तक रतलाम सहित आसपास के जिलों के बच्चों और परिजन के रजिस्ट्रेशन किए गए हैं। कार्यशाला के दौरान थैलेसीमिया पीडि़त लगभग 55 बच्चों और उनके 120 परिजन के सैंपल लेकर बोन मैरो प्रत्यर्पण के लिए प्रयास किया जाएगा।
गीत-संगीत, मैजिक शो और होगा समाजसेवियों तथा संस्था का सम्मान
काकानी ने बताया कार्यशाला के दौरान बच्चों की मानसिक ताकत बढ़ाने एवं उनके मनोरंजन के लिए गीत-संगीत के साथ ही मैजिक शो का भी आयोजन किया जाएगा। समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों एवं संस्था को सम्मानित भी किया जाएगा। कार्यशाला आयोजित करने में काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन से सचिव गोविंद काकानी के अलावा रतलाम मेडिकल कॉलेज से विभागाध्यक्ष डॉ. मांगीलाल बर्मन, डॉ. देवेंद्र नरगावे, इंदौर मेडिकल कॉलेज के बोन मैरो विभागाध्यक्ष डॉ. प्रीति मालपानी एवं थैलेसीमिया परिवार की वर्षा पंवार की सक्रियता महत्वपूर्ण है।