कलेक्टर की चेतावनी : जिले के हर खाद प्रतिष्ठान के पास हो लाइसेंस, मैं खुद करूंगा जांच, लाइसेंस नहीं मिले तो...

रतलाम कलेक्टर ने मिलावटखोरी रोकने को लेकर खाद्य प्रतिष्ठान संचालकों और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को सख्त चेतावनी जारी की है।

कलेक्टर की चेतावनी : जिले के हर खाद प्रतिष्ठान के पास हो लाइसेंस, मैं खुद करूंगा जांच, लाइसेंस नहीं मिले तो...
रतलाम कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी।

कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बैठक में खाद्य सुरक्षा अधिकारी को दिए निर्देश

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी कहा है कि जिले के हर खाद्य प्रतिष्ठान के पास जरूरी लाइसेंस होना ही चाहिए। सभी खाद प्रतिष्ठानों की जांच होगी और यदि उस दौरान लाइलेंस नहीं मिला तो इसके लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग जिम्मेदार होगा।

कलेक्टर सूर्यवंशी सोमवार को कलेक्ट्रेट में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग सहित अन्य अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को प्रत्येक तहसील में 500 लाइसेंस बनाने का लक्ष्य तय करके कार्य करने के निर्देश खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग और खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने कहा कि वे स्वयं फील्ड में जाकर दुकान के लाइसेंस चैक करेंगे। अगर किसी दुकानदार के पास लाइसेंस नहीं मिला तो जिम्मेदारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की होगी।

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि मिलावट के विरुद्ध अभियान के तहत आमजन को मिलावट के बारे में जागरूक किया जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि मिलावटियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विभाग जागरूक रहे। अपने सूचना स्रोतों का उपयोग कर मिलावट करने वालों के विरुद्ध छापामार कार्रवाई की जाए।

बिना दबाव के बड़े प्रतिष्ठानों पर करें कार्रवाई

कलेक्टर ने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी बगैर किसी दबाव के कार्य करें और बड़े प्रतिष्ठानों पर सतत कार्रवाई करें। वहां से नमूने लेकर प्रयोगशाला भिजवाएं। प्रयोगशाला से समय पर रिपोर्ट मिले, इसकी मॉनिटरिंग करें। प्रत्येक खाद्य औषधि प्रशासन अधिकारी के पास स्वयं के लक्ष्य होने चाहिए। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में समान रूप से कार्रवाई की जाए। बैठक में जिला पंचायत की सीईओ, खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी कमलेश जमरे, महिला बाल विकास अधिकारी रजनीश सिन्हा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।