रतलाम में बड़ा हादसा : खनन के बाद बने पोखर ने ले ली तीन बहनों की जान, नहाने के दौरान गहरे पानी में जाने से हुआ हादसा

रतलाम में मुरम और मिट्टी के खनन से बने पोखर में बने एक पोखर में तीन बहनों की डूबने से मौत हो गई। इनमें दो बहने सगी जबकि एक ममेरी बहन थी।

रतलाम में बड़ा हादसा : खनन के बाद बने पोखर ने ले ली तीन बहनों की जान, नहाने के दौरान गहरे पानी में जाने से हुआ हादसा
रतलाम में खनन के बाद बना पोखर जिसने नहाने आई तीन बेटियों की ले ली जान।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिला मुख्यालय से चार किमी दूर तलवाड़ी गांव के जंगल में स्थित एक पोखर में नहाने के दौरान तीन बहनों की जान चली गई। जान गंवाने बालिकाओं में दो सगी जबकि एक उनकी ममेरी बहन है। हादसा बालिकाओं के गहरे पानी में जाने से हुआ।

हादसा शुक्रवार को सागोद के स्थित गांव तलवाड़ी के जंगल में मुरम और मिट्टी के खनन के बाद बने गहरे गड्ढे में हुआ। यहां रामनगर में निवासी श्रवण मुनिया की माता पूनीबाई चार वर्षीय पोते कर्मा के साथ पोखर पर नहानें गईं थीं। कुछ दूरी पर उनका खेत है। कुछ ही पल बाद श्रवण की 15 वर्षीय बेटी कुमकुम व 13 वर्षीय बेटी पीहू उर्फ पायल तथा उनके साले रामप्रसाद निनामा की 14 वर्षीय बेटी अर्चना पोखर भी वहां नहानें पहुंच गईं। वे नहाने के लिए गहरे पानी में चली गईं और डूब गईं। जानकारी मिलने पर परिजन ने तीनों को पानी से बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। परिजन ने उनके पेट दबाकर पानी बाहर निकालने की कोशिश की। बाद में पुलिस ने तीनों को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

एक साथ पढ़ती थीं तीनों बहनें

हादसे का शिकार हुई तीनों बहनें त्रिपोलिया गेट स्थित माध्यमिक स्कूल में पढ़ती थीं। कुमकुम कक्षा आठवीं, अर्चना सातवीं व पीहू पांचवीं की पढ़ती थी। तीनों शुक्रवार को स्कूल जाने के बजाय पोखर में नहाने पहुंच गईं और हादसे का शिकार हो गईं। इस दौरान पोखर में पोते के साथ नहाने गईं पूनीबाई को हादसे का पता ही नहीं चला।

अस्पताल में दिखी अव्यवस्था

पानी में डूबीं तीनों बालिकाओं को डीडीनगर टीआई अपने वाहन में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां जब उन्हें वाहन से उतारा गया तो स्ट्रैचर धकेलने तक के लिए कोई कर्मचारी नहीं मिला। ऐसे में टीवी चैनल के संवाददाता सुधीर जैन और पत्रकार कमल सिंह मदद करना पड़ी। यही नहीं एक बहन को तो परिजन गोद में उठा कर अस्पताल के अंदर डॉक्टर तक ले गए।

महापौर कहा- ऐसे कर्मचारियों का करेंगे इलाज

हादसे की जानकारी मिलने पर महापौर प्रहलाद पटेल और एमआईसी सदस्य विशाल शर्मा भी जिला अस्पताल पहुंच गए थे। यहां उन्हें जानकारी मिली कि स्ट्रैचर धकेलने वाला कोई नहीं मिला। इसे उन्होंने गंभीरता से लिया। महापौर पटेल ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐेसे समय में भी यदि कर्मचारी कामचोरी करते हैं या नदारद रहते हैं तो यह गंभीर मामला है। ऐसे कर्मचारियों का इलाज किया जाएगा। महापौर ने सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे से दूरभाष पर बात की तो उन्होंने पूरे मामले में अनभिज्ञता जता दी। इस बारे में महापौर ने वरिष्ठ नेताओं को अस्पताल की अव्यवस्था से अवगत कराया।

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