बिजली वितरण कंपनी के अफसर व लाइनमैन ही बन बैठे ‘ठेकेदार’, 140 फीट दूरी तक का ही कनेक्शन देने का नियम हो रहा हवा

बिजली वितरण कंपनी के अफसरों और लाइनमैनों के बीच सांठ-गांठ होने और नियम विरुद्ध काम करने का आरोप लगा है। यह आरोप अधिकृत ठेकेदारों के संगठन ने लगाया है। संगठन ने अधीक्षण यंत्री को ज्ञापन सौंप कर इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग भी की है।

बिजली वितरण कंपनी के अफसर व लाइनमैन ही बन बैठे ‘ठेकेदार’, 140 फीट दूरी तक का ही कनेक्शन देने का नियम हो रहा हवा

बिजली कंपनी में अफसरों व लाइनमैन में अनियमितता का कनेक्शन, इसलिए ठेकेदारों ने बंद कर दिया नए कनेक्शन का काम, अधीक्षण यंत्री को ज्ञापन सौंपकर जताई आपत्ति

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । बिजली वितरण कंपनी में इन दिनों अनियमितता के बिजली कनेक्शन हो रहे हैं। अफसरों और लाइनमैनों की सांठ-गांठ से नियमों के विरुद्ध ज्यादा दूरी के कनेक्शन भी हो रहे हैं।
यह आरोप हमारा नहीं है बल्कि बिजली कंपनी के अधिकृत ठेकेदारों का है। उन्होंने इसमें लिप्त लाइनमैनों की नामजद सूची के साथ अधीक्षण यंत्री को ज्ञापन सौंप कर जांच कराने की मांग की है।

रतलाम जन कल्याण विद्युत ठेकेदार एसोसिएशन ने अध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में अधीक्षण यंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। इसमें कंपनी के अफसरों और लाइनमैनों पर सांठ-गाठ कर नियम विरुद्ध बिजली कनेक्शन करवाने का आरोप लगाया है। एसोसिएशन ने एक सूची भी सौंपी है जिसमें ऐसे लाइनमैनों के नाम, उनके द्वारा नियत दूरी से ज्यादा दूरी वाले कनेक्शन के लिए जमा कराए गए शुल्क की रसीदों के नंबर भी स्पष्ट हैं। ज्ञापन दिए जाने के दौरान जाफर हुसैन, मुकेश शर्मा, पुनीत शर्मा, राजेश जैन, सचिन जैन, नईम खान, मोहमद सरवर, मेहमूद खान, अब्दुल वकील, सोहेल हुसैन, उमेश चौबे, यशवंत तंवर, शमन शर्मा, अशोक बौरसी, वीरेंद्र सोलंकी आदिम मौजूद रहे।

बिजली कंपनी को पहुंचाई जा रही राजस्व की हानि

एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता ने बताया बिजली कंपनी के नियम के अनुसार पोल से 140 फीट तक की दूरी वाले मकानों, दुकानों या ऑफिसों को कनेक्शन दिया जा सकता है। इससे ज्यादा दूरी होने पर बिजली पोल लगाने का प्रावधान है और ऐसी स्थिति निर्मित होने पर पोल लगाने का खर्च क्षेत्र के उपभोक्ता से ही वसूला जाता है। परंतु कतिपय अधिकारी और लाइनमैन द्वारा सांठ-गांठ कर 140 फीट से ज्यादा दूरी वाले स्थलों पर भी ना कनेक्शन दिए और दिलवाए जा रहे हैं। पोल लगाने में भी नियम की अनदेखी कर बिजली कंपनी को राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही है।

नहीं रुकी अनियमितता तो यह काम भी कर देंगे बंद

ठेकेदार एसोसिएशन के अनुसार अभी क्लास-B का काम ठप किया गया है। इसके तहत नए कनेक्शन की फाइल सबमिट करने का काम रोक दिया गया है। अगर अनियमितता नहीं रुकती है क्लास-A से संबंधित काम भी रोक दिया जाएगा। क्लास-B में जहां नए कनेक्शन से जुड़े कार्य शामिल हैं वहीं क्लास-A में बिजली लाइन, ग्रिड आदि बड़े काम शामि हैं। बता दें कि जिले में तकरीबन 360 ठेकेदार हैं। इनमें से लगभग 25 क्लास-A के ठेकेदार हैं। सभी ठेकेदार बिजली वितरण कंपनी से लाइसेंस प्राप्त होकर लोड और वायरिंग आदि की सर्वे रिपोर्ट नए कनेक्शन के साथ सबमिट करते हैं। उसके बाद ही नया कनेक्शन जारी होता है। ठेकेदारों पर नया कनेक्शन होने की स्थिति में उपभोक्ता को 6 माह तक सुरक्षा संबंधी यदि कोई चूक होती है तो उसकी जिम्मेदारी उठाते हैं जबकि सीधे बिजली कंपनी से कनेक्शन लेने पर उपभोक्ताओं को ऐसी कोई सुरक्षा नहीं मिलती।

(ठेकेदार एसोसिएशन द्वारा ज्ञापन के साथ सौंपी गई सूची जिसमें कर्मचारी का नाम और प्रस्तावित बिजली कनेक्शन हेतु स्थल की दूरी और रसीद का क्रमांक)

ये भी आरोप लगाए हैं ठेकेदारों ने

  • पावर हाउस जोन में पदस्थ रामअवतार नामक कर्मचारी ने अपने सदस्य के नाम से अपने कार्यालय में गाड़ी लगा रखी है। इसे लेकर वह साइट पर जाता है और ठेकेदारों के काम काट कर खुद ही करता है।
  • नए कनेक्शन के डिमांट नोट के लिए 20 से 50 तक रुपए भी मांगे जाते हैं। नहीं देने पर काम टाल दिया जाता है।
  • त्रिवेणी जोन में कतिपय बाबू को नाम परिवर्तन के लिए फाइल देने पर प्लास्टिक के स्पेशल कवर की मांग की जाती है। स्पेशल कवर नहीं लगाने और खाकी कवर लगाने पर फाइल स्वीकृत नहीं की जाती।

नियम से आवेदन किया तो नहीं मिला कनेक्शन, लाइनमैन पर 10 हजार रुपए मांगने का आरोप

नए बिजली कनेक्शन को लेकर बिजली कंपनी में चल रही सांठ-गांठ को लेकर एक नागरिक ने भी अधीक्षण यंत्री के नाम लिखित शिकायत दी है। शिकायतकर्ता हातिम पिता फखरुद्दीन बोहरा ने शिकायत में बताया कि वे स्थानीय नजमपुरा बोहरा बाखल में रहते हैं। उन्होंने नियमानुसार अपने निवास पर बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था जो नहीं हुआ। उन्हें बताया गया है कि वे जहां रहते हैं वह मल्टी है और वहां अलग से मल्टी ट्रांसफॉर्मर लगेगा। इसके उलट वहीं के दो अन्य लोगों ने लाइनमैन के माध्यम से प्रयास किए तो उनके यहां बिना ट्रांसफॉर्मर लगाए ही लाइन डल गई और मीटर भी लग गया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि त्रिवेणी जोन के नंदकिशोर नामक एक लाइनमैन द्वारा उनसे बिजली कनेक्शन कवराने के लिए 10 हजार रुपए की मांग भी की गई है। हातिम बोहरा ने मामले में लाइनमैन पर कार्रवाई की मांग की है।