चुनरी यात्रा 28 को : 111 फीट की चुनरी लेकर श्री पद्मावती माता मंदिर से श्री गढ़खंखाई माता मंदिर तक 39 किमी का सफर पैदल तय करेंगे श्रद्धालु

नवरात्रि की सप्तमी को रतलाम में 111 फीट लंबी चुनरी की यात्रा निकलेगी। यह रतलाम के श्री पद्मावती मंदिर से राजापुरा स्थित श्री खखंखाई माता मंदिर तक जाएगी।

चुनरी यात्रा 28 को : 111 फीट की चुनरी लेकर श्री पद्मावती माता मंदिर से श्री गढ़खंखाई माता मंदिर तक 39 किमी का सफर पैदल तय करेंगे श्रद्धालु
चुनरी यात्रा को लेकर आयोजित बैठक में कार्ययोजना तय करते आयोजन समिति के सदस्य।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । श्री गढ़खंखाई माता चुनरी यात्रा आयोजन समिति द्वारा प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी चैत्र (नवरात्रि) सप्तमी (28 मार्च 2023, मंगलवार) को भव्य चुनरी यात्रा निकाली जाएगी। श्री पद्मावती माता मंदिर राजमहल रतलाम से शुरू होने वाली चुनरी यात्रा श्री गढ़खंगाई माताजी मंदिर राजापुरा तक 39 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इसमें 111 भगवा ध्वजों के साथ 111 फीट की चुनरी लेकर श्रद्धालु पैदल यात्रा करेंगे। 

उक्त जानकारी चुनरी यात्रा आयोजन समिति अध्यक्ष धर्मेंद्र रांका ने बताया कि यात्रा को लेकर श्री विश्वेश्वर महादेव मंदिर विश्वकर्मा धाम नेमीनाथ नगर रतलाम में बैठक का आयोजन हुआ। इसमें आयोजन की रूपरेखा तय की गई। इसके अनुसार समिति सदस्य एवं श्रद्धालु 28 मार्च को शाम 05.15 बजे तक सभी श्री पद्मावती माता मंदिर राजमहल पर एकत्र होंगे। इसके बाद माता जी की पूजा और आरती कर श्री पद्मावती माता एवं मां श्री चामुण्डा माता को ग्यारह - ग्यारह फिट की चुनरी चढ़ाई जाएगी। तत्पश्चात शाम 6 बजे मंगलनाथ महाकाल रक्तदान मंडल द्वारा श्री हनुमान जी के मंदिर पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। 

1 लाख 11 हजार अभमंत्रित रुद्राक्ष का होगा वितरण

इसके बाद चुनरी यात्रा रवाना होगी। चुनरी यात्रा में सर्वप्रथम ऑटो रिक्शा उसके पश्चात घोड़े पर भगवा ध्वज लेकर घुड़सवार, उज्जैन से आमंत्रित विशेष साउंड एवं लाइट वाला वाहन, फर एक सौ ग्यारह भगवा घ्वजओं को लेकर बहने और सदस्य गण चलेंगे। उनके पीछे बैंड, फिर रुद्राक्ष वितरण रथ, नासिक के नगाड़े और उसके बाद चुनरी व अन्य वाहन चलेंगे। चुनरी यात्रा में संस्थापक वैदिक जागृति ज्ञान विज्ञान पीठ के संस्थापक ज्योतिषाचार्य पंडित संजय शिवशंकर दवे,  "एक लाख ग्यारह हजार" अभिमंत्रित रुद्राक्ष का नि:शुल्क प्रसादी के रूप में वितरित किए जाएंगे। 

यह रहेगा चुनरी यात्रा का रूट

चुनरी यात्रा महलवाड़ा स्थित श्री पद्मावती माता मंदिर से शुरू होकर, पैलेस रोड, डालूमोदी बाजार, माणक चौक, घास बाजार, चौमुखी पुल, चांदनी चौक, लक्कड़पीठा, बाजना बस स्टैंड, शिवगढ़ होते हुए पूरी रात पैदल चल कर सुबह 6 बजे श्री गढ़खंखाई माता मंदिर राजापुरा पंहुचेगी। यहां हिन्दू राष्ट्र निर्माण एवं विश्व कल्याण की भावना के साथ माता रानी को चुनरी चढ़ाई जाएगी।

35 से अधिक जगह होगी स्वल्पाहार की व्यवस्था

सामाजिक, धार्मिक एवं सहयोगी संगठनों द्वारा चुनरी यात्रियों के लिए रास्ते में 35 से अधिक स्थानों पर फरियाल, स्वल्पाहार, ठंडाई, चाय पानी आदि की व्यवस्था भी की जाएगीl यात्रा के सहभागी संगठन इप्का  फार्मा श्रमिक-कर्मचारी कामगार संघ, अखिल भारत हिंदू महासभा, नमो ग्रुप फाउंडेशन, जनमत ग्रुप, श्री महाराणा प्रताप जन्म उत्सव समिति, राष्ट्रीय क्षत्रिय सेना, विश्वकर्मा सेना, शिवसेना, भारतीय कामगार सेना, श्री गुर्जर समाज युवा इकाई, वायर उद्योग कामगार संघ,  भगवा स्वयंसेवक संघ, राष्ट्रीय हिंदू युवा संगठन, श्री नित्य चिंतामन गणपति मंदिर ट्रस्ट समिति,  जांगिड़ ब्राह्मण समाज मंदिर समिति, श्री मंगलनाथ महाकाल रक्तदान मंडल,  श्री पतंजलि युवा भारत रतलाम, रतलाम कॉरपोरेशन आदि रहेंगे। 

ये मौजूद थे बैठक में

बैठक में धर्मेंद्र रांका, नरेंद्र सिंह चौहान, विपिन सोनी, पं संजय शिवशंकर दवे, संजय पेमाल, राजेश नागल, कृष्णा वुडडल, मंगल सिंह पंवार, ओम प्रकाश धीमान, महेश बोदलिया, जितेन्द्र बामनिया, नीरज चावला, श्याम प्रजापत, मोतीलाल जैन, हेमंत पंवार, पवन जोशी, सतीश सोनी, नित्यानंद आचार्य, नंद किशोर पवार, पुखराज हंसवाल, दिनेश लाखा, गब्बर यादव, विशाल वर्मा, भूपेंद्र खंडेलवाल, सोनू प्रजापत, काजल टांक आदि मौजूद रहे।