INDIAS GOT TALENT 2022 : किस्मत से बनी बांसुरीवादक मनुराज और बीट बॉक्सर दिव्यांश की जोड़ी रही IGT 9 की विजेता
सोनी टीवी पर प्रसारित रियलटी शो इंडियाज गॉट टैलेंट 2022 (India's Got Talent 2022 ) का समापन। रविवार को हुए ग्रैंड फिनाले में बांसुरी वादक मनुराज एवं बीट बॉक्सर दिव्यांश बने विजेता। अभिनेत्री किरण खेर, शिल्पा शेट्टी, तारा सुतारिया, अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी, टाइगर श्रॉफ, रैपर बादशाह, फिल्म पटकथा लेखक व गीतकार मनोज मंतशिर, कॉमेडियन सुगंधा मिश्रा आदि रहे अतिथि।
सोनी टीवी पर तीन माह पूर्व शुरु हुए रियलिटी शो इंडियाज गॉट टैलेंट 2022 का रविवार को हुआ ग्रैंड फिनाले
एसीएन टाइम्स @ डेस्क । सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले रियलिटी शो इंडियाज गॉट टैलेंट 2022 (INDIAS GOT TALENT 2022) ने देश के संगीत जगत को एक अनूठी जोड़ी दे दी। रविवार रात को प्रसारित शो IGT - 9 के ग्रैंड फिनाले में राजस्थान के बीट बॉक्स दिव्यांश और बांसुरी वादक मनुराज की जोड़ी ने अपनी उनूठी जुगलबंदी के दम पर विजेता का खिताब अपने नाम कर लिया। जोड़ी को एक वेगनआर कार, नकद पुरस्कार और ट्रॉफी से नवाजा गया। दोनों कलाकारों ने कहा कि किस्मत से बनी उनकी यह जोड़ा आगे भी बरकरार रहेगी।
शो का ग्रैंड फिनाले रविवार को सोनी टीवी पर प्रसारित हुआ। तीन घंटे चले समारोह के अंत में दिव्यांश और मनुराज को विजेता घोषित किया गया। शो के जज प्रसिद्ध अभिनेत्री एवं अभिनेता अनुपम खेर की पत्नी सांसद किरण खेर, शिल्पा सेट्टी, रैपर बादशाह और गीतकार व पटकथा लेखकर मनोज मुंतशिर रहे। विशेष अतिथियों के रूप में अभिनेता टाइगर श्रॉफ, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, अभिनेत्री तारा सुतारिया, सुपर स्टार सिंगर – 2 के होस्ट आदित्य नारायण और सभी कैप्टन्स के अलावा कॉमेडियन सुगंधा मिश्रा भी रहे। सुगंधा मिश्रा जल्द ही सोनी टीवी पर आने वाले एक कॉमेडी सीरियल के प्रमोशन के तहत शामिल हुईं। यह शो कपिल शर्मा शो की जगह रिप्लेस होगा।
इन प्रतियोगियों में था मुख्य मुकाबला, सभी एक से बढ़कर एक
IGT - 9 में टॉप-5 प्रतियोगियों में दिव्यांश व मनुराज की जोड़ी के अलावा 26 सदस्यी द डिमोलिशन ग्रुप, गुरुग्राम का स्टंट ग्रुप वॉरियर स्क्वॉड, दिल्ली की लड़कियों का बॉम्ब फायर ग्रुप, छोटी लता के नाम से पहचान बनाने वाली जबलपुर की इशिता विश्वकर्मा तथा अमृतसर के युवा गायक ऋषभ चतुर्वेदी भी शामिल रहे। द डिमोलिशन ग्रुप जहां बैक-टू-बैक परफॉर्मेंस के लिए जाने जाते हैं तो वॉरियर स्क्वॉड स्टंट और बॉम्ब फायर आग लगा देने वाले डांस के लिए। इशिता को शो के दौरान ही कंगना रणौत की फिल्म सीता में सीता की आवाज के लिए साइन किया गया है। इसके अलावा मैजीशियन बी. एस. रेड्डी के जादू के शो ने भी खूब दाद बटोरी।
3 महीने चला रियलिटी शो, एक से बढ़ कर एक प्रस्तुतियों ने जीता दर्शकों का दिल
15 जनवरी 2022 को IGT – 9 का प्रीमियर शो हुआ था। इसके बाद प्रति शनिवार और रविवार प्रसारित होने वाले शो में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक उम्दा प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का दिल जीत लिया। तीन महीने चले शो के दौरान गीत-संगीत के अलावा रोमांचकारी और हैरतअंगेज प्रदर्शन के अलावा शरीर साधकों ने करतब दिखाए। डिमोलेशन, बम्ब फायर सहित एक और कलाकारों के समूहों द्वारा दी गई नृत्य की प्रस्तुतियों ने दर्शकों के दिलो-दिमाग पर अलग छाप छोड़ी। कंगना रणौत की फिल्म सीता में सीता की आवाज बन चुकी जबलपुर की इशिता ने अपनी गायकी से हर बार जजों और दर्शकों को स्वर कोकिला लता मंगेशकर की याद दिलाई।
कलाकारों के ये मिले पुरस्कार- विजेता जोड़ी दिव्यांश और मनुराज को एक कार, 20 लाख रुपए नकद तथा ट्रॉफी से नवाजा गया। वहीं शो की फर्स्ट रनर अप रहीं इशिता विश्वकर्मा और सेकंड रनर अप बॉम्ब फायर ग्रुप को 5 – 5 लाख रुपये का इनाम मिला।
रहन-सहन अलग लेकिन संगीत ने करवा दी ट्यूनिंग, IGT भी जीतो और फिल्म में साथ कर रहे काम
शो में पहली बार हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और पश्चिमी संगीत की अनूठी जुगलबंदी देखने को मिली। ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ के विजेता मनुराज और दिव्यांश का कहना हैकि उनकी जोड़ी भविष्य में भी बरकररार रहेगी। बता दें कि बीट बॉक्सर दिव्यांश के साथ प्रारंभ में एक अन्य कलाकार प्रस्तुति देने वाले थे लेकिन उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई। ऐसे में दिव्यांश अकेले रह गए। कुछ ऐसा ही मनुराज के साथ हुआ। अभ्यास के दौरान दिव्यांश और मुनराज संपर्क में आए तो एक सफल जोड़ी बन गई। दोनों का रहन-सहन आलग-अलग है। दिव्यांश जहां सुबह चार बजे सोते हैं वहीं मनुराज सुबह चार बजे उठ जाते हैं। संगीत साधना ने दोनों की ऐसी ट्यूनिंग करा दी कि वे न सिर्फ विजेता बन गए बल्कि रोहित शेट्टी की फिल्म ‘सर्कस’ के बैकग्राउंड और थीम म्यूजिक में भी साथ काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे आगे भी इसी तरह साथ काम करते रहेंगे।
हरिप्रसाद चौरसिया के गुरुकुल में सीखा शास्त्रीय संगीत, चाय की दुकान में सीखी बांसुरी
बांसुरी वादक मनुराज शास्त्रीय संगीत के जानकार हैं। पंडित हरिप्रसाद चौरसिया के मुंबई गुरुकुल में 12 साल तक शास्त्रीय संगीत सीखने वाले मनुराज के अनुसार उनके लिए गुरुकुल में प्रवेश लेना आसान नहीं था। गुरुकुल में आने से पहले उन्होंने संगीत की थोड़ी शिक्षा ली। गुरुकुल में सिर्फ संगीत ही नहीं सिखाय जाता बल्कि गुरुकुल प्रथा का पालन करना भी सिखाया जाता है जिसे मनुराज आगे बढ़ाना चाहते हैं। मनुराज के बांसुरी सीखने की कहानी भी रोचक है। मनुराज की मां पेशे से अध्यापिका होकर मदिरों में शौकिया तौर पर भजन-कीर्तन करती भी हैं। एक बार स्कूल से लौटते समय मनुराज ने एक चायवाले को बांसुरी बजाते देखा। उन्होंने चाय बनाने वाले से बांसुरी बजाना सीखा। जब जयपुर के एक कार्यकम में गुरु संदीप सोनी को बांसुरी बजाते देखा तो वे सुनकर हैरान ही रह गए। उन्होंने गुरु संदीप सोनी से भी बांसुरी सीखी। बाद में उन्होने 2600 रुपए की एक बांसुरी खरीदी। इसकी वर्तमान में कीमत करीब 18 हजार रुपए है।