यह संस्कारों की पाठशाला है : बेलामेंटे-प्री स्कूल में मना रक्षाबंधन पर्व, बहनों ने भाइयों की कलाइयों पर बांधी राखी, चंदन का तिलक लगाया
रतलाम शहर के प्री प्राइमरी स्कूल बेलामेंटे में बच्चों को त्यौहार का महत्व समझाने के लिए रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। यहां बहनों ने भाइयों (विद्यार्थियों) की कलाई पर रेशमी राखी सजाई और चंदन का तिलक किया तो भाइयों ने उन्हें उनकी सुरक्षा का संकल्प दोहराया।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर के प्रसिद्ध बेलामेंटे-प्री स्कूल में रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। इस दौरान विद्यालय की नन्हीं छात्राओं ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर उपहार में चॉकलेट दी। बहनों ने भाइयों के लिए मंगलकामना भी की। वहीं भाइयों ने बहनों की रक्षा करने का संकल्प दोहराया।
बेलामेंटे-प्री स्कूल के सेंटर हेड नवीना डोमिनीक ने बताया कि हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। आज की पीढ़ी के लिए जरूरी है कि उन्हें सभी त्योहारों के बारे में बताया जाए। इसी उद्देश्य के साथ स्कूल में रक्षाबंधन पर्व मनाया गया।
स्कूल के डायरेक्टर विजय शर्मा भी बच्चों के साथ आयोजन में शामिल हुए। उन्होंने रक्षाबंधन पर्व के महत्व औऱ परंपरा के बारे में रोचक तरीके से बताया।
रंग-बिरंगी राखी और तिलक के लिए चंदन
रक्षाबंधन पर्व को लेकर बच्चों में खासा उत्साह रहा। विद्यालय परिसर में सुबह से ही बहनें नवीन परिधान में थाल में रंग-बिरंगी राखियां, मिठाई और तिलक लगाने के लिए चंदन लेकर भाइयों की कलाई में राखी बांधने को उत्सुक थीं। पर्व मनाने के लिए बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में आए थे। स्कूल की ओऱ से बच्चों को चॉकलेट उपहार में दी गई।
बच्चों को त्योहार और संस्कार की जानकारी मिलना खुशी की बात- कोठारी
स्कूल में पढ़ने वाली अन्वी कोठारी की अभिभावक अंजलि कोठारी ने बताया कि हमें खुशी है कि हमारी बेटी को अभी से स्कूल में इस तरह के पर्वों की जानकारी दी जा रही है। इससे बच्चों को अपने त्योहारों के बारे में जानकारी मिलती है और इस तरह के त्योहारों को लेकर जो स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं उनके बच्चों को काफी कुछ सीखने को मिलता है।
ये रहे मौजूद
आयोजन की तैयारी में स्कूल की टीचर्स पूर्वा शर्मा और खुशी गिरी की सराहनीय भूमिका रही। इस दौरान टीचर्स रुचि अहिरवार, रचना पंवार, रीना कोठारी, वंशिका जैन, संजना तलेरा, दीपिका श्रीवास्तव, रुचिका काश्यप, शीतल मेम, गीतांजलि आदि मौजूद रहीं। उपस्थित थे।