कृषि उपज मंडी है या मनमानी का अड्डा, कलेक्टर ने निरीक्षण किया तो 9 कर्मचारी गैरहाजिर मिले, सब का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश
कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने कृषि उपज मंडी के 9 व जिला पंचायत के 1 गैरहाजिर कर्मचारी का एक-एक दिन का वेतन काटने का निर्देस दिया है।
जिला पंचायत में अनुपस्थित मिले एक कर्मचारी का वेतन भी काटने के लिए कहा
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । कृषि उपज मंडी में जिम्मेदारों की मनमानी के कारण किसान हमेशा परेशान रहते हैं और शिकायतें करते हैं। मनमानी के इस अड्डे में गुरुवार को निरीक्षण करने कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी पहुंचे तो यहां 10 कर्मचारी गैरहाजिर मिले। इसी तरह जिला पंचायत में भी बिना सूचना एक कर्मचारी को अनुपस्थित पाया। सुशासन स्थापित करने के प्रयास के दौरान कलेक्टर ने सभी गैरहाजिर कर्मचारियों का एक-एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।
सुशासन सप्ताह के तहत सरकारी दफ्तरों की व्यवस्थाएं जांचने और उन्हें चुस्त-दुरुस्त करने के लिए कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी प्रयासरत हैं। वे गुरुवार को रतलाम मुख्यालय पर विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण करने निकले। उन्होंने कृषि उपज मंडी, जिला पंचायत, शहर एसडीएम कार्यालय, रतलाम तहसील कार्यालय का निरीक्षण लिया। इस दौरान यहां 10 कर्मचारी गैरहाजिर मिले जिनमें से 9 कृषि उपज मंडी के की हैं जबकि 1 जिला पंचायत का है। कलेक्टर ने इन सभी कर्मचारियों का एक-एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को कार्य के प्रति गंभीरता बरतने और बिना सूचना अनुपस्थित नहीं रहने की सख्त हिदायत दी है।
कहां-कौन मिला गैरहाजिर
कृषि उपज मण्डी : 1. अनुपस्थित सहायक उपनिरीक्षक नरसिंह डामोर, 2. सहायक ग्रेड 2 विद्या वर्मा, 3. अमृतलाल सांकला, 4. ड्रायवर शांतिलाल राठौर, 5. भृत्य टेकचंद लश्करी, 6. दुलेसिंह खराड़ी, 7. दिनेश गौड़, 8. स्थायीकर्मी बाबूलाल मुनिया एवं 9. सहायक ग्रेड 3 नागेश रोजलिया।
जिला पंचायत - सहायक ग्रेड 3 अमित जैन।