पुलिस जैसे महकमे में 38 साल का कार्यकाल निष्कलंक होना गौरवपूर्ण, मेरे लिए कार्यालय का पर्याय रहे एसआई विनोद त्रिपाठी- डीआईजी सक्सेना

रतलाम उप रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में पदस्थ एसआई विनोद त्रिवाठी को सेवानिवृत्ति पर पुलिस विभाग द्वारा विदाई दी गई। केंद्रीय गृह मंत्री के उत्कृष्ट अवॉर्ड से सम्मानित त्रिपाठी 38 साल की उत्कृष्ट सेवा के बाद बेदाग सेवानिवृत्त हुए।

पुलिस जैसे महकमे में 38 साल का कार्यकाल निष्कलंक होना गौरवपूर्ण, मेरे लिए कार्यालय का पर्याय रहे एसआई विनोद त्रिपाठी- डीआईजी सक्सेना
पुलिस सेवा से निवृत्ति होने पर एसआई विनोद त्रिपाठी को शॉल-श्रीफल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित करते रतलाम डीआईजी सुशांत सक्सेना।

केंद्रीय गृहमंत्री के अति उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित हो सके हैं त्रिपाठी, मप्र पुलिस की सेवा से निवृत्त होने पर समारोह पूर्वक दी विदाई, शॉल-श्रीफल से किया अभिनंदन

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । केन्द्रीय गृह मंत्री के अति उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्यालय के एसआई विनोद त्रिपाठी का 38 साल का सेवाकाल निष्कलंक पूर्ण होना गौरवपूर्ण है। दो दशक लगातार स्थापना शाखा में रहना भी बड़ी उपलब्धि है। वे अपने कार्य, व्यवहार और सेवा के प्रति समर्पण से सबके लिए प्रेरणापुंज बने रहेंगे।

यह बात रतलाम उप रेंज के डीआईजी सुशांत सक्सेना ने कही। अपने कार्यालय में सहकर्मी विनोद त्रिपाठी की सेवानिवृत्ति पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति की चर्चा हो, तो पैमाना नियमों का नहीं केवल कार्य व्यवहार का होता है। त्रिपाठी ने किसी की चाय भी नहीं पी और अपना कार्यकाल बेदाग पूर्ण कर साबित कर दिया कि उनकी कार्यदक्षता उत्कृष्ट रही है। मेरे लिए भी वे कार्यालय का पर्याय बनकर रहे हैं। सेवानिवृत्ति एक पडाव है, इसलिए उम्मीद है कि वे इस पूर्ण करने के बाद समाज में योगदान देते रहेंगे।

सद्व्यवहार के कारण त्रिपाठी को मिला अलग स्थान- एडवोकेट व्यास

समारोह में विशेष रूप से उपस्थित पूर्व उपसंचालक अभियोजन कैलाश व्यास ने कहा कि त्रिपाठी  को उनके सद्व्यवहार ने अलग ही स्थान दिलाया है। श्रेष्ठ कार्य के लिए उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार दिया गया है। राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए भी उनका नाम वरिष्ठ अधिकारियों ने कई वर्षों तक लगातार भेजा। कार्य के प्रति उनका समर्पण सबके लिए प्रेरणादायी रहेगा।

अभावों के दौर में शुरू हुआ था कार्यकाल, अब सारे संसाधन उपलब्ध- त्रिपाठी

सेवानिवृत्त हो रहे विनोद त्रिपाठी ने कहा कि उनके कार्यकाल की शुरुवात अभावों के बीच हुई थी। अब सारे संसाधनों के साथ कार्य हो रहा है। अपने पिता और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन से प्रेरित होकर ही वे अपने कार्यकाल को उत्कृष्ट बना सके।

इन्हों ने भी किया संबोधित

विदाई समारोह में शासकीय मेडिकल कॉलेज के वित्त अधिकारी तरुण त्रिपाठी, नोटरी अरुण त्रिपाठी, पूर्व सैनिक वीरेंद्र त्रिपाठी, कवि गोपालकृष्ण त्रिपाठी निर्झर, आरआई विजयकांत शुक्ला, डीआईजी कार्यालय के आरएस नागर, एससी रायकवार, राजेन्द्र खत्री, राजेन्द्र पुरोहित, जगदीश वसुनिया, कपिल हाड़ा, राजेन्द्र शर्मा, विशाल राठौड, शैलेश राठौड़, हितेन्द्र गौर, धर्मराज चैधरी, प्रशांत काले, गोपाल डोडियार, मयंक सोनी, महेश पाटीदार, हरीश राठौड़, अर्चना महावर, पूजा मिश्रा, रेखा आर्य आदि ने भी विचार रखे।

अंत में डीआईजी सक्सेना से शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर त्रिपाठी का अभिनंदन किया। संचालन एवं आभार प्रदर्शन स्टेनो राजेश कुंभकार ने किया।