क्या आप जानते हैं ? अभिनव गीत या नवगीत किसे कहते हैं, जानना चाहते हैं तो कवि एवं साहित्यकार अज़हर हाशमी की यह व्याख्या और गीत सुनिए
अभिनव गीत और नवगीत का अलग ही अंदाज है। साहित्यकार और कवि अज़हर हाशमी के ऐसे ही अभिनव गीतों और नवगीतों का एक संग्रह हाल में प्रकाशित हुआ है। वे स्वयं ही इसकी व्याख्या भी कर रहे हैं और गीत भी सुना रहे हैं।
कवि एवं साहित्यकार अज़हर हाशमी का हाल ही में गीत संग्रह प्रकाशित हुआ है। संदर्भ प्रकाशन द्वारा प्रकाशित गीत संग्रह 'कभी काजू घना कभी मुट्ठी चना' में ज्यादातर अभिनव और नवगीत हैं। अभिनव गीत या नवगीत क्या हैं, इसकी व्याख्या खुद अज़हर हाशमी कर रहे हैं। ऐसा ही एक अभिनव गीत उन्हीं के गीत संग्रह से उन्हीं की जुबानी- भोर की बंसी बजी, नींद बगिया ने तजी...।
इस अभिनव गीत को आप तक पहुंचाने में एसीएन टाइम्स की मदद की है सेवानिवृत्त उप संचालक अभियोजन कैलाश व्यास (अभिभाषक)। आप भी सुनिए, आनंद लीजिए और दूसरों को भी सुनाइये।