भाजपा की शिकायत पर प्रशासन ने दो लोकल न्यूज चैनल किए सील, पत्रकारों ने जताया आक्रोश तो दो घण्टे बाद ही खोलना पड़ी (देखिए वीडियो)

भाजपा की एक शिकायत पर जिला प्रशासन ने सोमवार को शहर के दो स्थानीय टीवी चैनलों के दफ्तरों को सील कर दिया। पत्रकारों की एकजुटता के चलते प्रशासन ने दो घंटे बाद साल हटाल ली।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा की शिकायत के चलते जिला प्रशासन ने ताबडतोड कार्यवाही करते हुए हिंदी टीवी न्यूज चैनल अम्बर टाइम्स और डिजियाना नेटवर्क के दफ्तरों को सील कर दिया। प्रशासन की इस कार्यवाही से नाराज त्रकारों ने कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी से मिल कर नाराजगी जताई। प्रेस क्लब ने घटना के विरोध में ज्ञापन भी सौंपा। इसके चलते प्रशासन ने दो घण्टे बाद ही दोनों चैनलों के दफ्तरों पर लगाई गई सील हटा दी। इधर, रतलाम प्रेस क्लब ने एक आपात बैठक कर घटना की निन्दा करते हुए मामले को उच्च स्तर पर उठाने का निर्णय लिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार,भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह लुनेरा ने जिला प्रशासन को शिकायत की थी कि अम्बर टाइम्स और डिजियाना नेटवर्क दोनों के संचालक कांग्रेस प्रत्याशी (मयंक जाट) के रिश्तेदार हैं। इनके द्वारा समाचार प्रदर्शित करने में पक्षपात किया जा रहा है। इस शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने दोनों ही टीवी चैनलों के प्रबन्धन को नोटिस जारी कर मात्र बारह घण्टे का समय जवाब देने के लिए दिया गया।

प्रशासन द्वारा दिए नोटिस में चैनल संचालकों से न्यूज चैनल संचालन के लायसेंस, न्यूज चैनल संचालन के भवन की निर्माण अनुमति और व्यावसायिक उपयोग की अनुमति, न्यूज चैनल संचालन हेतु विभिन्न विभागों से प्राप्त अनुमतियां और एक सप्ताह में प्रसारित कार्यक्रमों की लॉग बुक और सीडी मांगी। चैनल संचालकों से सोमवार दोपहर दो बजे के पहले ही इस नोटिस का जवाब देने को कहा गया था। सोमवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे प्रशासन की एक टीम एसडीएम संजीव पाण्डेय के नेतृत्व में दोनों चैनलों के कार्यालय पंहुची और उन्हें सील कर दिया। जैसे इसकी जानकारी पत्रकारों को मिली वे मौके पर पहुंच गए।

समय सीमा में दे दिया था जवाब

अम्बर नेटवर्क के संचालक योगेन्द्र सिंह जाट ने बताया नोटिस का जवाब समय सीमा के भीतर दे दिया था। अम्बर नेटवर्क ने कार्यक्रमों के प्रसारण में किसी प्रकार का कोई पक्षपात नहीं किया। जिला प्रशासन ने समाचार माध्यमों पर नजर रखने के लिए एमसीएमसी बना रखी है। प्रेस क्लब अध्यक्ष इस समिति के सदस्य नामित है। प्रशासन ने पक्षपात का आरोप लगाने से पूर्व एमसीएमसी कमेटी की ना तो कोई बैठक आयोजित की और ना ही कार्यक्रमों का परीक्षण किया। सत्तारुढ़ दल के दबाव में एकतरफा कार्रवाई कर चैनल के दफ्तर सील कर दिए। पूरी कार्रवाई सत्तारुढ़ दल के प्रत्याशी को अवैध लाभ पंहुचाने के लिए की गई। डिजियाना नेटवर्क के राजू केलवा ने भी प्रशासन पर सत्तारुढ़ दल के दबाव में काम करने और सत्तारुढ़ दल के प्रत्याशी को लाभ पंहुचाने का आरोप लगाया है।

प्रेस क्लब ने दिया ज्ञापन, बुलाई आपात बैठक

घटना से आक्रोशित रतलाम प्रेस क्लब के सदस्यों ने अध्यक्ष मुकेश पुरी गोस्वामी के नेतृत्व में कलेक्टोरेट पंहुचकर इस एकतरफा कार्रवाई के विरोध में कलेक्टर नरेन्द्र सूर्यवंशी को ज्ञापन दिया। कलेक्टर ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान टीवी चैनलों के कंट्रोल रूम खोलने पर सहमति जताई। बाद में रतलाम प्रेस क्लब की आपात बैठक प्रेस क्लब भवन में आयोजित की गई। इसमें प्रेस क्लब अध्यक्ष गोस्वामी, पूर्व अध्यक्ष राजेश जैन और तुषार कोठारी ने सम्बोधित किया। प्रेस क्लब ने मामले में निन्दा प्रस्ताव पारित किया। यह भी निर्णय लिया कि प्रेस क्लब द्वारा प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में राज्य निर्वाचन आयोग, राज्यपाल और राष्ट्रपति को शिकायत की जाएगी।

आपत्ति के बाद हटाई सील, चैनल के प्रसारण के लिए स्वतंत्र

प्रेस क्लब की आपात बैठक के दौरान ही पत्रकारों को सूचना मिली कि दोनों चैनलों से सील हटा दी गई है। चैनल संचालकों का कहना है कि प्रशासन ने दफ्तर को सील करते वक्त कोई लिखित आदेश नहीं दिया और ना ही सील हटाने की कोई अधिकृत लिखित सूचना चैनल संचालकों को दी। चैनल संचालकों के अनुसार उन्हें प्रशासन ने लिखित में कोई आदेश भी नहीं दिया है कि चैनलों का प्रसारण बन्द किया जाए। ऐसे में वे चैनलों का प्रसारण करने के लिए स्वतंत्र हैं।