यह संस्कारों की बात है... एक दिवंगत का परिवारजन से अंतिम संस्कार करवाया, दूसरे का समाजसेवी गोविंद काकानी ने किया

समाज की सेवा करने के लिए धन-दौलत की नहीं बल्कि सेवा के जज्बे की जरूरत है। इस मामले में रतलाम के समाजसेवी गोविंद काकानी मिसाल हैं।

यह संस्कारों की बात है... एक दिवंगत का परिवारजन से अंतिम संस्कार करवाया, दूसरे का समाजसेवी गोविंद काकानी ने किया
दिवंगत को श्रद्धांजलि, सेवा को नमन।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जीवन में संस्कारों का बड़ा महत्व है फिर वह चाहे जन्म से लेकर मरण तक के संस्कार हों या फिर सेवा का संस्कार। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव व समाजसेवी गोविंद काकानी सेवा के संस्कार निभाने के मामले में मिसाल हैं। उन्होंने समझाइश दी तो अपने ही परिजन का अंतिम संस्कार करने से इनकार करने वाला परिवार इसके लिए राजी हो गया। एक अन्य के अंतिम संस्कार के लिए कोई नहीं मिला तो खुद काकानी ने ही यह संस्कार निभाया।

जिला चिकित्सालय में गोवर्धन नामक एक व्यक्ति लावारिस हालत में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। परिवार के सदस्यों को ढूंढकर उनसे गोवर्धन के अंतिम संस्कार के लिए निवेदन किया गया परंतु उन्होंने मना कर दिया। इससे जिला अस्पताल स्थित पुलिस चौकी प्रभारी अशोक शर्मा के माध्यम से गोवर्धन के परिजन को केवल अंतिम संस्कार के दौरान खड़े रहने के लिए कहा गया। बताया गया कि अंतिम संस्कार की सारी व्यवस्था समाजसेवी काकानी द्वारा की जा रही है। यह सुनकर परिजन का मन बदल गया और उन्होंने गोवर्धन का अंतिम संस्कार किया। काकानी ने बताया गोवर्धन अनेक बार जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होता था और ठीक हो कर चला जाता था। इस बार तबीयत ज्यादा खराब होने से इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।

जिसका कोई नहीं उसका अंतिम संस्कार मित्रों के साथ मिलकर किया

समाजसेवी काकानी को दीपक पिता प्यारेलाल विश्वकर्मा हाल मुकाम कालिका माता की मृत्यु होने का पता चला। उनके मित्रों ने अंतिम संस्कार के लिए मदद मांगी। लगभग 40 वर्षीय दीपक का अंतिम संस्कार भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर विधि विधान से काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा  प्रदान की गई राशि से किया गया।

पुष्पांजलि अर्पित

दोनों ही दिवंगतों को समन्वय परिवार, प्रभु प्रेमी संघ, जिला रोगी कल्याण समिति, पुलिस प्रशासन एवं काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से समाजसेवी गोविंद काकानी, मित्र हर्षित महावार, अक्षांश मिश्रा, विनोद खेर, ललित द्विवेदी, परमेश्वर पवार, बबलू जाधव ने पुष्पांजलि अर्पित की।