रतलाम विकास प्राधिकरण अध्यक्ष अशोक पोरवाल 25 अप्रैल को ग्रहण करेंगे पदभार, वाहन रैली निकलेगी, 10 साल से खाली था महत्वपूर्ण पद

10 वर्ष तक रिक्त रही आरडीए अध्यक्ष की कुर्सी मंगलवार को भर जाएगी। नवनियुक्त अध्यक्ष अशोक पोरवाल पदभार ग्रहण करेंगे। इस मौके पर भाजपा वाहन रैली निकलेगी।

रतलाम विकास प्राधिकरण अध्यक्ष अशोक पोरवाल 25 अप्रैल को ग्रहण करेंगे पदभार, वाहन रैली निकलेगी, 10 साल से खाली था महत्वपूर्ण पद
अशोक पोरवाल, अध्यक्ष- रतलाम विकास प्राधिकरण (कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त)

एसीएन टाइम्स @ रतलाम राज्य शासन द्वारा नवनियुक्त रतलाम विकास प्राधिकरण अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) अशोक पोरवाल 25 अप्रैल को पदभार ग्रहण करेंगे। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा विशाल वाहन रैली निकाली जाएगी।

भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी अरुण त्रिपाठी एवं सह प्रभारी नीलेश बाफना ने बताया आरडीए अध्यक्ष पोरवाल के कार्यभार ग्रहण करने पर वाहन रैली शाम 4 बजे डॉ. आम्बेडकर भवन परिसर से आरंभ होगी। यह रैली लोकेन्द्र भवन मार्ग, महाराजा सज्जन सिंह स्टेच्यू, दिलबहार चौराहा, फ्रीगंज, दो बत्ती चौराहा, न्यू रोड, शहर सराय, रानीजी का मंदिर, नाहरपुरा, डालूमोदी बाजार, माणकचौक, घास बाजार, चांदनी चौक, लक्कड़पीठा होते हुए छोटू भाई की बगीची, समता शीतल पैलेस पहुंचकर विसर्जित होगी।

इस मौके पर भाजपा के जिला प्रभारी प्रदीप पांण्डेय, सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक चेतन्य काश्यप, डॉ. राजेन्द्र पांण्डेय, दिलीप मकवाना, आकाश विजयवर्गीय (इंदौर), पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी, महापौर प्रहलाद पटेल सहित भाजपा पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे। भाजपा ने कार्यकर्ताओं से अधिक से अधिक की संख्या में उपस्थित रहने का आह्वान किया है।

नए समीकरणों को जन्म देने वाली ताजपोशी

बता दें कि आरडीए अध्यक्ष पद को लेकर भाजपा में लंबे समय से खींचतान मची हुई थी। ऐसे में पोरवाल की इस पद पर ताजपोशी से नए राजनीतिक समीकरण बने हैं। इसका असर आगामी दिनों में देखने को मिल सकता है। रतलाम जिले को मंत्री दिए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी जो आरडीए अध्यक्ष पोरवाल को केबिनेट मंत्रा का दर्जा मिलने से पूरी न सही, आंशिक रूप से पूरी जरूर हुई है। गौरतलब है कि पोरवाल महापौर पद के प्रबल दावेदारों थे लेकिन राजनीतिक दांव-पेंच के चलते तब उनका टिकट नहीं हो पाया था। इसके बाद से पोरवाल पार्टी की गाइडलाइन पर चलते हुए काम कर रहे थे।