JPL 2024 : रतलाम रॉयल्स बनी झूलेलाल प्रीमियर लीग के 5वें सीजन की विजेता, चंदन मोतियानी रहे मैन ऑफ़ द सीरीज
संत कंवरराम युवा मंच आयोजित श्री झूलेलाल प्रीमियर लीग 2024 क्रिकेट प्रतियोगिता में रतलाम रॉयल्स टीम माते श्री आनंद को हरा कर विजेता बनी।
संत कंवरराम युवा मंच द्वारा आयोजित क्रिकेट स्पर्धा का समारोहपूर्वक हुआ समापन
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । झूलेलाल प्रीमियर लीग 2024 का समारोहपूर्वक समापन हो गया। स्पर्धा में रतलाम रॉयल्ट टीम ने खिताबी जीत हासिल की। मैन ऑफ द सिरीज के रूप में चंदन मोतियानी चुने गए। पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान अतिथियों ने इसी तरह खेल भावना से खेलते रहने की बात कही।
झूलेलाल प्रीमियर लीग 2024 का आयोजन संत कंवरराम युवा मंच द्वारा संत कंवरराम सिंधु नगर स्थित श्री गुरु नानक सिंधु भवन में किया गया। संत कंवरराम युवा मंच के संयोजक विनोद करमचंदानी ने बताया कि फाइनल मैच के दौरान हुए समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. नीलेश वाधवानी (रतलाम हॉस्पिटल), मुरली फुलवानी और नीटू मेघानी उपस्थित रहे। अथितियों का स्वागत मंच अध्यक्ष चंदन मोतियानी ने किया।
'व्यक्तित्व विकास में खेलों विशेष महत्व, हर हार से सीखे लें'
अथितियों ने झूलेलाल प्रीमियर लीग की प्रशंसा की। उन्होंने संत कंवरराम युवा मंच की समाज को एकजुट कर ऐसे श्रेष्ठ आयोजन के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में खेल का विशेष महत्व है। कोई भी खेल हो, कोई हारता है तो कोई जीतता है। जो हारा वह यदि उसी हार को स्वीकार कर आगे बढ़ता है और इससे सीख लेता है तो वह जीवन में सामंजस्य पाने में सफल होता है। अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और जीत के लिए शुभकामनाएं दीं।
10 टीमों ने लिया स्पर्धा में भाग
तत्पश्चात माते श्री आनंद और रतलाम रॉयल्स के बीच फाइनल मैच हुआ। इसमें रतलाम रॉयल्स विजेता रही। बता दें कि स्पर्धा में कुल 10 टीमों ने भाग लिया। हालांकि फाइनल तक वही दो टीमें पहुंचीं जिनके बीच पहले मैच में भिड़ंत हुई थी। पहले मैच में माते श्री आनंद ने रतलाम रॉयल्स को पराजित किया था। इस हार का बदला रतलाम रॉयल्स ने फाइनल मुकाबले में माते श्री आनंद को हरा कर ले लिया।
अतिथियों ने किया पुरस्कृत
अतिथियों द्वारा स्पर्धा की विजेता और उप विजेता टीम को ट्रॉफी और नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। रतलाम रॉयल्स को झूलेलाल प्रीमियर लीग के पांचवें सीजन की विजेता के रूप में पुरस्कृत किया गया। जबकि माते श्री आनंद को उप विजेता की शील्ड प्रदान की गई।
मैन ऑफ़ द सीरीज का पुरस्कार चंदन मोतियानी को, बेस्ट फिनिशर अवॉर्ड हेमू खुशलानी को, बेस्ट बॉलर का जयेश गुरबानी को, बेस्ट बैट्समैन का कुणाल भाग्यवानी, तथा बेस्ट कैच ऑफ़ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड हार्दिक अवतानी को दिया गया। स्पर्धा के आयोजन में उल्लेखनीय सहयोग करने वालों को भी प्रोत्साहित किया गया। मंच की ओर से अतिथियों को स्मृति चिह्न दिए गए।
ये पुरस्कार मिले स्पर्धा में
संयोजक करमचंदानी के अनुसार विजेता टीम को 25 हजार रुपए का नकद पुरस्कार विनोद परियानी जबकि उपविजेता टीम को 15 हजार रुपए का पुरस्कार मुरली फुलवानी की तरफ रखा गया था। मैन ऑफ़ द सीरीज के लिए 3,333 रुपए सुरेश पोपटानी, बेस्ट फिनिशर अवॉर्ड 2,222 एवं ट्रॉफी पंडित भवानीशंकर शर्मा, प्रत्येक मैच में मैन ऑफ द मैच को पुरस्कार के रूप में 251 रुपए एवं गिफ्ट व्हाउचर राजेश मोतियानी की ओर से रखे गए थे। स्टम्प एवं बॉल मुरली आवतानी की ओर से प्रदान किए गए।
13 साल के बच्चे से लेकर 70 साल के बुजुर्ग तक खेले
स्पर्धा में 10 टीमों ने भाग लिया जिसमें 100 खिलाड़ी खेले। इसमें तीन पीढ़ियों का संगम देखने को मिला जिनमें 13 साल के बच्चे से लेकर 70 साल के बुजुर्ग तक शामिल रहे। खिलाड़ी और दर्शक सिंधी समाज के ही थे। स्पर्धा को रतलाम ही नहीं पूरे विश्व में समाज के लोगों ने यू-ट्यूब के माध्यम से देखा और सहारा।
नई संस्था का हुआ गठन, कुणाल भाग्यवानी बने पहले अध्यक्ष
संत कंवरराम युवा मंच जूनियर अंडर-30 नाम से नई संस्था का गठन भी किया गया। इसमें 30 साल से कम के नौजवान ही सदस्य होंगे। यह समाज में सिर्फ रतलाम में ही नहीं बल्कि पूरे मध्य प्रदेश की पहली ऐसी संस्था है। इसके संरक्षक विनोद करमचंदनी और चंदन मोतियानी बनाए गए। अध्यक्ष कुणाल भाग्यवानी व महामंत्री राज करमचंदानी नियुक्त किए गए हैं। नवनियुक्त अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारियों को अतिथियों ने फूलमाला पहनाकर शुभकामनाएं दीं।
शत-प्रतिशत मतदान की शपथ दिलाई
समारोह के दौरान सभी ने शत प्रतिशत मतदान की शपथ ली। इसके अलावा ऑनलाइन शपथ का भी प्रावधान किया गया था। इसके आधार पर समाजजन ने शपथ ली कि 'हम, भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भीक होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।'
इनका उल्लेखनीय सहयोग रहा
स्पर्धा आयोजित करने में संयोजक विनोद करमचंदानी, संरक्षक फ़त्तूमल धनवानी के अलावा सलाहकार मुरली आवतानी, हाशू कल्याणी, संत कंवरराम युवा मंच के काली करमचंदानी, अंकित लछवानी, सन्नी वाधवानी, बल्लू लालवानी, गोविंद वाधवानी, सुरेश पोपटानी, शंकर वाधवानी, राकेश डबरानी, मयूर परियानी, मुकेश गुरनानी, चंदू बदलानी, तारा प्रीतवानी, नीरज गुरयानी, कुणाल भाग्यवानी, जीतू आदि का उल्लेखनीय योगदान योगदान रहा। सहयोग करने वालों में डॉ. नीलेश वाधवानी, मोहन करमचंदानी, लव अवतानी, विजय शिवानी, राजेश मोतियानी, जीत मोतियानी, जगदीश मनसुखानी, डॉ. विशाल गनवानी, गोविंद वाधवानी, पंकज मोदी भी शामिल रहे।