रतलाम : श्री राम मंदिर के पुजारी पर बड़े भाई ने किया चाकू से हमला, परिजन बोले- आदतन अपराधी पर पुलिस नहीं कर रही कड़ी कार्रवाई
रतलाम के खातीपुरा क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपने ही छोटे भाई को चाकू मारकर घायल कर दिया। घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर के खातीपुरा में शुक्रवार रात करीब 9.30 बजे चाकूबाजी हो गई। क्षेत्र के श्री राम मंदिर में पूजा करने वाले एक व्यक्ति पर उसके ही बड़े भाई ने चाकू से हमला कर घायल कर दिया। घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजन का आरोप है कि आरोपी को क्षेत्र के किसी दबंग का संरक्षण प्राप्त है जिससे शिकायत दर्ज होने के बाद भी पुलिस उसके विरुद्ध ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।
जानकारी के अनुसार नरेंद्र बैरागी (35), निवासी खातीपुरा रतलाम इलाहाबाद बैंक में प्यून हैं। चाकूबाजी में घायल नरेंद्र को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नरेंद्र की पत्नी अनीता ने एसीएन टाइम्स को बताया घटना शुक्रवार रात 9.30 बजे की है। घर में अनीता रोटी बना रहीं थीं और नरेंद्र सब्जी बनाने में उनकी मदद कर रहे थे। तभी आरोपी नरेंद्र का बड़ा भाई जितेंद्र बैरागी शराब के नशे में घर आया और जमीन के पुराने विवाद को लेकर गाली-गलौच करने लगा। गाली देने से रोकने पर उसने चाकू से नरेंद्र पर हमला बोल दिया। हमले में घायल नरेंद्र को परिजन ने जिला अस्पताल भर्ती कराया। उसके पेट में नाभि के पास घाव लगे हैं।
अपनी बेटी पर ही डाल दिया था केरोसिन !
घायल की पत्नी अनीता के अनुसार उसका जेठ जितेंद्र आदतन अपराधी है। उसके विरुद्ध पुलिस और प्रशासन के पास कई बार शिकायतें की गईं लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आरोपी अनीता, अपनी मां रामकुमारी, भाई नरेंद्र बहन मंजू के अलावा परिजन के साथ भी आए दिन गाली-गलौच कर आए दिन मारपीट करता है। अनीता के अनुसार करीब एक पखवाड़े पूर्व आरोपी जितेंद्र ने अपनी 17 वर्षीय बेटी पर केरोसिन डाल दिया था। जिसके बाद उसकी बेटी की उसकी मां उसे एलजी गांव (दलौदा) निवासी अपनी बहन के यहां छोड़ आई है।
सभी से करता है मारपीट
आरोपी की बहन मंजू ने बताया कि भाई जितेंद्र उसके साथ भी मारपीट करता रहता है। पिछले दिनों भी उसने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। हमला भी किया था लेकिन भाई नरेंद्र ने बचा लिया था वरना गंभीर हादसा हो सकता था। आरोपी के विरुद्ध स्टेशन रोड थाने पर पूर्व में भी केस दर्ज किया गया था। कुछ दिन हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया था। परिजन के मुताबिक जितेंद्र का परिवार के अन्य सदस्यों से जमीन को लेकर विवाद है। उसे क्षेत्र के ही एक दबंग का समर्थन प्राप्त है। उसके दबाव के चलते ही स्टेशन रोड थाने पर भी ठोस कार्रवाई नहीं की जाती।