Social Concern : घर से बिना बताए निकल गई मनोरोगी युवती, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ने परिजन को ढूंढकर किया उनके हवाले

Social Concern : घर से बिना बताए निकली 18 वर्षीय मनोरोगी युवती काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की मदद से फिर से अपने घर पहुंच गई। परिजन ने संस्था को धन्यवाद ज्ञापित किया।

Social Concern : घर से बिना बताए निकल गई मनोरोगी युवती, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ने परिजन को ढूंढकर किया उनके हवाले

5 दिन में पता लगाया दूदी के परिवार काभाई को देख कर खुश

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । पांच दिन पूर्व घर बिना बताए निगल गई मनोरोगी युवती के लिए काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन मददगार बन गया है। फाउंडेशन (Social Concern) ने परिजन का पता लगाकर युवती को उनके सुपुर्द करवा दिया।

शिवगढ़ थाने में पदस्थ सहायक निरीक्षक कोमल सिंह ने 17 नवंबर को जिला चिकित्सालय में एक युवती को भर्ती कराया था। मनोरोगी इस युवती को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। अस्पताल प्रबंधन और पुलिस से इसकी जानकारी काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव एवं जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी को मिली। सहयोगियों की मदद से युवती के परिवार की जानकारी निकाल कर उनके सुपुर्द कर दिया गया। इसमें अस्पताल प्रशासन एवं जिला पुलिस प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन (Social Concern) के सचिव समाजसेवी गोविंद काकानी ने बताया पूछताछ करने पर पता चला कि युवती का नाम नाम दूदी पिता राजू पारगी और उम्र 18 वर्ष है। वह मानसिक रोग से पीड़ित होने से बहुत कम बोलती थी। काफी प्रयास के बाद उसके परिवार के बारे में जानकारी मिली जो कि शिवगढ़ से 8 किमी दूर ग्राम बाकी में रहता है। इससे परिवार से संपर्क साधा गया। इस तरह युवती को फिर से उसके घर पहुंचाया जा सका। इसमें पांच दिन लगे।

पूर्व में चली गई थी घर से

भाई बल्लू ने समाजसेवी काकानी को बताया कि दूदी पूर्व में भी एक इसी तरह बिना बताए कहीं चली गई थी। वह तीन-चार दिन तक लापता रही थी। इस बार वह सात दिन पूर्व बिना बताए घर से चली गई। उसे पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती काया। जहां उसका उपचार डॉ. रवि पटेल और डॉ. अनुराग चौहान ने किया। डॉक्टरों ने परिजन को दूदी का इलाज जारी रखने की सलाह दी। परिजन ने इलाज जारी रखने का भरोसा दिलाया। बहन के मिलने से भाई बल्लू ने काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन, जिला अस्पताल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन के प्रति आभार (Social Concern) ज्ञापित किया। इसके बाद बल्लू और काका के लड़के सूरजपाल व चैनसिंह युवती को गांव ले गए।