अफसर नहीं, कुत्ते पर भरोसा ! MP के इस कस्बे के लोग समस्याओं से इतने त्रस्त हैं कि कुत्ते को ज्ञापन देकर समाधान की गुहार लगाई

मप्र के रतलाम जिले के एक नगर निकाय में पार्षदों और लोगों द्वारा कुत्ते को ज्ञापन देने का मामला सामने आया है। लोग और जनप्रतिनिधि मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने और काम नहीं होने से नाराज हैं।

अफसर नहीं, कुत्ते पर भरोसा ! MP के इस कस्बे के लोग समस्याओं से इतने त्रस्त हैं कि कुत्ते को ज्ञापन देकर समाधान की गुहार लगाई
मप्र के रतलाम जिले में धामनोद कस्बे के लोगों ने कुत्ते को ज्ञापन सौंपा।

अफसर नहीं, कुत्ते पर भरोसा ! MP के इस कस्बे के लोग समस्याओं से इतने त्रस्त हैं कि कुत्ते को ज्ञापन देकर समाधान की गुहार लगाई

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । दो इंजिन और तीन इंजिन की सरकार बनाने के नाम पर जनता से वोट मांगे जा रहे हैं लेकिन जनता की सुनवाई नहीं हो रही है। जिले की धामनोद नगर परिषद में आलम यह है कि लोग समस्याओं से त्रस्त हैं और अफसर मस्त हैं। सुनवाई नहीं होने से आक्रोशित लोगों को कुत्ते को ज्ञापन देकर मूलभूत सुविधाओं के लिए गुहार लगाना पड़ रही है।

मामला मप्र के रतलाम जिले की धामनोद नगर परिषद का है। यहां नागरिक और आधा दर्जन से अधिक पार्षद एकत्र होकर मूलभूत जरूरतों और समस्याओं के निराकरण के लिए मंगलवार को नगर परिषद के कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे। यहां सीएमओ के नहीं मिलने पर लोग पहले कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए और नारे भी लगाए। इसके बाद भी जब सीएमओ नहीं आईं तो उन्होंने वहीं घूम रहे कुत्ते को पहले फूलमाला पहनाई और फिर उसे ही ज्ञापन दे दिया। लोगों का मानना है कि जब जिम्मेदार सुनने को तैयार नहीं हैं तो फिर ऐसे वफादार जानवरों से ही गुहार लगाना उचित लगता है।

यह लिखा ज्ञापन में

जानकारी के अनुसार लोगों और पार्षदों द्वारा कुत्ते को दिए गए ज्ञापन में बताया है कि नगर परिषद में अधिकारी और कर्मचारियों की मनमानी के कारण न तो मूलभूत सुविधाएं मिल रही हैं और न ही समस्याओं का समाधान ही हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना का क्रियान्वयन ठीक से नहीं हो रहा। शासन की योजनाओं का लाभ भी आमजन तक नहीं पंहुच रहा। ज्ञापन में परिषद के कर्मचारी अभिषेक श्रीवास्तव पर भी कर्त्तव्य पालन में गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। 

इन समस्यओं से परेशान हैं लोग

ज्ञापन देने वालों की मानें तो अब तक पीएम आवास योजना के सिर्फ 7 आवेदन स्वीकृत हुए हैं। जिनके नाम पर आवास नहीं है उन्हें भी योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है। यदि किसी के दादा के नाम पर मकान है तो उनके पोतों को भी वंचित किया जा रहा है। कायाकल्प अभियान के तहत बनने वाली सीमेंट-कांक्रीट की रोड, अधोसंरचना विकास के कार्य, आपदा प्रबंधन की राशि से स्वीकृत कार्यों में भी घोरतम अनियमितताएं बरती जा रही हैं। नतीजतन जरूरत जितना पानी भी नहीं मिल पाता। वार्ड क्रमांक 12 में सड़क और नाली नहीं बन रही है। जो सड़क है वह भी जगह-जगह खुदी हुई है। वार्ड क्रमांक 10 और 11 नालियां भी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। वार्ड क्रमांक 15 में भी काम नहीं हो रहे। जन्म, विवाह और मृत्यु पंजीयन तक के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। दरोगा को सूचना देने पर भी पंजीयन नहीं हो रहे हैं।

कुत्तों का आतंक, नलों से आ रहा बदबूदार पानी

नागरिकों का कहना है कि नलों से पानी चंद मिनट आता है वह भी कम प्रेशर से। पंचेड़ रोड पर तो पानी बदबूदार आता है। नगर में कुत्तों का आतंक है, आए दिन लोग खासकर बुजुर्ग और बच्चे कुत्तों के हमले का शिकार हो रहे हैं। लोगों के संपत्ति के नामांतरण संबंधी काम भी नहीं हो रहे हैं, इसके लिए लोगों को कई-कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। अतिक्रमण की भी समस्या है। नगर में अनेक स्थानों पर दबंगों के कब्जे हैं। ज्ञापन में धारणाधिकार योजना के तहत आवासीय भूखंड के पट्टे भी निकाय के संपत्ति कर के रिकॉर्ड में हितग्राहियों के नाम से दर्ज किए जाने और उपयंत्री के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग भी की गई है।

ये रहे शामिल

धरने, नारेबाजी और ज्ञापन देने के दौरान वार्ड क्रमांक 10 की भाजपा पार्षद पुष्पा मकवाना, 12 की सीमा कटारा, कांग्रेस पार्षद मोहनलाल अम्लियार, निर्दलीय पार्षद मुकेश चौधरी सहित अन्य लोग शामिल रहे।

घटनाक्रम की जानकारी नहीं है 

पीहर पक्ष में गमी होने से मैं और परिवार के सदस्य कई दिनों से धामनोद में नहीं हैं। आज क्या घटनाक्रम हुआ, मुझे जानकारी नहीं है। जहां तक काम नहीं होने की बात है तो जहां जो भी जरूरत होती है, काम करवाए जाते हैं। 

दुर्गा डिंडोर, अध्यक्ष- नगर परिषद, धामनोद

स्वार्थ सिद्धि नहीं होने से कर रहे ऐसी हरकत

लोगों के काम नहीं होने और सुनवाई नहीं होने के आरोप निराधार हैं। जो लोग भी आरोप लगा रहे हैं वे बताएं कि कौन से काम नहीं हो रहे हैं। मैंने तो ज्ञापन देने के लिए भी कहा था। मैं आज भी ऑफिस में ही थी लेकिन ज्ञापन देने कोई नहीं आया। स्वार्थ सिद्ध नहीं होने से कतिपय लोग ऐसी हरकत कर रहे हैं।

पूजा गोयल, सीएमओ- धामनोद