ये कैसी मनमानी ! चुनाव आचार संहिता के दौरान बुलाए टेंडर, खोल भी लिए, विधायक व ठेकेदारों ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से कर रहे शिकायत

रतलाम जिले की तीन सड़कों के निर्माण के लिए चुनाव आचार संहिता लागू रहने के दौरान टेंडर आमंत्रित करने का कथित मामला सामने आया है। ठेकेदार एसोसिएशन द्वारा मामले में राज्य निर्वाचन आयोग को शिकायत की जा रही है। वहीं विधायक ने इसे भोपाल स्तर व विधानसभा में उठाने की बात कही है।

ये कैसी मनमानी ! चुनाव आचार संहिता के दौरान बुलाए टेंडर, खोल भी लिए, विधायक व ठेकेदारों ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से कर रहे शिकायत

मामला रतलाम जिले की तीन सड़कों के निर्माण के लिए टेंडर आमंत्रित करने और खोलने का मामला

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मप्र के लोक निर्माण विभाग द्वारा आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने का कथित मामला सामने आया है। इस पर रतलाम ग्रामीण विधायक और रतलाम के ठेकेदारों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। ठेकेदारों द्वारा इसकी शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग से की जा रही है। वहीं विधायक ने इसे भोपाल स्तर और विधानसभा में उठाने की और लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव ने जांच करवा कर दोषियों को सजा देने की बात कही है।

जानकारी के अनुसार मप्र लोक निर्माण विभाग के उज्जैन संभाग के मुख्य इंजीनियर कार्यालय से रतलाम जिले की तीन सड़कों के निर्माण के लिए टेंडर जारी किए गए थे। टेंडर को लेकर विभाग द्वारा 20 मई 2022 को विज्ञप्ति का प्रकाशन किया गया था। बताया जाता है कि इसके आधार पर प्राप्त हुए टेंडर विभाग द्वारा गत 1 जुलाई को खोल लिए गए। इस रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना एवं रतलाम जिला कॉन्ट्रेक्ट वेलफेयर एसोसिएशन समिति को आपत्ति है।

बताया जा रहा है कि विधायक मकवाना ने इसे लेकर विभाग के चीफ इंजीनियर एम. पी. सिंह से चर्चा कर आपत्ति दर्ज कराई थी। इसी प्रकार रतलाम जिला कॉन्ट्रेक्ट वेलफेयर एसोसिएशन समिति ने लिखित आपत्ति दर्ज कराई। विधायक और कॉन्ट्रेक्टर्स का कहना है कि जिस समय टेंडर बुलाए गए और खोले गए उस समय संभाग में आदार्श चुनाव संहिता प्रभावशील थी। ऐसे में कोई भी एनआईटी (नोटिस फॉर इनवाइटिंग टेंडर) की गई थी, वे सभी निरस्त किए गए किंतु लोक निर्माण विभाग द्वारा रतलाम की सड़कों की एनआईटी निरस्त नहीं की गई जा आचार संहिता का उल्लंघन है।

विभाग ने नहीं दिया ध्यान, अनभिज्ञता भी जताई

विधायक और रतलाम जिला कॉन्ट्रेक्ट वेलफेयर एसोसिएशन समिति द्वारा मौखिक और लिखित आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी अभी तक लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर द्वारा टेंडर निरस्ती नहीं की गई। जब इस बारे में चीफ इंजीनियर एम. पी. सिंह से एसीएन टाइम्स ने पूछा तो उन्होंने पहले तो ऐसी किसी शिकायत को लेकर अनभिज्ञता जताई। बाद में कहा कि शिकायत आने दीजिए। शिकायत आएगी तो जांच करवा लेंगे।

अब निर्वाचन आयोग, प्रमुख सचिव व विधानसभा में होगी शिकायत

रतलाम जिला कॉन्ट्रेक्ट वेलफेयर एसोसिएशन समिति के अनुसार मामले की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग से की जा रही है। इसके अलावा कोरियर और ई-मेल के माध्यम से विभाग के प्रमुख सचिव को भी शिकायत भेजी गई है। जबकि विधायक मकवाना ने इस मामले में भोपाल स्तर पर और विधानसभा में मामला उठाने की बात कही है। उन्होंने कहा वे रविवार को भोपाल जा रहा है।

टेंडर निरस्त कर सभी ठेकेदारों को  दें मौका, शासन का हित होगा

आचार संहिता के दौरान किए गए गए टेंडर निरस्त कर पुनः आमंत्रित किए जाने चाहिए क्योंकि आचार संहिता का हवाला दिए जाने के कारण उक्त प्रक्रिया में अधिकतर ठेकेदार भाग नहीं ले सके। टेंडर निरस्त कर पुनः आमंत्रित करने से सभी ठेकेदारोंक की भागीदारी हो सकेगी और स्वस्थ प्रतिष्पर्धा होगी। इससे शासन को ही लाभ होगा।

हरजीत सिंह सलूजा, अध्यक्ष- रतलाम जिला कॉन्ट्रेक्ट वेलफेयर एसोसिएशन समिति

आपत्ति दर्ज कराई थी, अब भोपाल में उठाएंगे मामला

आचार संहिता के दौरान टेंडर बुलाना और खोलना गलत है। उज्जैन संभाग में इस दौरान सभी टेंडर निरस्त किए गए किंतु रतलाम जिले की तीन सड़कों के टेंडर निरस्त नहीं हुए। इस बारे में लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर को आपत्ति दर्ज कराई थी। मैं भोपाल जा रहा हूं वहां मामले को उठाएंगे, विधानसभा में भी यह विषय रखा जाएगा। कोई भी कार्य होना है तो उसमें स्वस्थ प्रतिष्पर्धा और व्यापक प्रचार-प्रसार होना

दिलीप मकवाना, विधायक- रतलाम ग्रामीण

जांच करवा कर करेंगे दोषी के विरुद्ध कार्रवाई

यदि कोई प्रोसेस चुनाव आचार संहिता लागू होने से पूर्व शुरू हो चुकी है तो वह जारी रह सकती है किंतु उसकी प्रशासकीय स्वीकृति और कार्य आचर संहिता की समाप्ति के बाद ही शुरू हो सकता है। अगर आचार संहिता के उल्लंघन का कोई मामला संज्ञान में आता है तो जांच करवा कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

नीरज  मंडलोई, प्रमुख सचिव- लोक निर्माण विभाग, भोपाल

वह विज्ञप्ति जिसे बताया जा रहा आचार संहिता का उल्लंघन