अब 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के आधार महिला एवं बाल विकास विभाग बनाएगा, पर्यवेक्षकों को किया प्रशिक्षित
भारत सरकार ने महिला एवं बाल विकास विभाग आधार रजिस्ट्रार घोषित किया है। विभाग 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के आधार बना सकेगा।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अब 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के आधार कार्ड बनाने का जिम्मा सरकार ने महिला एवं बाल विकास विभाग को दिया है। इसके लिए विभाग द्वारा पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। जिल की उन 20 सुपरवाइजरों स्वीकृति पत्र भी प्रदान किए गए हैं जिन्होंने अभी तक आधार से जुड़ी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की है।
महिला एवं बाल विकास को भारत सरकार द्वारा आधार बनाने के लिए रजिस्ट्रार घोषित किया गया है। ऐसा करने के पीछे मंशा यह है कि महिला एवं बाल विकास के समस्त हितग्राहियों के आधार आसानी से बन सकें। सके लिए जिले में 16 पर्यवेक्षकों की आधार बनाने के लिए आईडी एक्टिव हैं। इन्हें प्रशिक्षत करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा के मार्गदर्शन तथा सहायक संचालक एवं प्रभारी रवीन्द्र मिश्रा के समन्वय से प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। सहायक संचालक अंकिता पण्ड्या की उपस्थिति में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर यशोदा राजावत (लिपिक) ने प्रशिक्षण दिया। राजावत ने पर्यवेक्षकों को 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के आधार बनाने को लेकर समझाइश दी। सभी को टैबलेट पर एल-1, एल-2 और ऑनबोर्डिंग की प्रोसेस पूर्ण कर आधार बनाने हेतु प्रशिक्षत किया गया।
20 सुपरवाइजरों को पास करना होगी परीक्षा
विभाग के अनुसार जिल में 20 सुपरवाइजर जो आधार परीक्षा पास नहीं हैं। उनको संचालनालय महिला एवं बाल विकास भोपाल म.प्र. से प्राप्त स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। आधार परीक्षा के लिए उसने आवश्यक पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई गई। इससे पर्यवेक्षक आधार परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे। परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद प्राप्त मार्कशीट के आधार पर संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग भोपाल मध्यप्रदेश द्वारा संबंधित पर्यवेक्षक की भारत सरकार द्वारा आईडी तैयार कराई जाएगी।
आंगनवाड़ी केंद्र पर तैयार होंगे आधार कार्ड
उल्लेखनीय है कि आधार परीक्षा के लिए शुल्क विभाग द्वारा ही संबंधित पर्यवेक्षक को दिया जाएगा। प्रशिक्षण में परियोजना अधिकारी अनिल जैन, अर्चना माहौर व अन्य उपस्थित रहे। सभी पर्यवेक्षकों द्वारा आधार की महत्ता को समझा गया। भविष्य में महिला बाल विकास के पर्यवेक्षकों द्वारा 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के आधार आंगनवाड़ी केन्द्र पर तैयार किए जाएंगे।