कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के बेटे डॉ. विक्रांत ने BJP प्रत्याशी अनीत चौहान के परिवार को बताया हत्यारा, डकैत व माफिया, अपने कार्यकर्ता से बोले- एक बाप के बने रहो
प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं को एक बाप का बन कर रहने की हिदायत दी है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी अनीता चौहान और वन मंत्री नागर सिंह चौहान के परिवार को हत्यारा, माफिया और डकैत बताया है।
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं डॉ. विक्रांत भूरिया, रतलाम में कार्यकर्ता सम्मेलन को कर रहे थे संबोधित
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम-झाबुआ-आलीराजपुर संसदीय क्षेत्र से पूर्व मंत्री और विधायक कांतिलाल भूरिया एक बार फिर लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं। उनके डॉक्टर बेटे विक्रांत भूरिया भी उनके समर्थन में सभाएं ले रहे हैं। डॉ. भूरिया ने चुनाव में पिता की प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी अनीता नागर सिंह चौहान के परिवार को डकैत और हत्यारा ही बता डाला। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कह दिया कि वे दो बाप के नहीं, एक बाप के बन कर रहें।
प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के पुत्र डॉ. विक्रांत भूरिया ने रतलाम शहर में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस छोड़ने वाले कार्यकर्ताओं को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि यदि किसी के मन में है कि हम बिक जायेंगे, विश्वासघात करेंगे तो वे कल छोड़कर जाते हों तो आज छोड़ जाएं पार्टी। कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे, लेकिन पार्टी में रहकर धोखा मत देना। धोखा दिया तो वह मां के साथ विश्वासघात होगा। भूरिया ने कहा कि दो बाप के नहीं, एक बाप के बनो। जो यहां हैं वे एक बाप के हैं। उन्हें न तो डरना है, न ही बिकना है। जो डर गया, वो मर जाएगा। इतिहास तलवे चाटने वालो का नहीं लिखा जाता, बल्कि संघर्ष करने वालों का लिखा जाता है।
आलीराजपुर का डाकू रतलाम आ गया तो क्या होगा ?
डॉ. विक्रांत ने भाजपा प्रत्याशी अनीता चौहान के परिवार और प्रदेश के वन मंत्री नागर सिंह चौहान पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि रतलाम लोकसभा की भाजपा प्रत्याशी अनीता चौहान के परिवार और उसके उनके पति प्रदेश के वन मंत्री नागर सिंह चौहान पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इस परिवार पर 10 हत्याओं का आरोप है। वन मंत्री होने के बाद भी वे वनों की अवैध कटवाई करवा रहे हैं। अवैध रेत के माफिया हैं, अवैध खनन के माफिया हैं। इस तरह से चंबल के डाकू की तर्ज पर आलीराजपुर के डाकू बने हुए हैं। सोचो, अगर वह डाकू रतलाम में आ गया तो क्या होगा?