मध्याह्न भोजन के 65 हजार रुपए से हड़पने वाला युवक गिरफ्तार, धोखे से आईडी-पासवर्ड पता कर की थी धोखाधड़ी
रतलाम पुलिस ने धोखाधड़ी कर मध्याह्न भोजन योजना की राशि हड़पने वाले बालाघाट निवासी आरोपी को गिरफअतार किया है। आरोपी ने यह धोखाधड़ी आलोट जनपद शिक्षा केंद्र में कम्प्यूटर ऑपरेटर के रूप में पदस्थ रहते हुए की थी।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम पुलिस ने धोखाधड़ी कर मध्याह्न भोजन योजना के 65 हजार रुपए हड़पने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी युवक ने मध्यान भोजन के पोर्टल की यूजर आईडी और पासवर्ड पता कर राशि अपने खाते में ट्रांसफर कर ली थी।
पुलिस के अनुसार वर्ष 2019 में जिला पंचायत रतलाम के सहायक परियोजना अधिकारी के अधीन कार्यरत मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के पोर्टल प्रभारी डी. एल. कसेरा ने स्टेशन रोड थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कसेरा ने पुलिस को बताया था कि अज्ञात व्यक्ति ने धोखे से मध्याह्न भोजन कार्यक्रम पोर्टल की यूजर आईडी और पासवर्ड पता कर लिया। इसके बाद आरोपी ने उसमें बैंक खाता नंबर परिवर्तित कर शासन के 65,266 रुपए अपने बैंक खातों में अंतरण कर लिए। इस शिकायत पर धारा 420, 409, 467, 468, 471 आईपीसी एवं 43, 65 आईटी एक्ट का प्रकरण दर्ज किया गया था। तभी से आरोपी की तलाश जारी थी। सायबर सेल द्वारा की गई पड़ताल में आरोपी की पहचान सुनील पिता जियालाल देहरवाल (39) वर्ष निवासी पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे, जाजपुर घाट, बालाघाट के रूप में हुई।
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा एवम् नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव बारंगे के मार्गदर्शन में थाना स्टेशन रोड रतलाम एवं सायबर सेल की सहायता से थाना प्रभारी भुवानीराम वर्मा के नेतृत्व में टीम गठित की गई। एसपी ने आरोपी की गिरफ्तारी पर ईनाम की घोषणा भी की। टीम ने मुखबिर की सूचना एवम तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर 2019 से फरार आरोपी सुनील देहरवाल को गिरफ्तार कर लिया।
जनपद शिक्षा केंद्र में रह चुका था डाटा एंट्री ऑपरेटर
पुलिस के अनुसार आरोपी 2019 से पूर्व जनपद शिक्षा केंद्र आलोट जिला रतलाम में डाटा एंट्री ऑपरेटर पद पर पदस्थ था। इस कारण से मध्याह्न भोजन पोर्टल को ऑपरेट करने के व्यवसाय का ज्ञान आरोपी को था। इसका दुरुपयोग कर उसने गणेश स्व सहायता समूह ग्राम बायड़ी सैलाना जिला रतलाम की राशि धोखे से आईडी और पासवर्ड बदलकर अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर ली थी। अपराध को अंजाम देने के बाद आरोपी ने अपना स्थानांतरण जनपद शिक्षा केंद्र बालाघाट करवा लिया था। मामले का खुलासा होने पर विभाग ने विभागीय जांच के बाद कार्रवाई कर सेवा से पृथक कर दिया था। बर्खास्त होने के बाद आरोपी ने कॉन्वेंट स्कूल का संचालन शुरू कर दिया था।
इनकी भूमिका रही सराहनीय
आरोपी की गरिफ्तारी में निरीक्षक भुवानीराम वर्मा थाना प्रभारी स्टेशन रोड रतलाम, सहायक उप निरीक्षक प्रेमसिंह हटीला, आरक्षक रवि पहाड़िया, राहुल मारू एवं साइबर सेल के प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा का सराहनीय योगदान रहा।