DM warns Health Workers : हड़ताली स्वास्थ्यकर्मी तत्काल काम पर लौटें, अभी 2 दिन का वेतन काट रहे, नहीं लौटे तो कर्मचारियों के साथ अध्यक्ष व सचिव पर एस्मा में कार्रवाई होगी
DM warns Health Workers : हड़ताली कर्मचारियों का दो दिन का वेतन कटेगा। काम पर नहीं लौटने पर नेतृत्व कर्ताओं पर एस्मा के तहत कार्रवाई होगी।

सीएमएचओ ने कहा 29 सितंबर से जिले में लागू है एस्मा, टीकाकरण महत्वपूर्ण कार्य, इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं
रतलाम @ एसीएन टाइम्स . हड़ताल पर जाने वाले जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने तत्काल काम पर लौटने के आदेश (DM warns Health Workers) दिए है्ं। कलेक्टर ने सीएमएचओ को हड़ताली कर्मचारियों का दो दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आगाह किया है कि यदि कर्मचारी काम पर नहीं लौटे तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनके नेतृत्वकर्ताओं पर भी एस्मा के तहत कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के अनुसार वर्तमान में टीकाकरण कार्य चल रहा है। इसे शासन द्वारा अत्यावश्यक सेवा में माना गया है। अतः कार्य पर अनुपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिला स्तर पर उनकी जो भी समस्या है उसका निदान किया जाएगा। ऐसा तभी होगा जब वे तत्काल कार्य पर लौटें।
कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा टीकाकरण में बेहतरीन कार्य किया गया है इसलिए उनके अनैतिक रूप से हड़ताल पर जाने पर भी प्रशासन द्वारा अभी सिर्फ वेतन ही काटा जा रहा है। DM warns Health Workers यदि वे कार्य पर नहीं लौटते हैं तो प्रशासन द्वारा कठोर कदम भी उठाए जा सकते हैं। इसमें उनके प्रमुख नेतृत्वकर्ताओं, अध्यक्ष, सचिव के विरुद्ध एस्मा जैसी कार्रवाई भी की जा सकती है।
दो दिन के वेतन काटने के दिए हैं आदेश
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे के मुताबिक राज्य में 29 सितंबर 2021 से एस्मा लागू है। रतलाम जिले में आमजन के स्वास्थ्य की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए 9 नवंबर और 10 नवंबर को हड़ताल पर जाने वाली एएनएम का दो दिवस का वेतन कटौती करने का आदेश जारी किया गया है। बता दें, कि- कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाकर लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके तहत ही जिले में बुधवार को भी मेगा टीकाकरण किया गया। ऐसे में स्वास्थ्यकर्मियों के हड़ताल पर जाने से टीकाकरण सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित होने का अंदेशा बढ़ गया था। इसके चलते ही कलेक्टर और सीएमएचओ द्वारा सख्ती बरती गई।