विप्लव जैन बने भाजयुमो के रतलाम जिलाध्यक्ष, गुटबाजी और दावेदारों की खींचतान के कारण लंबे समय से अटकी थी नियुक्ति

भाजयुमो ने रतलाम जिले के अध्यक्ष के रूप में विप्लव जैन की नियुक्ति की है। जिले में व्याप्त भारी गुटबाजी के कारण जिलाध्यक्ष की नियुक्ति काफी समय से अटकी थी।

विप्लव जैन बने  भाजयुमो के रतलाम जिलाध्यक्ष,  गुटबाजी और दावेदारों की खींचतान के कारण लंबे समय से अटकी थी नियुक्ति
विपल्व जैन, जिलाध्यक्ष- भाजयुमो, रतलाम

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष की पहेली शनिवार रात को सुलझ गई। इस पद की जिम्मेदारी रतलाम के ऊर्जावान युवा विपल्व जैन को सौंपी गई है। भाजपा और अनुषंगिक संगठन में व्याप्त भारी गुटबाजी व खींचतान के कारण यह नियुक्ति लंबे समय से अटकी थी।

भजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार ने शनिवार देर रात प्रदेश के चार जिलाध्यक्षों की सूची जारी की। इसमें पहला नाम विप्लव जैन का है जिन्हें रतलाम जिले का अध्यक्ष बनाया गया है। इसे अलावा सीहोर की जिम्मेदारी भूपेंद्र पाटीदार, दतिया की मानसिंह कुशवाह और मुरैना की सोनू परमार को दी गई है।

रतलाम जिला अध्यक्ष पद को लेकर काफी समय से असमंजस बरकरार था। जिला अध्यक्षों की आए दिन जारी हो रही सूचियों में जिले का नाम नहीं होने से संगठन के कार्यकर्ताओं में मायूसी का आलम था वहीं दावेदारों की नींद उड़ी हुई थी। जिला अध्यक्ष पद के लिए यूं तो कई दावेदार थे लेकिन प्रमुख रूप से जुबिन जैन और विप्लव जैन में ही रस्साकसी थी जो शनिवार को नई सूची जारी होते ही खत्म हो गई। विप्लव के पिता कमल जैन प्रसिद्ध फर्नीचर व्यवसायी होकर संघ से जुड़े हुए हैं। वहीं विपल्व का अपना मजबूत नेटवर्क है। इसके साथ ही वे शुरू से ही प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा के संपर्क में थे। इसके अलावा भी विपल्प की ताजपोशी के लिए प्रदेश स्तर के एक अन्य पदाधिकारी लगे हुए थे। उन्होंने कुछ दिन पूर्व ही संभावना जता दी थी।

ऐनवक्त पर रुक गई थी सूची

सूत्रों की मानें तो रतलाम जिला अध्यक्ष के रूप में कुछ दिन पूर्व एक अलग ही नाम सूची में जुड़ गया था। जैसे ही इस बारे में स्थानीय नेतृत्व और वरिष्ठों को पता चला तो उन्होंने पुरजोर तरीके से आपत्ति दर्ज कराई। नतीजतन सूची सार्जवनिक होने से पहले ही रोकना पड़ी। यही वजह रही है रतलाम जिला अध्यक्ष की नियुक्ति में इतना समय लग गया।