अखिल विश्व गायत्री परिवार की ‘मातृशक्ति श्रद्धा संवर्धन यात्रा’ शुरू, जल-जंगल के संरक्षण के साथ शिक्षा संस्कार का दे रही संदेश

अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा मातृशक्ति श्रद्धा संवर्धन यात्राएं निकाली जा रही हैं। यात्राएं 17 अप्रैल तक निकाली जाएंगी।

अखिल विश्व गायत्री परिवार की ‘मातृशक्ति श्रद्धा संवर्धन यात्रा’ शुरू, जल-जंगल के संरक्षण के साथ शिक्षा संस्कार का दे रही संदेश
अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा निकाली गई मातृशक्ति श्रद्धा संवर्धन यात्रा।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा मातृशक्ति श्रद्धा संवर्धन यात्रा निकाली जा रही है। इसकी शुरुआत रतलाम में डोंगराधाम कॉलोनी स्थित गायत्री शक्ति पीठ से हुई। इस दौरान वैदिक ऋचाओं के मंत्रोच्चार और जयघोष भी हुआ।

अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक, युग ऋषि पं. श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा प्रज्वलित अखंड दीप के साथ परम वंदनीय माता भगवती देवी के जन्मशताब्दी (2026) को लेकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत पूरे भारतवर्ष में अलग-अलग समय पर उप-तीर्थ यात्राओं का आयोजन किया जा रहा है। इसी शृंखला में एक दिन पूर्व जावरा में मातृशक्ति श्रद्धा संवर्धन यात्रा निकाली गई। इसके बाद रतलाम में भी आयोजन किया गया।

यात्रा का शुभारंभ ट्रस्ट अध्यक्ष पं. पातीराम शर्मा एवं मातृशक्ति स्वरूपा लक्ष्मीदेवी शर्मा के सान्निध्य में हुआ। वैदिक ऋचाओं के मंत्रोच्चार, गगनभेदी जयघोष के बीच विधिवत पूजन-अर्चन की गई। यात्रा ग्राम सागोद व पलसोड़ी जाएगी। यात्रा में आचार्य संस्कार शर्मा, गोपालसिंह तोमर, जिला सचिव डॉ. आई. पी. त्रिवेदी, ग्रामीण प्रभारी लालाशंकर पाटीदार, एम. एम. साहू, नरेन्द्रसिंह चौहान, विजयसिंह चौहान, शम्भुलाल पाटीदार सहित गायत्री परिवार के सदस्य उपस्थित थे।

यह है यात्रा का उद्देश्य

यात्रा का आध्यात्मिक महत्व के साथ ही स्वच्छता का संदेश, नशा / व्यसन मुक्ति, जल की बर्बादी रोकना और उसका संरक्षण करना, शिक्षा-संस्कार, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना, नारी जागृति, कटते जंगल और नष्ट होती हरियाली को बचाने के लिए जनमानस में पौधारोपण अभियान चलाना है। इसी उद्देश्य से गायत्री परिवार निःशुल्क पौधे बांटता हैं। इसके अलावा अन्य सभी प्रकार के परोपकारी और परमार्थ के कार्य करना भी यात्रा का प्रमुख उद्देश्य है। गायत्री परिवार का ध्येय वाक्य भी है कि- "हम बदलेंगे तो युग बदलेगा और हम सुधरेंगे तो युग सुधरेगा" जो सार्थक हो पाएगा। यात्रा प्रभारी एवं जिला समन्वयक आचार्य दामोदरप्रसाद शर्मा ने बताया कि यात्रा 17 अप्रैल, 2024 (रामनवमी) तक निकलेंगी।