गवाही न दे सके इसलिए बुजुर्ग पर 1 दर्जन लोगों ने किया था जानलेवा हमला, मौत से भड़के परिजन ने किया प्रदर्शन, पिपलौदा का जनपद उपाध्यक्ष फरार, SIT गठित

रंजिश के चलते हुए जानलेवा हमले में गंभीर घायल 77 वर्षीय बुजुर्ग की रतलाम के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसे लेकर परिजन और ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की।

गवाही न दे सके इसलिए बुजुर्ग पर 1 दर्जन लोगों ने किया था जानलेवा हमला, मौत से भड़के परिजन ने किया प्रदर्शन, पिपलौदा का जनपद उपाध्यक्ष फरार, SIT गठित
मृतक नाथूलाल चौधरी एवं आरोपी सुरेश जाट (पिपलौदा जनपद उपाध्यक्ष)

आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की मांग पर अड़े परिजन, एसपी के आश्वासन के बाद समाप्त किया धरना

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । धार्मिक जुलूस के दौरान हुए हमले के मामले में गवाही न दे सके इसलिए करीब एक दर्जन लोगों ने एक बुजुर्ग पर जानलेवा हमला किया था। 11 दिन जिंदगी और मौत से लड़ते रहे बुजुर्ग ने शनिवार को दम तोड़ दिया। इससे परिजन और समाजजन में आक्रोश भड़क गया और उन्होंने प्रदर्शन कर आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की। एसपी की समझाइश के बाद प्रदर्शनकारी माने। मामले में फरार पिपलौदा के जनपद उपाध्यक्ष सहित अन्य की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने एसआईटी का गठन किया है।

पिपलौदा थाना क्षेत्र के कंचनखेड़ी गांव में रंजिश के चलते जानलेवा हमले में गंभीर घायल 77 वर्षीय बुजुर्ग नाथूलाल चौधरी की इलाज के दौरान शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे मौत हो गई। इससे आक्रोशित परिजन और ग्रामीण मेडिकल कॉलेज जमा हो गए और पिपलौदा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नाराजी जताई। वे बुजुर्ग का शव लेकर एसपी ऑफिस में रखकर प्रदर्शन की तैयारी कर रहे थे। जानकारी मिलने पर जावरा एसडीओपी शक्ति सिंह चौहान, पिपलौदा थाना प्रभारी विक्रम सिंह, औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने आक्रोशिजन को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। उनकी मांग थी कि सभी आरोपियों के घर तोड़े जाएं और फरार आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। इसे लेकर दिनभर गहमागहमी रही।

बाद में आक्रोशित परिजन और ग्रामीण एसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसपी राहुल कुमार लोढ़ा को बताया कि मामले में आरोपी अब तक फरार हैं। परिजन ने सभी को गिरफ्तार कर उनके घर तोड़े जाने की मांग की। एसपी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।

24 जनवरी को हुआ था बुजुर्ग पर हमला

विकास चौधरी पिता मुकेश चौधरी (22) निवासी ग्राम आक्याकोली थाना नागदा जिला उज्जैन हाल मुकाम गांव कंचनखेड़ी ने पिपलौदा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें उसने बताया था कि वह अपने नाना नाथूलाल चौधरी के यहां रहता है और खेती का काम करता है। 24 जनवरी को सुबह करीब 11 बजे वह खेत पर मामा जितेन्द्र जाट के साथ गेंहू को पानी पिलाने के लिए पाइप लम्बे कर रहा था। तभी उन्हें खेत आ रहे नाना नाथूलाल की चीख और शोर-शराबा सुनाई दिया। देखा तो आरोपी जनपद उपाध्याक्ष सुरेश जाट अपने साथियों को साथ लेकर लोहे की टामी, पाइप, लाठी और डंडों से नाथूलाल के साथ बुरी तरह से मारपीट कर रहे थे।

जैसे ही जितेंद्र और विकास उनके पास पहुंचे तो आरोपी भाग निकले। मामले में पिपलौदा पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध 307 147, 120बी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जावरा एसडीओपी शक्तिसिंह चौहान के अनुसार नाथूलाल की मौत होने से प्रकरण में धारा 302 बढ़ाई गई है। अब तक 6 आरोपियों (कपिल पिता बाबूलाल उर्फ पालीवाल जाट, सुभाष पिता रमेश जाट, विकास उर्फ भूरा पिता रमेश जाट, बलराम पिता भरतलाल जाट, अवतारसिंह पिता कैलाश जाट तथा विक्रम पिता कैलाश जाट) की गिरफ्तारी हो चुकी है। पिपलौदा जनपद उपाध्यक्ष सुरेश पिता भंवरलाल जाट और राहुल पिता बाबूलाल उर्फ पालीवाल जाट फरार हैं।

तेजा दशमी पर हुए हमले के चश्मदीद थे नाथूलाल

मृतक नाथूलाल चौधरी के भतीजे जितेंद्र जाट के अनुसार अगस्त 2022 में तेजा दशमी पर धार्मिक जुलूस निकाला था। तब कुछ लोगों ने नाथूलाल के बेटे धर्मेंद्र और जुलूस पर हमला कर दिया था। मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। इसी मामले में नाथूलाल गवाह थे। बुजुर्ग को 25 जनवरी 2024 को न्यायालय में गवाही देनी थी लेकिन 24 जनवरी की सुबह खेत पर जाते समय उन पर हमला हो गया। हमले में बुजुर्ग के शरीर पर करीब 100 फ्रैक्चर हुए थे। जितेंद्र ने पिपलौदा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके बुजुर्ग काका पर आठ पुरुषों और चार महिलाओं ने हमला किया था लेकिन पुलिस ने केवल आठ पुरुष आरोपियों के खिलाफ ही प्रकरण दर्ज किया। इनमें से भी अभी तक मात्र तीन की ही गिरफ्तारी हो सकी है।

एसपी ने गठित की एसआईटी

मृतक के परिजन का आरोप है कि मुख्य आरोपी पिपलौदा जनपद उपाध्यक्ष सुरेश जाट कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। इसलिए उसे राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। यही वजह है कि पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है। एसपी लोढ़ा ने मामले में जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसडीओपी शक्तिसिंह चौहान के नेतृत्व में गठित एसआईटी मामले की जांच कर एसपी को रिपोर्ट सौंपेगी।