फुटकर दूध विक्रेताओं का ऐलान : 1 मार्च से नहीं, 1 अप्रैल से बढ़ेंगे दूध के दाम, 2 से 3 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि संभावित, ग्राहक दुविधा में, प्रशासन चुप्प

रतलाम के दूध उत्पादकों और वितरकों ने अलग-अलग बैठकें कर दूध के दाम में वृद्धि का निर्णय लिया है। उत्पादकों ने जहां 9 रुपए प्रति लीटर वृद्धि प्रस्तावित की है वहीं फुटकर विक्रेता सिर्फ 2 से 3 रुपए की बिक्री करने की बात कह रहे हैं। वृद्धि की तारीख को लेकर दोनों में ही विरोधाभास है जिससे ग्राहकों में दुविधा बरकरार है।

फुटकर दूध विक्रेताओं का ऐलान : 1 मार्च से नहीं, 1 अप्रैल से बढ़ेंगे दूध के दाम, 2 से 3 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि संभावित, ग्राहक दुविधा में, प्रशासन चुप्प

दूध उत्पादकों ने 1 मार्च से 9 रुपए लीटर की वृद्धि की है प्रस्तावित, प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने पर आपूर्ति बाधित करने की चेतावनी भी दी

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । चौतरफा महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी की जेब पर और भार बढ़ने वाला है। दूध उत्पादकों और फुटकर दूध वितरकों (विक्रेताओं) ने दूध के दाम में वृद्धि का ऐलान कर दिया है। फिलहाल दाम में वृद्धि को लेकर संशय बरकरार है। दूध उत्पादकों ने जहां प्रति लीटर 9 रुपए की वृद्धि करने का ऐलान किया था वहीं शहर के वितरकों ने सिर्फ 2 से 3 रुपए तक की वृद्धि की संभावना जताई है। वितरकों ने 1 मार्च के बजाय 1 अप्रैल से वृद्धि होने की बात कही है। नतीजतन ग्राहकों की दुविधा बढ़ गई है। इस मामले में प्रशासन अभी चुप्पी साधे हुए है।

रतलाम शहर के फुटकर दूध विक्रेताओं की बैठक संपन्न हुई। बैठक में बाला पटेल, पप्पन असरानी, सुरेश गुर्जर, बालाराम जाट, बंटी गुर्जर, कैलाश (धौंसवास), राजू गजनीखेड़ी, बबलू नागर सहित अन्य मौजूद थे। इसमें दूध उत्पादकों द्वारा दूध के दाम में वृद्धि के प्रस्ताव और इसके लागू होने की तारीख को लेकर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में सभी इस बात पर सहमत नजर आए कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष दूध उत्पादन लागत में काफी बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में इसके दाम में वृद्धि करना जरूरी हो गया है। हालांकि सभी वितरक उत्पादकों द्वारा प्रति लीटर 9 रुपए की प्रस्तावित वृद्धि से सहमत नहीं है। उनका कहना है कि यह काफी ज्यादा है। वितरकों के अनुसार प्रति लीटर 2 से 3 रुपए से ज्यादा की वृद्धि उचित नहीं होगी। इससे आमआदमी पर ज्यादा आर्थिक भार पड़ेगा।

2 से 3 रुपए की वृद्धि से इतना असर आएगा दूध के बिल में

फुटकर दूध विक्रेता संघ के बाला पटेल ने एसीएन टाइम्स को बताया कि- अभी दूध उत्पादकों द्वारा थोक वितरकों को 46 रुपए प्रति लीटर में दूध उपलब्ध कराते हैं। उनसे फुटकर विक्रेताओं को 47.50 रुपए प्रति लीटर में मिलता है जिसे वे ग्राहकों को 49 रुपए प्रति लीटर बेचते हैं। ऐसे में यदि कोई रोज 1 लीटर दूध लेता है तो उसका एक माह का बिल 1470 (30 दिन का) से 1519 (31 दिन का) रुपए तक बनता है। 2 से 3 रुपए की वृद्धि होने पर बिल बढ़कर क्रमशः 1530 से 1560 रुपए (30 दिन का) और 1581 से 1612 रुपए (31 दिन) का हो जाएगा।

दूध उत्पादक 1 मार्च से ही वृद्धि का कर चुके हैं ऐलान, यह चेतावनी भी दी

दूध उत्पादकों (पशुपालक ग्रामीणों) ने दो दिन पूर्व ही शहर के कालिकामाता मंदिर परिसर में बैठक कर दूध के दाम में वृद्धि करने का निर्णय लिया था। उन्होंने इसकी वजह पशु आहार की बढ़ती कीमत बताया। उत्पादकों ने प्रति लीटर 9 रुपए की वृद्धि प्रस्तावित की है। इससे अभी वे जो दूध 46 रुपए लीटर में उपलब्ध करवा रहे थे वह अब वे 55 रुपए लीटर में प्रदान करेंगे। उन्होंने यह वृद्धि 1 मार्च से ही प्रस्तावित की है। उत्पादकों ने चेतावनी दी थी कि अगर प्रशासन इस वृद्धि को लेकर ऐतराज जताता है तो वे हड़ताल जैसा अप्रिय कदम उठा कर शहर में दूध की सप्लाई ही रोक देंगे।

पशुचारे की कमी और खली के दाम कम नहीं होने का असर

दूध के दाम में वृद्धि की वजह दूध उत्पादक और वितरक पशु आहार के बढ़ते दाम बताए जा रहे हैं। पिछले साल दीपावली से पूर्व सोयाबीन का भूसा खराब हो गया था। इसके बाद गेहूं के भूसे पर भी असर पड़ा। ऐसे में कपास की खली पर निर्भरता बढ़ गई। जानकारी के अनुसार पिछले साल जो कपास 8000 रुपए क्विंटल तक बिका था वह इस बार 12 हजार रुपए क्विंटल है। इससे खली के दाम भी अभी 2400 से 2500 रुपए प्रति 60 किलो हैं। पहले उम्मीद थी कि खली के 1800 रुपए प्रति 60 किलो तक रह सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके चलते पशुपालन करना महंगा हो गया है और दूध की उत्पादन लागत बढ़ गई है। उत्पादकों के अनुसार  मौजूदा दाम में दूध उपलब्ध कराना मुश्किल हो रहा है।

प्रशासन के पास नहीं आमआदमी की इस परेशानी के लिए जवाब

दूध उत्पादकों द्वारा 9 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि 1 मार्च से प्रस्तावित की गई है। इसके लिए उन्होंने अभी तक प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई है। उल्टे चेतावनी दी गई है कि यदि वृद्धि होती है तो शहर में दूध की आपूर्ति रोक दी जाएगी। वहीं फुटकर दूध वितरक एक महीने बाद 2 से 3 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि प्रस्तावित की है। बड़ा सवाल यह है कि ग्राहकों पर इस वृद्धि का असर 1 मार्च से पड़ेगा या 1 अप्रैल से और वृद्धि कितने रुपए की होगी ? इस सवाल के समाधान और ग्राहकों में दुविधा के निदान को लेकर प्रशासन का रुख जानने का प्रयास किया गया लेकिन इस बारे में अभी तक कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है।