हम क्रमोन्नति और पदोन्नति लेकर ही रहेंगे, पुरानी पेंशन योजना भी हमारा अधिकार, इसे हल्के में न ले सरकार- प्रकाश शुक्ला

आजाद अध्यापक शिक्षक संघ की मांग को लेकर रतलाम इकाई ने मुख्य जिला इकाई ने क्रमोन्नित और दिलाने के लिए संकल्पित होकर रैली निकाली और सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।

हम क्रमोन्नति और पदोन्नति लेकर ही रहेंगे, पुरानी पेंशन योजना भी हमारा अधिकार, इसे हल्के में न ले सरकार- प्रकाश शुक्ला
तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के संभागीय अध्यक्ष प्रकाश शुक्ला सहित अन्य।

आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मप्र की जिला इकाई ने रैली निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्य प्रदेश ने रविवार को एक बार फिर अपनी आवाज बुलंद दी। प्रदेश अध्यक्ष भरत पटेल के आह्वान पर लामबंद हुए रतलाम जिले के शिक्षकों ने सरकार को आगाह कर दिया कि क्रमोन्नति-पदोन्नति तो हम लेकर ही रहेंगे। उन्होंने पुरानी पेंशन योजना भी लागू करने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा यह हमारा अधिकार है और हम उसे लेकर ही रहेंगे।

आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्य प्रदेश की रतलाम जिला इकाई ने रविवार को वाहन रैली निकाल कर अपनी मांगों के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर के प्रतिनिधि तहसीलदार ब्रजभूषण शर्मा को सौंपा। रैली कालिका माता मंदिर परिसर स्थित बग़ीचे से आरंभ हुई और कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां शिक्षकों ने पदोन्नति - क्रमोन्नति देने और पुरानी पेंशन पुनः लागू करने सहित विभिन्न विषयों को लेकर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।

रैली को वक्ताओं ने संबोधन किया। इनमें संभाग अध्यक्ष प्रकाश शुक्ला, संभागीय उपाध्यक्ष ललिता कदम, संभागीय संगठन मंत्री एवं जिला अध्यक्ष सुनील कुमार गौड़, जिला सचिव राजेश स्वर्णकार, जावरा ब्लॉक अध्यक्ष अशोक कुमार दड़िंग, पिपलौदा ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश जगदेव, बाजना अध्यक्ष तेजू डोडियार, सैलाना अध्यक्ष दिनेश परमार शामिल हैं। सभी ने एक स्वर में मांग की कि उनकी मांगें जल्द मानी जाएं और कर्मचारियों को राहत दी जाए। ज्ञापन का वाचन जिला सचिव राजेश स्वर्णकार एवं शोभा शेर ने किया। संचालन कार्यकारी जिला अध्यक्ष महेंद्रसिंह भाटी ने किया।

ये रहे मौजूद

जिला उपाध्यक्ष किरण पाटीदार, संध्या जैन, रानी वर्मा, मीनाक्षी अग्रवाल, चंचला व्यास, स्वेता टांक, सारिका व्यास, अलका वोहरा, निर्मला गायकवाड़, रेखा पंवार, रमेश उपाध्याय, सत्यनारायण माली, अमित झा, मनीष द्विवेदी, गोविंद पाटीदार, हरीराम जाटवा, ब्रजेश झा, प्रशांत खरे, यशवंत खंडेलवाल, बाबूलाल परिहार, सोमलाल निनामा, जगदीश वसुनिया, संजय गुर्जर, प्रकाश सोनार्थी सहित सैकड़ों अध्यापक उपस्थित थे। 

प्रमुख मांगें

  • अध्यापक शिक्षक संवर्ग को भी पुराने शिक्षक संवर्ग की भांति अंशदाई पेंशन के स्थान पर पुरानी पेंशन लागू की जाए।
  • 12 और 24 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण कर चुके स्कूल शिक्षा विभाग और जनजाति कार्य विभाग में कार्यरत अध्यापक शिक्षक संवर्ग की लंबित क्रमोन्नति या समयमान वेतनमान के आदेश जारी किए जाएं।
  • अध्यापक शिक्षक संवर्ग की आपसी वरिष्ठता सूची का अंतिम प्रकाशन कर उच्च पदों के लिए पात्र अध्यापक शिक्षक संवर्ग को पदोन्नति दी जाए।
  • विगत वर्षों में सेवानिवृत्त और दिवंगत अध्यापक शिक्षक के आश्रित परिवार के सदस्य को अन्य शासकीय कर्मचारियों की भांति ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाए।
  • अतिशेष अध्यापक शिक्षक संवर्ग की रिक्त पदों पर स्वैच्छिक आधार पर पदस्थापना की जाए।
  • विगत वर्षों में दिवंगत हुए अध्यापक शिक्षक के आश्रित परिवार के सदस्य के लंबित अनुकंपा नियुक्ति के आदेश जारी किए जाएं।
  • सितम्बर 2022 में अपने अध्यापक शिक्षक संवर्ग की लंबित मांगों और समास्याओं के निराकरण के लिए की गई हड़ताल के दौरान शामिल अध्यापक शिक्षक संवर्ग के विभागीय दंड समाप्त करते हुए रोके गए हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान किया जाए।
  • 2006 और उसके बाद नियुक्त अध्यापक शिक्षक संवर्ग के छठवे वेतनमान के निर्धारण कर वेतन विसंगति में सुधार किया जाए।
  • अध्यापक शिक्षक संवर्ग के कोई भी विभागीय प्रशिक्षण सिर्फ कार्य दिवसों में ही रखें जाएं।