गोवंश काटने वाले तीन आरोपियों की शिनाख्त, एक आरोपी की दुकान ढहाई, घरों पर भी चला बुलडोजर, अवैध मांस की 30 अवैध दुकानें सील
रतलाम पुलिस ने गोवंश काटने के के मामले में तीन नामजद सहित चार लोगों के विरुद्ध माणक चौक पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। उनके घरों से संदिग्ध मांस भी जब्त हुआ है। आरोपियों के अवैध निर्माणों को भी नगर निगम के अमले ने ढहा दिया। प्रशासन ने शहर में अवैध रूप से संचालित मांस की 30 दुकानों को भी सील कर दी जबकि एक को ढहा दिया।
हिंदूवादी संगठनों के प्रदर्शन के बाद हरकत में आया प्रशासन, पुलिस और नगर निगम का अमला
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर में गोवंश काटे जाने की घटना के बाद हुए हंगामे और प्रदर्शन ने जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस विभाग की नींद उड़ा दी। हिंदूवादी संगठनों के प्रदर्शन के बाद हरकत में आए तंत्र ने कुछ ही देर में आरोपियों का पता लगा लिया। मामले में तीन नामजद सहित चार आरोपियों के बारे में पता चला है। इसके बाद आरोपियों के मकानों पर बुलडोजर भी चलाया गया। इतना ही नहीं शहर की विभिन्न गलियों में बिना लाइसेंस के संचालित मांस की अवैध 30 दुकानों को भी प्रशासन ने सील कर दिया जबकि एक आरोपी की दुकान भी ढहा दी गई। अधिकारियों ने कार्रवाई आगे भी जारी रहने के संकेत दिए हैं।
माणक चौक पुलिस के अऩुसार रविवार सुबह करीबन 08:30 बजे सूचना प्राप्त हुई की गोशाला बाडे़ के पास नाले में गाए के अंग पड़े दिख रहे हैं। इससे प्रतीत होता है कि किसी ने गोवंश का वध करके नाले में फेंक दिया है। आस-पास तलाश करने पर गोशाला रोड पर भेरू जी के ओटले के पास भी इस प्रकार के अवशेष प्राप्त हुए। इसकी सूचना पर फरियादी की रिपोर्ट पर माणक चौक थाने पर धारा 295 भादवि व मध्य प्रदेश गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत अपराध अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना की गई।
सीसीटीवी फुटेज से हुई तीन आरोपियों की पहचान, घरों से बरामद हुआ संदिग्ध मांस
अति संवेदनशील सूचना पर संज्ञान लेते हुए घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात किया गया। नगर निगम की टीम की मदद से गोवंश के अंगों को एकत्र कर पशु चिकित्सालय पीएम के लिए भेजा गया। साथ ही शहर के अतिसंवेदनशील स्थानों पर भी फोर्स तैनात किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील पाटीदार के नेत्रत्व में टीम गठित की। मुखबिर तंत्र की सहायता और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों का पता लगाया गया।
ये आरोपी हैं शामिल, जब्त जांच के लिए वेटनरी अस्पताल भेजा
पड़ताल में आरोपी मुबारिक पिता गफ़्फ़ुर कुरैशी (20) निवासी हरिजन बस्ती रतलाम, आसिफ पिता शौकत कुरैशी (18) निवासी मोमिनपुरा मस्जिद के पीछे रतलाम, सिद्दीक पिता अहमद कुरैशी निवासी फकीर मोहल्ला रतलाम एवं एक अन्य आरोपी के शामिल होने का पता चला। आरोपिओं की तलाश कर उनके घर की तलाशी ली गई जहां से संदिग्ध मांस बरामद किया गया। जब्त मांस को वेटनरी अस्पताल भेज कर जांच हेतु सुरक्षित किया गया। प्रकरण में विवेचना जारी है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।
एसडीएम पांडेय की मौजूदगी में हुई कार्रवाई
आरोपियों के मकानों पर कार्रवाई शहर एसडीएम संजीव कुमार पांडेय और सीएसपी हेमंत चौहान की मौजूदगी में हुई। एसडीएम पांडेय ने बताया कार्रवाई नगर निगम द्वारा की बिना अनुमिति के बनाए गए मकानों पर की गई। पांडेय के अनुसार राजस्व विभाग, पुलिस, नगर निगम और प्रशासनिक अमले की चार टीमें बनाई गईं थी जिन्होंने शहर की उन सभी गलियों और इलाकों की सर्चिंग की जहां के बारे में सुबह प्रदर्शन के दौरान लोगों ने बताया था। इस दौरान बिना लाइसेंस के संचालित 30 से अधिक दुकानें सील की गईं। एक दुकान को भी ढहाया गया है। आगे भी जैसे-जैसे जानकारी मिलेगी, कार्रवाई की जाएगी।
कम से कम तीन गोवंश की हुई हत्या
गौरतलब है कि ईदगाह क्षेत्र में कम से कम तीन गोवंश काटकर भेरूजी के ओटले (चबूतरे) पर फेंक दिया गया था। मौके से गोवंश का एक भ्रूण भी मिला था जिससे आशंका जताई जा रही है काटे गए गोवंश में से एक गर्भवती गाय भी थी। इसे लेकर ही बजरंग दल, विहिप, हिंदू जागरण मंच सहित विभिन्न हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन कर चक्काजाम किया था। एसडीएम पांडेय की समझाइश के बाद प्रदर्शनकारियों ने चक्काजाम समाप्त किया था।