नशे से दूरी है जरूरी ! नशा बुद्धि भ्रष्ट करता है, यह विवाद की वजह और रक्तदान में बाधक भी है, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने कहा

प्रशासन और पुलिस द्वारा सैलाना की उप जेल में आयोजित नशा मुक्ति अभियान के दौरान समाजसेवी गोविंद काकानी ने रक्तदान में नशे को बाधक बताया।

नशे से दूरी है जरूरी ! नशा बुद्धि भ्रष्ट करता है, यह विवाद की वजह और रक्तदान में बाधक भी है, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने कहा
नशा मुक्ति शिविर के दौरान शपथ दिलाते समाजसेवी गोविंद काकानी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शासन द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान के तहत रतलाम जिले में जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा आयोजन किए जा रहे हैं। इसमें काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन भी शिविरों में सहभागिता कर रहा है। इसी क्रम में सैलाना उप जेल में शिविर आयोजित हुआ जिसमें फाउंडेशन के सचिव ने रक्तदान को महादान बताते हुए इसमें नशे को बाधक बताया।

शिविर का आयोजन काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन एवं मानव सेवा समिति द्वारा किया गया। इसमें मैत्री परिवार महाराष्ट्र, पतंजलि योग संस्थान, जन अभियान परिषद जैसी संस्थाओं ने भी सहभागिता की। शिविर में समाजसेवी काकानी ने कहा कि नशा करने वाले व्यक्ति का रक्त 72 घंटे तक नहीं लिया जा सकता है क्योंकि उसके शरीर के रक्त में नशा अंदर तक चल जाता है। इससे वह दुषित रक्त मरीज को नहीं दिया जा सकता।

उत्तेजना बढ़ने से होते हैं विवाद

काकानी ने कहा कि सतत रक्तदान करने वाले नियमित रक्तदाता को हमेशा किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहना चाहिए। नशा बुद्धि को भ्रष्ट करता, उत्तेजना पैदा करता जिससे जाने-अनजाने में विवादों होते हैं और उससे अपराध भी घटित हो जाते हैं। यानी नशा करने से व्यक्ति का भविष्य ही बिगड़ जाता है। शिविर में नशे से दूरी है जरूरी की शपथ भी दिलाई गई।