खेल चेतना मेले में 7500 खिलाड़ी होंगे शामिल, इसे धार्मिक मेलों की तरह सफल बनाएं - विधायक चेतन्य काश्यप
23वें खेल चेतना मेले के आयोजन की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में खेल मेले को धार्मिक मेले की तरह सफल बनाने का आह्वान किया गया।
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शहर के स्कूली खिलाड़ियों से अधिक से अधिक सहभागिता का किया आह्वान
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कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में हुई स्कूल संचालक, प्राचार्य एवं खेल प्रशिक्षक बैठक
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । क्रीड़ा भारती और चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित खेल चेतना मेला-2023 की तैयारी जारी है। इसे लेकर वीसाजी मेंशन पर स्कूल संचालकों, प्राचार्यों एवं खेल प्रशिक्षकों की बैठक का आयोजित की गई। क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष, फाउंडेशन अध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप ने बताया आजादी का अमृत महोत्सव के बाद हो रहे इस खेल मेले में 7500 खिलाड़ी शामिल होंगे। उन्होंने धार्मिक मेले की ही तरह खेल मेले को भी सफल बनाने का आह्वान किया।
बैठक में कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, क्रीड़ा भारती के जिलाध्यक्ष डॉ. गोपाल मजावदिया, सचिव अनुज शर्मा एवं खेल चेतना मेला समिति सचिव मुकेश जैन मंचासीन रहे। काश्यप ने कहा कि इस बार 23वां खेल चेतना मेला आयोजित हो रहा है। दो वर्ष कोरोनाकाल नहीं होता, तो इस वर्ष हम रजत जयंती वर्ष मना रहे होते। इस वर्ष हमने आजादी का अमृत महोत्सव मनाया है। इस लिए 23वें खेल चेतना मेला में 110 स्कूलों के 7500 खिलाड़ी, 18 खेलों में भाग लेने के लिए मैदान में उतरेंगे। पूर्व में 4500 खिलाड़ी शामिल हुए थे, इस बार अधिक उपस्थिति का लक्ष्य है।
खेल आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं
काश्यप ने कहा खेल व्यक्ति को सदैव जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। आजकल अवसाद में लोग गलत कदम उठाते हैं, जिससे उनके अंदर अवसाद से लड़ने की क्षमता नहीं रहती है। नई पीढ़ी को अवसाद से बचाने के लिए खेलों से जोड़ना जरूरी है। उन्होने सभी स्कूल संचालकों, खेल प्रशिक्षकों के साथ अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को खेलों से जोड़ने के लिए खेल चेतना मेला में सहभागिता सुनिश्चित करें। जैसे धार्मिक मेलों में बच्चों को ले जाते हैं, वैसे ही खेल मेले में भी हर बच्चे को शामिल होना चाहिए। खेल मेले ने कई खिलाड़ियों को मंच प्रदान किया है। इससे जुड़े खिलाड़ी राष्ट्रीय, अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर शहर का नाम रोशन कर रहे हैं। खिलाड़ी बार-बार हारकर जीतने का प्रयोग सिर्फ खेल में होता है और इससे खिलाड़ी जीतना सीखता है। खेल के माध्यम से खेल भावना विकसित होती है।
काश्यप जैसे विधायक बहुत कम देखने को मिलते हैं- कलेक्टर सूर्यवंशी
कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने कहा कि विधायक काश्यप ने बहुत रचनात्मक कार्य किए हैं। ऐसे विधायक बहुत ही कम देखने को मिलते हैं, जो हर समय शहर के विकास के बारे में सोचते हैं। सामाजिक, धार्मिक और खेलों के आयोजनों में सदैव इनकी सहभागिता रहती है। कलेक्टर ने सभी से खेल चेतना मेला में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों की सहभागिता के लिए आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि जीवन में खेलों का बड़ा महत्व है। बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जीवन में खेल बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्यक्रम समग्रता लिए होता है। यह संस्था हर दृष्टि से सक्षम है। मैंने देखा है कि लोग विधायक जी और उनकी संस्था को अपनी संस्था और उस पर अपना अधिकार मानकर अपने काम के लिए कहते हैं।
जीवन में प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए लेकिन खेल भावना जरूरी- एसपी तिवारी
पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने कहा कि मैंने जब खेल चेतना मेला के बारे में सुना तो मुझे बड़ा रोचक लगा कि 23 वर्षों से इतना अच्छा कार्यक्रम रतलाम में हो रहा है। उससे जुड़ने का हमें मौका मिला है। यह आयोजन स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। जीवन में प्रतिस्पर्धा होना चाहिए लेकिन खेल भावना बहुत जरूरी है। मैं मानता हूं कि जो बच्चे अपने शुरुआती दौर में स्कूली शिक्षा में पढ़ाई के साथ किसी भी एक खेल में रुचि रखते हो तो वह उससे जुड़े, जिससे उनकी प्रतिभा का विकास होगा। स्कूल संचालक, प्राचार्य एवं खेल प्रशिक्षक उपस्थित रहे। स्वागत भाषण एवं आभार प्रदर्शन खेल चेतना मेला समिति सचिव मुकेश जैन ने माना।