लॉटरी के माध्यम से 55 व्यापारियों को और आवंटित होंगी पटाखा दुकानें - विधायक चेतन्य काश्यप

पटाखा लाइसेंस के लिए नए आवेदकों को लाइसेंस नहीं देने से नाराज व्यापारियों द्वारा नाराजगी जताने पर विधायक चेतन्य काश्यप ने उसका तत्काल समाधान कराया। इससे पहले महापौर प्रहलाद पटेल ने एसडीएम को आड़े हाथ लिया।

लॉटरी के माध्यम से 55 व्यापारियों को और आवंटित होंगी पटाखा दुकानें - विधायक चेतन्य काश्यप
पटाखा व्यापारियों से चर्चा करते विधायक चेतन्य काश्यप। समीप हैं महापौर प्रहलाद पटेल।

प्रशासन और नगर निगम की अव्यवस्था से नाराज पटाखा व्यवसायियों ने विधायक से की मुलाकात

विधायक काश्यप ने अपर कलेक्टर और एसडीएम से चर्चा के बाद की की घोषणा

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । दीपोत्सव पर्व पर शहर में लगने वाले पटाखा बाजार में 55 दुकानें और लाइसेंसधारी व्यवसायियों को आवंटित की जाएंगी। यह निर्णय विधायक चेतन्य काश्यप के निर्देश पर प्रशासन ने लिया है। दुकान आवंटन प्रक्रिया से नाराज पटाखा व्यवसायी विधायक काश्यप से मिलने पहुंचे थे। उनकी समस्या को सुनकर काश्यप ने त्वरित निराकरण की पहल की। इस दौरान महापौर प्रहलाद पटेल, एमआईसी सदस्य एवं पार्षदगण के साथ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। इससे पहले महापौर ने भी एसडीएम को दूरभाष पर आड़े हाथ लिया था।

विधायक काश्यप के निर्देश पर प्रशासन द्वारा 55 नई दुकानों की लॉटरी निकाले जाने के निर्णय के बाद पटाखा व्यवसायीयों में खुशी छा गई। पूर्व में प्रशासन 127 दुकानों को लॉटरी सिस्टम से आवंटित कर चुका है। ये दुकानें बरबड़ स्थित विधायक सभागृह परिसर और त्रिवेणी मेला ग्राउंड पर लगाई जाएंगी। काश्यप के निर्देश पर अब 55 और दुकानों का लॉटरी सिस्टम से आवंटन होगा। इसके अतिरिक्त 20 दुकानें प्रतिक्षा सूची में भी रहेंगी। यदि किसी व्यवसायी का पुलिस सत्यापन किन्हीं कारणों से निरस्त होता है तो प्रतिक्षा सूची में शामिल व्यापारी को मौका दिया जाएगा।

नए व्यापारी पटाखा बाजार में पूर्व के व्यापारियों को दुकानें आवंटित किए जाने से आक्रोशित थे। प्रशासन और नगर निगम स्तर पर सुनवाई नहीं होने पर वे विधायक काश्यप से मिलने पहुंचे थे। चर्चा के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता मनोहर पोरवाल, एमआईसी सदस्य, अपर कलेक्टर एम एल आर्य, एसडीएम संजीव केशव पांडेय उपस्थित रहे।

महापौर ने एसीडीएम को दी लहजा सुधारने की हिदायत

इससे पहले व्यापारियों ने महापौर प्रहलाद पटेल से भी गुहार लगाई थी। मामला जानकारी में आने के बाद पटेल ने एसडीएम को कॉल किया। इस दौरान उन्होंने एसडीओम को आड़े हाथ लेते हुए लहजा सुधारने की हिदायत दी। महापौर का कहना था कि हम जनता के दुख-दर्द और समस्या सुनने और निराकरण के लिए ही बैठे हैं। उन्होंने कहा कि जब भी मेरे द्वारा कुछ करने के लिए कहा गया तो उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया।

पुराने के ही लाइसेंस रिन्यू करने से भड़के नए आवेदक

बता दें कि, दीपोत्सव पर पटाखा कारोबार के लिए लाइसेंस जारी करने के लिए इस बार प्रशासन द्वारा ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे। इसके तहत तकरीबन 70 लोगों ने आवेदन किया था। प्रशासन ने पुराने 127 व्यापारियों के ही लाइसेंस नवीनीकृत कर दिए और नए आवेदन निरस्त कर दिए। इससे आवेदकों में भारी आक्रोश था। इसके चलते ही उन्होंने पहले महापौर और फिर विधायक से गुहार लगाई।

एक स्थान भी कर दिया कम

व्यापारियों की नाराजी का एक कारण इस प्रशासन द्वारा पटाखा व्यवसाय के लिए एक स्थान कम करना भी है। पहले विधायक सभागृह परिसर, त्रिवेणी क्षेत्र और आंबेडकर ग्राउंड में दुकानें लगती थीं। इस बार आंबेडकर ग्राउंड कम कर दिया गया। व्यापारियों का तर्क है कि लॉकडाउन के चलते दो साल लोग ठीक से दीपोत्सव नहीं मना सके। इससे इस बार लोगों में ज्यादा उत्साह है और ग्राहकी भी ज्यादा होगी। ऐसे में स्थान कम करने से दोनों स्थानों पर ग्राहकों को खरीदारी में परेशानी होगी।