ये हैं DM वंदना सिंह चौहान, मुस्लिम समाज कर रहा इन्हें गिरफ्तार करने की मांग, आखिर क्या है इस दबंग अफसर का अपराध ?
नैनीताल की डीएम वंदना सिंह चौहान सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल हो रही हैं। मुस्लिम समाज उन्हें गिरफ्तार करने की मांग को लेकर #ArrestVandanaSingh मुहिम चला रहा है। वहीं एक बड़ा समूह उनके बचाव में खड़ा है।
एसीएन टाइम्स @ डेस्क । #नैनीताल की दबंग कलेक्टर (DM) #वंदना सिंह चौहान सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल हो रही हैं। लोग इन्हें गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अभियान चला रहे हैं, खासकर मुस्लिम समाजजन। वहीं देश के तमाम लोग चौहान को दबंग और ईमानदार अफसर बताते हुए उनके बचाव में भी खड़े नजर आ रहे हैं।
डीएम वंदना सिंह की गिरफ्तारी की मांग करने वालों का आरोप है कि #उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुए दंगे के लिए यही जिम्मेदार हैं। उनका आरोप यहां के नगर निगम कमिश्नर पर भी है। #ArrestVandanaSingh नाम से अभियान चलाने वाले का कहना है कि दोनों ही अफसरों ने न्याय प्रक्रिया से परे कानून हाथ में ले लिया जिसके चलते हल्द्वानी में दंगा हुआ। ट्रोल करने वालों ने दंगों के वीडियो के साथ ही डीएम वंदना सिंह द्वारा की गई पत्रकार वार्ता के वीडियो भी साझा कर रहे हैं।
पिछले साल मई में नैनीताल की डीम बनीं वंदना को लेकर लोगों का कहना है कि उन्हें खास मकसद से धामी सरकार द्वारा पदस्थ किया गया था। कुछ लोगों ने X हैंडल पर वंदना सिंह चौहान को संघी मानसिकता वाला प्रशासनिक अधिकारी भी कह डाला। यह साबित करने के लिए उनका केसरिया साड़ी वाला फोटो भी खूब शेयर किया जा रहा है।
यह है मामला
दरअसल, हल्द्वानी में प्रशासन द्वारा पिछले दिनों सरकारी जमीन पर बनी मरियम मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ा था। प्रशासन का कहना है कि 20 वर्ष पहले सरकारी जमीन पर किए गए अतिक्रमण को कानूनी तरीके से कोर्ट के आदेश पर ढहाया गया। कार्रवाई के विरोध के दौरान 6 लोगों की जान चली गई थी। मुस्लिम समुदाय के लोग इसके लिए डीएम वंदना सिंह को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर एक बड़ा वर्ग डीएम के समर्थन में आ गया है। उसका कहना है कि अवैध निर्माण करना अपराध है, उसे ढहाना अपराध कैसे हो सकता है। ऐसा साहस सक्षम और ईमानदार अफसर ही दिखा सकता है। ऐसे लोगों का कहना है कि गलत के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अफसरों को यदि जनसमर्थन नहीं मिला तो अन्य अफसर भी हतोत्साहित होंगे।
अधिकारी विशेष को टारगेट बनाना गलत
कुछ लोगों का मानना है कि मामले में डीएम वंदना सिंह का नाम लिया जाना अनुचित है। ऐसा इसलिए कि कार्रवाई कोई एक अफसर नहीं करता बल्कि कानूनी प्रक्रिया के तहत प्रशासन करता है। हल्द्वानी में भी अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई प्रशासन ने की है। डीम के रूप में यदि कोई अन्य भी होता और कोर्ट का जो आदेश होता, वह उसके अनुरूप ही कार्य करता।
एक की हत्या अवैध संबंध को लेकर हुई थी
हल्द्वानी दंगे में मारे गए एक व्यक्ति को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। नैनीताल पुलिस के अनुसार दंगे की आड़ में चोरगलिया थाने में पदस्थ एक सिपाही और उसके 3 साथियों ने बिहार निवासी प्रकाश नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। आरोप है कि प्रकाश का सिपाही की पत्नी से अवैध संबंध था और वह उसे ब्लैकमेल करता था।