इंतिहा इंतजार की : अन्य जिलों में शिक्षकों को मिल चुकी है क्रमोन्नति, रतलाम में 6 वर्ष से कर रहे इंतजार, आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने DEO को सौंपा ज्ञापन

शिक्षकों को क्रमोन्नति का लाभ नहीं मिलने से आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर समस्या का यथाशीघ्र निराकरण करने की मांग की। संघ पदाधिकारियों ने अन्य जिलों में जारी हो चुके इसके आदेश भी दिखाए।

इंतिहा इंतजार की : अन्य जिलों में शिक्षकों को मिल चुकी है क्रमोन्नति, रतलाम में 6 वर्ष से कर रहे इंतजार, आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने DEO को सौंपा ज्ञापन
क्रमोन्नति आदेश जारी करने की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी के. सी. शर्मा को ज्ञापन सौंपते आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के पदाधिकारी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मध्य प्रदेश में शासकीय सेवा में 12 एवं 24 वर्ष की अवधि पूरी कर चुके अध्यापक संवर्ग के लोकसेवकों क्रमोन्नति की प्रक्रिया कई माह से प्रचलित है। अधिकतर जिलों में प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसे लेकर आदेश भी जारी हो चुके हैं। रतलाम जिले में यह प्रक्रिया बहुत धीमी गति से चल रही है। अभी तक इसके आदेश जारी नहीं होने से जिले के शिक्षकों में रोष व्याप्त है।

यह बात आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार गौड़ ने यह बात जिला शिक्षा अधिकारी के. सी. शर्मा से ज्ञापन देने के दौरान कही। गौड़ ने कहा कि जो मांग 6 वर्ष पहले पूरी होना चाहिए थी, उसका आज भी कोई अता-पता नहीं है। जब भी हम ज्ञापन, रैली या धरना की योजना बनाते हैं तो अधिकारी किसी न किसी बहाने जिले में धारा 144 लगा देते हैं। कभी-कभी कहीं चुनाव आ जाने का बहाना बनाते हैं तो कभी आचार संहिता आड़े आ जाती है। जिला अध्यक्ष ने कहा कि जब तक अपना अधिकार नहीं मिल जाता तब तक हम जिलाधीश, जिला शिक्षा अधिकारी व जनप्रतिनिधियों के माध्यम से गुहार लगाते रहेंगे।

भारी नुकसान हो चुका है शिक्षकों को- प्रकाश शुक्ला

संघ के संभागीय अध्यक्ष प्रकाश शुक्ला ने बताया कि वैसे ही शिक्षकों को भारी नुकसान हो चुका है। 12 वर्षीय क्रमोन्नति की पात्रता उन सभी शिक्षकों को है, जिनकी नियुक्ति 2006 से लेकर 2010- 11 के बीच हुई है। इनके क्रमोन्नति आदेश 2018, 2019, 2020, 2021, 2022 व 2023 तक हो जाना चाहिए थे, जो आज तक नहीं हुए। जिला उपाध्यक्ष हरिराम जाटवा ने बताया कि क्रमोन्नति के साथ ही जिले के कुछ शिक्षकों को अभी तक डीए का एरियर नहीं मिला। इससे शिक्षकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

हर माह हो रहा 5 से 8 हजार रुपए का नुकसान- विनोद यादव

संभागीय उपाध्यक्ष विनोद यादव ने कहा कि क्रमोन्नति समय पर न मिलने से पात्र शिक्षकों को हर माह 5 से 8 हजार के बीच नुकसान हो रहा है। जिनकी क्रमोन्नति 2018 में लगना थी उसको लगभग 3 से 4 लाख का नुकसान हो चुका है। यादव ने कहा कि जब जनजातीय कार्य विभाग के शिक्षकों क्रमोन्नति का लाभ पहले से ही मिल रहा है तो शिक्षा विभाग के शिक्षकों को क्रमोन्नति का लाभ मिलने में क्या परेशानी है।

संभागीय अध्यक्ष शुक्ला ने उपलब्ध कराए अन्य जिलों के आदेश

जिला शिक्षा अधिकारी शर्मा ने संघ पदाधिकारियों से कहा कि यदि किसी जिले में क्रमोन्नति के आदेश जारी हुए हैं तो बातएं। इस पर संभाग अध्यक्ष शुक्ला ने जिला शिक्षा अधिकारी को कई जिलों में शिक्षा विभाग एवं जनजातीय कार्य विभाग द्वारा जारी आदेश प्रेषित किए और दिखाए। मुलाकात और ज्ञापन देने के दौरान राजेंद्र सिंह राठौर, सुरेशचंद्र जगदेव, टीनू सियाग, सागर डामर, सुंदरलाल कोराल, चंपालाल धाकड़, अर्जुन राठौर, दिनेश व्यास, गणेश चौहान, रामलाल मुनिया, विजय डोडियार सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।