पुलिस व महिला बाल विकास विभाग की पहल, बेटियों को साइबर अपराध से बचाने के लिए जारी किए स्टीकर व पम्फलेट, कलेक्टर सूर्यवंशी ने किया विमोचन
महिला एवं बाल विकास विभाग तथा पुलिस विभाग द्वारा बालिकाओं और किशोरियों को साइबर अपराधों से सुरक्षित रखने के लिए जागरूकता स्टीकर और पम्फलेट तैयार किए गए हैं। इनका विमोचन कलेक्टर ने किया।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत साइबर क्राइम से सुरक्षा को लेकर पुलिस और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त सहयोग से स्टीकर और पम्फलेट तैयार किए गए हैं। इनका विमोचन सोमवार को कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने कलेक्ट्रेट सभागृह में किया।
साइबर क्राइम से सुरक्षा पर बने स्टीकर और पम्फलेट की विषय सामग्री संग्रहण में पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा, साइबर क्राइम प्रभारी अमित कुमार शर्मा, प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, प्रधान आरक्षक लक्ष्मीनाराण सूर्यवंशी, मयंक व्यास और विपुल भावसार का सराहनीय योगदान रहा। स्टीकर और पम्फलेट का वितरण साइबर क्राइम से सुरक्षा पर आयोजित होने वाली परियोजना स्तरीय कार्यशालाओं में शासकीय विद्यालय व शासकीय छात्रावास की छात्राओं, आंगनवाड़ी केन्द्र की किशोरियों को किया जाएगा। इससे साइबर क्राइम के बारे में जागरूक करने के साथ ही सुरक्षा में भी मदद मिलेगी।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एडीएम आर. एस. मण्डलोई, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमन वैष्णव, एसडीएम (शहर) संजीव केशव पांडेय, डिप्टी कलेक्टर राधा महन्त, डिप्टी कलेक्टर संजय शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा, सहायक संचालक एवं बीबीबीपी नोडल अधिकारी कुमार अंकिता पण्ड्या, महिला बाल विकास के सभी परियोजना अधिकारी, स्थानीय बीबीबीपी सेक्शन लीडर पर्यवेक्षक नीलम वाघेला, ज्योति सोनी, गायत्री शर्मा, प्रियंका बैरागी एवं जिला शाखा प्रभारी यशोदा कुंवर राजावत की उपस्थिति में किया।
कलेक्टर सूर्यवंशी ने ये की अपील
- साइबर क्राइम होने पर तत्काल साइबर हेल्प लाइन नंबर1930 पर सूचना देकर सहायता लें।
- सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की फ्रैंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें।
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- ऑनलाइन चैट पर आपत्तिजनक / अंतरंग फोटो / वीडियो आदि साझा न करें।
- अनजान नंबरों से वीडियो कॉल रिसीव न करें।
- ईमेल आईडी, सोशल मीडिया प्रोफाइल्स, ई वॉलेट्स / नेट बैंकिंग आदि के पासवर्ड मजबूत रखें एवं नियमित अंतराल पर बदलते रहें।