बड़ी खबर : रतलाम के सिविल सर्जन डॉ. एम. एस. सागर को पीटा, पुलिस ने डॉ. जीवन चौहान के वाहन चालक सहित तीन के विरुद्ध दर्ज किया केस, जीवांश अस्पताल सील

रतलाम में स्टेशन रोड थाना पुलिस ने तीन व्यक्तियों के विरुद्ध सिविल सर्जन डॉ. एम. एस. सागर के साथ मारपीट का केस दर्ज किया गया है। आरोपियों में एक आरोपी डॉ. जीवन चौहान का वाहन चालक है।

बड़ी खबर : रतलाम के सिविल सर्जन डॉ. एम. एस. सागर को पीटा, पुलिस ने डॉ. जीवन चौहान के वाहन चालक सहित तीन के विरुद्ध दर्ज किया केस, जीवांश अस्पताल सील
जिला अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. एम. एस. सागर के साथ मारपीट की मामला सामने आया है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सिविल सर्जन सह जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. एम. एस. सागर के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। स्टेशन रोड पुलिस ने सिविल सर्जन की रिपोर्ट पर डॉ. जीवन चौहान के वाहन चालक सहित तीन आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। उधर, घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. जीवन चौहान द्वारा संचालित निजी अस्पताल को सील कर दिया गया है।

स्टेशन रोड थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा के अनुसार सिविल सर्जन 54 वर्षीय डॉ. मेघसिंह पिता माधवसिंह सागर (जाटव), निवासी एफ- 06 डॉक्टर्स क्वॉर्टर जिला अस्पताल परिसर की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। डॉ. सागर का आरोप है कि शुक्रवार शाम करीब 6.45 बजे उनके कक्ष में तीन युवक पहुंचे और उनके साथ विवाद कर मारपीट की। मामले में आरोपी जितेन्द्र उर्फ जीतू पिता फकीरचंद चौधरी निवासी समता परिसर रतलाम, भगतसिंह पिता कन्हैयालाल डोडियार निवासी होमगार्ड कॉलोनी रतलाम एवं सुनील पिता भागीरथ मचार निवासी होमगार्ड कॉलोनी रतलाम के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है।

इन धाराओं में दर्ज हुआ केस

आरोपियों के विरुद्ध बीएनएस की धारा 132, 121, 221, 351(2), 3(5), म.प्र. चिकित्सक सरंक्षण अधिनियम की धारा 3/4 एवं आईपीसी की धारा 353,332, 186, 506, 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी वर्मा के अनुसार सिविल सर्जन का आरोप है कि तीनों आरोपियों ने डॉ. जीवन चौहान व एक अन्य डॉक्टर के कहने पर मारपीट की। मामले की जांच की जा रही है।

विभागीय जांच रिपोर्ट बदलने के दबाव का आरोप

जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन डॉ. सागर का आरोप है कि उनक द्वारा डॉ. जीवन चौहान सहित अन्य के विरुद्ध विभागीय जांच की गई थी। जांच में उन्होंने डॉ. चौहान के विरुद्ध रिपोर्ट दी थी। इसके चलते उन्हें अंजाम भुगतने की धमकी भी मिली थी। उन्हें रिपोर्ट बदलने का दबाव दिया गया था।

जीवांश अस्पताल सील !

जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन का आरोपी जीतेंद्र उर्फ जीतू डॉ. जीवन चौहान का वाहन चालक है। इसलिए इस मामले में डॉ. चौहान की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। सूत्रों की मानें तो इसके चलते ही देर शाम 80 फीट रोड पर स्थित जीवांश अस्पताल को सील कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि जीवांश अस्पताल का संचालन डॉ. जीवन चौहान द्वारा किया जाता है। डॉ. चौहान और उक्त अस्पताल को लेकर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी।