रतलाम प्रेस क्लब ने रचा इतिहास, यहां चितन भी होता है और साथियों का सम्मान भी- विधायक चेतन्य काश्यप
रतलाम प्रेस क्लब द्वारा अपने 10 साथियों को उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार 2022 से नवाजा गया।
रतलाम प्रेस क्लब का उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार समारोह संपन्न
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम प्रदेश के पहला ऐसा स्थान है जहां का प्रेस क्लब चिंतन भी करता है और अपने साथियों का सम्मान भी करता है। यह अभिनव प्रयास है। युवा पत्रकारों को जो अवॉर्ड मिलें हैं, वे दिवंगत पत्रकार साथियों की स्मृति में हैं। इस प्रकार कम से कम साल में एक बार हम उनकी स्मृतियों और उनकी मेहनत का भी सम्मान करेंगे।
यह बात रतलाम शहर के विधायक और राज्य योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने कही। रतलाम प्रेस क्लब द्वारा सैलाना रोड स्थित अमृत गार्डन में आयोजित उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पत्रकार और पुलिस के काम में साम्यता है। पुलिस अपराध घटित होने पर पुलिस का काम है तत्काल मौके पर पंहुचकर अपराधियों को पकड़ना है। वहीं पत्रकारों का काम घटनाओं की जानकारी समाज को देना है। समाज को जानकारी देते समय यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है कि वह ऐसे दी जाए कि समाज में अशांति भी न हो जाग्रति भी बढ़े।
विधायक काश्यप ने कहा कि रतलाम प्रेस क्लब और यहां के पत्रकार सकारात्मक कार्यों में हमेशा ही आगे रहे हैं। उन्होंने अगली बार से ग्रामीण पत्रकारिता को भी प्रोत्साहित और सम्मानित करने विचार करने का सुझाव दिया। काश्यप ने कहा कि वे सौभाग्यशाली है कि देश के प्रमुख इंदौर प्रेस क्लब के सभागार और रतलाम प्रेस क्लब के सभागार के निर्माण में सहयोग करने का सौभाग्य मिला। विकास और सृजनात्मक कार्य में समाज का सहयोग मिलना चाहिए।
‘रतलाम बनेगा मालवा-निमाण का प्रमुख व्यापारिक केंद्र’
विधायक ने रतलाम शहर के विकास की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। उन्होंने कहा कि यह उचित अवसर है जब हम रतलाम को मालवा-निमाण के प्रमुख व्यापारिक शहर होने का गौरव पुनः लौटा सकते हैं। करीब 80 साल पहले यह मालवा-निमाण क्षेत्र का प्रमुख व्यापारिक केंद्र हुआ करता था। हम सभी का यह प्रयास रहेगा कि रतलाम पुनः वही पहचान मिले।
रतलाम की पत्रकारिता बेहद सकारात्मक- डीआईजी मनोज सिंह
रतलाम उप रेंज के डीआईजी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस और पत्रकारों के काम में सिर्फ इतना फर्क है कि पत्रकारों को हर अपराध से जुड़ी जानकारी जाननी होती है और लोगों तक पहुंचानी होती, वहीं पुलिस कुछ जानकारियां छिपानी पड़ती है। मेरे 30 वर्ष के पुलिस सेवा अनुभव में रतलाम की पत्रकारिता को सर्वश्रेष्ठ पाया। रतलाम के पत्रकारों में जिम्मेदारी और समाज के प्रति कर्तव्यों का भाव है। महज 4 महीनों में ही काफी नजदीकी महसूस कर रहा हूं। इस दौरान एक बार भी किसी भी तरह की कठिनाई का अहसास नहीं हुआ। डीआईजी ने सड़क हादसों और उनमें होने वाली मृत्यु को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ज्यादातर घटनाएं इंस्टाग्राम और फेसबुक आदि के लिए रील बनाने के दौरान हुए हैं। पत्रकारिता के माध्यम ऐसे हादसों को लेकर सचेत करते हुए जनजाग्रति फैलाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है। सिंह ने कहा कि ऐसे अभियान को फोकस करती खबर और प्रयासों को भी पुरस्कृत किया जाना चाहिए। इससे संबंधित खबरें बनाने वाले पत्रकारों को पुरस्कृत करने पर जो भी खर्च आएगा वह वे वहन करना चाहेंगे।
प्रशासन, राजनेता व मीडिया सकारात्मक हो तो समाज विकसित होता है- कलेक्टर सूर्यवंशी
कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी रतलाम प्रेस क्लब के सदस्यों और पत्रकारिता से इतने प्रभावित हैं कि वे इंदौर में पारिवारिक कार्य होने के बाद भी वे पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल होने से रतलाम आ गए। आयोजन में देरी से आने के लिए उन्होंने खेद भी व्यक्ति किया। कलेक्टर ने कहा रतलाम प्रेस क्लब का यह आयोजन अनूठा है। रतलाम की पत्रकारिता भी बेहद सकारात्मक है। उन्होंने कहा कि प्रशासन, राजनेता के साथ मीडिया यदि सकारात्मक हो तो समाज निश्चित तौर पर विकसित होता है।
सृजन में प्रशासन व पुलिस के साथ प्रशासन की भी जिम्मेदारी- एसपी बहुगुणा
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने पत्रकारों भाई और बहन कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दोनों का ही काम एक जैसा है। इसलिए हमें भाई भी कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में सृजन के लिए जितनी जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस की है, उतनी ही पत्रकारों की भी और अब तक रतलाम के कार्यकाल में मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा है।
चुनौतियों के बीच जिम्मेदारी का निर्वाह है पत्रकारिता- पत्रकार राणा
प्रतियोगिता के निर्णायक एवं वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा ने कहा डिजिटल पत्रकारिता चुनौती पर प्रकास डाला। उन्होंने कहा कि आज जिसके भी हाथ में फोन है, वह पत्रकार है। पहले समाचारों के प्रकाशन के लिए पर्याप्त समय मिलता था, जिसमें अध्य्यन होता था, लेकिन अब समाचार त्वरित हो गए हैं। इस जिम्मेदारी को निभाते हुए डिजिटल मीडिया और सभी श्रेणियों के पत्रकार जो काम कर रहे हैं, वह प्रशंसनीय है।
19 पत्रकारों ने प्रस्तुत की थीं 56 प्रविष्टियां
रतलाम प्रेस क्लब अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी ने आयोजन की रूपरेखा बताते हुए स्वागत उद्बोधन दिया। गोस्वामी ने बताया कि अपने दिवंगत पत्रकारों की स्मृति को जीवित रखने और अपने साथी पत्रकारों को सकारात्मक पत्रकारिता के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया। इसकी परिकल्पना दो वर्ष पूर्व तब बनी थी जब संस्था ने पत्रकारिता के क्षेत्र में 25 वर्ष तक सक्रिय रहने वाले अपने साथियों का सम्मान किया था। इस मौके पर विशेष आमंत्रित सदस्य नीरज कुमार शुक्ला ने बताया कि उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार 2022 के लिए 19 सदस्यों द्वारा चार श्रेणियों (इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट व डिजिटल मीडिया तथा फोटोग्राफी) में समाजिक सरोकार से जुड़ी 56 खबरें प्रविष्टि के तौर पर प्रस्तावित की गई थीं। इन्हें प्रदेश के ख्यात और वरिष्ठ पत्रकारों को चयन के लिए भेजा गया था जिन्होंने निर्धारित मापदंडों के आधार पर 10 सर्वश्रेष्ठ खबरों का चयन पुरस्कार के लिए किया। सभी को शील्ड एवं 11 हजार रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
इनकी स्मृति में इन्हें मिले पुरस्कार
श्रेणी : प्रिंट मीडिया
स्व. सुशील नाहर स्मृति पुरस्कार - आरिफ कुरैशी
स्व. सुरेश पंड्या स्मृति पुरस्कार - जितेंद्र श्रीवास्तव
स्व. प्रकाश उपाध्याय स्मृति पुरस्कार - अदिति मिश्रा
श्रेणी : इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
स्व. प्रकाश खंडेलवाल स्मृति पुरस्कार - यशवंत सिंह राठौर
स्व. गोपाल सिंह कुशवाह स्मृति पुरस्कार - चंद्रशेखर सोलंकी
स्व. रमेश ललवानी स्मृति पुरस्कार - सुधीर जैन
श्रेणी : डिजिटल मीडिया
स्व. रमाकांत शुक्ल स्मृति पुरस्कार - हेमंत भट्ट
स्व. चांद शर्मा स्मृति पुरस्कार - असीमराज पांडेय
स्व. अशोक डोसी स्मृति पुरस्कार - दिव्यराज सिंह राठौर
श्रेणी : फोटोग्राफी
स्व. गजानन शर्मा ‘मायडियर’ स्मृति पुरस्कार - चिंटू मेहता
ये भी हुए पुरस्कृत
राजेंद्र केलवा
कृष्णकांत शर्मा
देवकीनंदन पंचोली
संजय पाठक
विकल्प मेहता
राजेश पुरोहित
जयदीप गुर्जर
विवेकानंद चौधरी
नीरज बरमेचा
इनका भी हुआ सम्मान
समारोह में वरिष्ठ पत्रकार एवं निर्णायक कीर्ति राणा व समाजसेवी ललित दख का विशेष सहयोग के लिए सम्मान किया गया।
सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए गए। समारोह में पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा, डॉ. दिनेश भूरिया, खुर्शीद अनवर, प्रवीण सोनी, अशोक पंड्या, चंद्रकांत मांडोत, सुशील अजमेरा, फैय्याज मंसूरी, सुभाष जैन, हरीश दर्शन शर्मा आदि का उल्लेखनीय सहयोग करा।
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी, सचिव यश शर्मा, कोषाध्यक्ष राजेंद्र केलवा, उपाध्यक्ष सुजीत उपाध्याय, अमित निगम, डॉ. हिमांशु जोशी, सह सचिव रमेश सोनी, मुबारिक शेरानी, कार्यकारिणी सदस्य हेमंत भट्ट, दिनेश दवे, राजेश पोरवाल, केके शर्मा, सिकंदर पटेल, दिव्यराज सिंह राठौर, प्रदीप नागौरा, दिलजीत सिंह मान, शुभ दशोत्तर, चंद्रशेखर सोलंकी, विशेष आमंत्रित सदस्य आरिफ कुरैशी, नीरज कुमार शुक्ला, पूर्व अध्यक्ष शरद जोशी, उमेश मिश्रा, राजेश मूणत, सुरेंद्र जैन, राजेश जैन ने किया। संचालन अदिति मिश्रा एवं नीरज बरमेचा ने किया। आभार यश शर्मा ‘बंटी’ ने माना।