रतलाम वाले देह दृष्टि से जगे हुए हैं, हम उन्हें आत्म दृष्टि से जागरण का संदेश देने आए हैं- आचार्य विजयराजजी मसा

आचार्य श्री विजयराजजी मसा वर्षावास के लिए 27 जून को रतलाम में मंगलप्रवेश करेंगे। इससे पूर्व वे मोहनबाग में 11 दिनी मौन साधना करेंगे जो 26 जून तक चलेगी।

रतलाम वाले देह दृष्टि से जगे हुए हैं, हम उन्हें आत्म दृष्टि से जागरण का संदेश देने आए हैं- आचार्य विजयराजजी मसा
धर्म-संस्कृति।

वर्षावास से पहले मोहनबाग में करेंगे 11 दिवसीय मौन साधना, 27 जून को होगा मंगल प्रवेश

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जागरण दो प्रकार के होते हैं। देह का जागरण और आत्मा का जागरण। देह जागरण द्रव्य का जागरण कहलाता है, जबकि आत्मा का जागरण भाव जागरण होता है। रतलाम वाले देह दृष्टि से जगे हुए हैं, हम उन्हें आत्म दृष्टि से जागरण का संदेश देने आए हैं।

यह बात परम पूज्य, प्रज्ञा निधि, युगपुरुष आचार्य प्रवर 1008 श्री विजयराजजी मसा ने मोहनबाग में उपस्थित आचार्यश्री एवं उपाघ्याय, प्रज्ञारत्न, विद्वद्ववण्य श्री जितेश मुनिजी मसा आदि ठाणा-13 एवं महासतियांजी आदि ठाणा-15 ने कही। उनका इस वर्षावास रतलाम में होगा। आचार्यश्री ने उठो नर-नारियों जागो, जगाने संत आए हैं भजन की पंक्तियों के साथ संबोधन प्रारंभ कर जागरण का महत्व बताया।

उन्होंने कहा कि मुनि आत्मा से जागृत होते हैं, वे ही दूसरों को जागृत होने का उपदेश दे सकते हैं। व्यक्ति जब जगने और जगाने के लिए संतों के सानिध्य में आता है, तो उसे पता होना चाहिए कि आत्मा का जागरण ही वास्तविक होता है। हम सबको आत्म जागरण प्राप्त करना है, क्योंकि जो आत्म दृष्टि को प्राप्त कर लेते हैं, वे ही अपनी मंजिल को पाते हैं।

आचार्य ने कहा कि हर व्यक्ति को देह और आत्मा का पृथक-पृथक संबंध जानना चाहिए। अन्यथा यह भ्रम बना रहता है कि आत्मा और देह एक ही है। वास्तव में देह मृण्मय और आत्मा चिन्मय है। चिन्मय आत्मा का ज्ञान सच्चा और वास्तविक है, जो इसे प्राप्त कर लेता है, वह देह में आसक्त नहीं होता। धर्मसभा को महासती श्री ख्यातिश्रीजी मसा ने भी संबोधित किया।

चातुर्मासिक मंगल प्रवेश 27 जून को

वर्षावास हेतु सबका हुक्मगच्छीय साधुमार्गी शान्त-क्रांति जैन श्रावक संघ रतलाम के तत्वावधान में 27 जून को नगर में भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश होगा। इससे पूर्व आचार्य प्रवर 11 दिवसीय मौन साधना पूर्ण कर 26 जून को सुबह 10 बजे मोहनबाग सैलाना रोड पर महामांगलिक श्रवण कराएंगे। 27 जून को चातुर्मास मंगल प्रवेश होगा। प्रवेश जुलूस सुबह 8 बजे मोहनबाग से प्रारंभ होकर सागोद रोड स्थित जैन स्कूल पहुंचेगा। जैन स्कूल परिसर में प्रवचन के बाद गौतम प्रसादी का आयोजन किया जाएगा। संचालन कमल मेहता ने किया। प्रवचन के पश्चात श्री संघ द्वारा गौतम प्रसादी का आयोजन किया गया। इसमें चेन्नई, बीकानेर, मुंबई, मंदसौर और इंदौर आदि से पधारे संघों के श्रावक-श्राविकाएं शामिल हुए।