ये बहुत डरावना है ! आप कमजोर दिल के हैं तो इसे न देखें, देख रहे हैं तो अपने बच्चों को गली-मोहल्ले में अकेला न छोड़ें क्योंकि हमारा सिस्टम गैर जिम्मेदार है

भोपाल का एक डरावना वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इसमें पांच कुत्ते तीन साल की एक बच्ची को घेर कर नोच रहे हैं। एक व्यक्ति के मौके पर आ जाने से बच्ची की जान बच गई। उसे इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एसीएन टाइम्स @ भोपाल । शहर का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। यह बहुत ही डरावना है। इसमें पांच कुत्ते तीन साल की एक बच्ची को घेर कर नोच रहे हैं। बच्चों इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रियाएं भी व्यक्त की जा रही हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल @TOIBhopalNews पर एक भोपाल का एक वीडियो शेयर किया है। यह काफी ट्रोल हो रहा है। इसमें बताया गया है कि एक दहशतजदा बच्ची को भागते हुए दिखाया गया है। इसमें पांच कुत्ते उस बच्ची के घेर लेते हैं और फिर गिरा देते हैं। इसके बाद कुत्ते बच्ची के कपड़ों पर टूट पड़े और उसे नोचना शुरू कर दिया। गनीमत रही कि उसी वक्त उधर से एक व्यक्ति गुजरा जिसने कुत्तों को भगाया। बताा जा रहा है कि अगर वह व्यक्ति नहीं आता तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी।

दिल दहला देने वाला यह वीडियो मप्र की राजधानी भोपाल का बताया जा रहा है। यह एक घर के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।  वीडियो को मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया सहित देशभर के तमाम लोगों ने भी साझा किया है। कई लोगों ने कुत्तों की समस्या को प्रमुखता से उठाते हुए अपने साथ हुई ऐसी ही घटनाओं को भी साझा किया है। कई लोगों ने लोगों पर घात लगाकर खड़े कुत्तों का फोटो/वीडियो भी पोस्ट किए हैं। वहीं एक ने दो बच्चों का वीडियो साझा कर सलाह दी है कि जब भी कुत्ते आसपास हों तो भागें नहीं, क्योंकि भागने पर कुत्ते पीछा करते हैं या झपट पड़ते हैं।

बच्ची को अस्पताल में कराया भर्ती

मप्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने ट्वीट (@VishvasSarang) कर बताया है कि कुत्तों के हमले में घायल हुई 3 वर्षीय गुड्डी बंसल को हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया है। मंत्री सारंग डॉक्टरों को बच्ची की उचित देखभाल एवं उपचार के लिए निर्देशित किया है। वे गुड्डी के पिता से लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने ईश्वर से उसके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना भी की है।

मेनका गांधी की नीति को बताया जिम्मेदार

घटना को लेकर हम्यूमन फाउंडेशन फॉर पीपुल एंड एनिमल्स ने भी घटना को लेकर ट्वीट (@Humanetoanimals) किया है। संस्था का कहना है कि मेनका गांधी की एबीसी नीति कुत्तों को बेघर रहने के लिए मजबूर करती है। वे बेघर कुत्तों को आश्रय देने के खिलाफ हैं और लोगों को सड़कों पर कुत्तों को खिलाने की अनुमति देती हैं। इसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए। बता दें कि संस्था कुत्ते और रेबीज नियंत्रण के लिए मानवीय और वैज्ञानिक कानून की वकालत करने तथा इनके कार्यान्वयन को लेकर कार्य करती है। संस्था के मुताबिक कुत्ते और अन्य जीव हमारे सबसे अच्छे दोस्त हैं और हमें भी उनके लिए बेहतर करना चाहिए।