मेडिकल कॉलेज में उज्जैन कमिश्नर डॉ. गोयल क्यों हुए नाराज, डीन डॉ. गुप्ता को क्या दी हिदायत, पढ़ें पूरी खबर

संभागायुक्त डॉ. संजय गोयल ने रतलाम प्रवास के दौरान मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने नाराजगी भी जताई।

मेडिकल कॉलेज में उज्जैन कमिश्नर डॉ. गोयल क्यों हुए नाराज, डीन डॉ. गुप्ता को क्या दी हिदायत, पढ़ें पूरी खबर
मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में मरीज को इंजेक्शन नहीं लगने और तकिया गंदा होने पर नाराजगी जताते संभागायुक्त डॉ. संजय गोयल।

कमिश्नर ने रतलाम मेडिकल कॉलेज में बैठक लेकर समीक्षा की, अस्पताल का निरीक्षण भी किया

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । उज्जैन कमिश्नर डॉ. संजय गोयल बुधवार को रतलाम प्रवास पर आए। उन्होंने स्थानीय शासकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचकर कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी एवं मेडिकल कॉलेज जितेंद्र गुप्ता के साथ बैठक ली। मेडिकल कॉलेज एवं परिसर में संचालित चिकित्सालय की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मरीजों सो चर्चा के दौरान वे कॉलेज और अस्पताल प्रबंधन पर नाराज भी हुए। उन्होंने डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता को दो टूक शब्दों में हिदायत दी कि मेडिकल कॉलेज के संचालक में किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए।

बैठक में कमिश्नर डॉ. गोयल द्वारा मेडिकल कॉलेज की परिसर में संचालित चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुसार चिकित्सालय में समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें, कोई कमी नहीं रहे। मरीज को कहीं कोई दिक्कत नहीं हो, मरीज को कोई भी सामग्री दवाइयां इत्यादि बाहर से खरीदकर नहीं लाना पड़े। मेडिकल कॉलेज का संचालन शासन के नियमानुसार किया जाए जो भी खरीदी की जाए, वह शासन के नियमों के अधीन हो।

मरीजों से पूछा हाल, एक को नहीं लगा इंजेक्शन, बेड पर तकिया भी नहीं मिला

कमिश्नर डॉ. गोयल ने मेडिकल कॉलेज परिसर में संचालित चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ओपीडी एवं फार्मेसी विभाग में जाकर प्रक्रियाओं का जायजा लिया। आयुष्मान कार्ड निर्माण की प्रक्रिया से अवगत हुए। सर्जिकल वार्ड में पहुंचकर मरीजों से चर्चा की। ग्राम बिलपांक के मरीज वर्दीचंद एवं बड़ोदिया के मरीज गोपाल से चर्चा करते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। मरीजों से पूछा कि उनको खाना, दवाइयां वगैरह समय पर मिल रही हैं अथवा नहीं। मरीजों ने बताया कि उनको समस्त सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, खाना समय पर मिल रहा है, दवाइयां भी मिल रही हैं। मरीज वर्दीचंद का मेडिकल प्रिसक्रिप्शन देखा तो कमिश्नर ने पाया कि मरीज को पूर्व संध्या को इंजेक्शन नहीं लग पाया है, उन्होंने सबसे नाराजगी व्यक्ति की। मेडिकल कॉलेज के डीन को निर्देशित किया कि मरीज को यदि शाम को इंजेक्शन लगना है तो उसकी व्यवस्था सुबह से कर ली जाए। मरीज वर्दीचंद के बेड पर तकिया नहीं पाए जाने पर भी नाराजगी व्यक्त की।

स्टॉक रजिस्टर का जायजा भी लिया

मेडिकल कॉलेज के डीन को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के लिए कोई कमी नहीं रहना चाहिए। शासन द्वारा दी जा रही समस्त सुविधाएं मरीजों को मिलना चाहिए। ओपीडी में भी लाइन में लगे मरीजों से चर्चा की, उनको मिल रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। फार्मेसी विभाग में पहुंचकर एवं स्टॉक का जायजा लिया।